गबन कांड में आरोपित...
पूर्व जेल अधीक्षक उषा राज की न्यायिक हिरासत एक मई तक बढ़ी
उज्जैन। जेल गबन कांड में आरोपित पूर्व जेल अधीक्षक उषा राज उसकी पुत्री उत्कर्षणी सहित अन्य आरोपितों की सोमवार को न्यायिक हिरासत खत्म होने पर कोर्ट में पेश किया गया था। जहां से सभी की एक मई तक वापस जेल भेज दिया है। कोर्ट परिसर में अपनी पुत्री से मिलकर पूर्व जेल अधीक्षक फूट-फूटकर रोई। जेल अधीक्षक को वापस इंदौर तथा उसकी पुत्री को देवास जेल भेज दिया गया। बता दें कि केंद्रीय जेल भैरवगढ़ के सहायक लेखा अधिकारी रिपुदमन सिंह ने जेल अधीक्षक उषा राज की आइडी व पासवर्ड का उपयोग कर 68 जेल कर्मचारियों के भविष्य निधि खातों से करीब 13.50 करोड़ रुपये का गबन किया था।
पुलिस ने गबन कांड के मामले में पुलिस पूर्व जेल अधीक्षक उषा राज, उनकी पुत्री उत्कर्षणी, सहायक लेखा अधिकारी रिपुदमन सिंह, जेल प्रहरी शैलेंद्र सिकरवार, जेल अधीक्षक का राजदार जगदीश परमार, रोहित चौरसिया, रिंकूसिंह मांदरे, हरीश गहलोत, धर्मेंद्र उर्फ रामजाने परमार, शुभम भमोरी को गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद जेल भेज दिया था। पूर्व जेल अधीक्षक उषा को इंदौर जिला जेल तथा उनकी पुत्री को देवास जेल भेजा गया था। सोमवार को आरोपितों की न्यायिक हिरासत खत्म होने पर दोबारा कोर्ट में पेश किया गया था। जहां से सभी की एक मई तक न्यायिक हिरासत बढ़ा दी गई। जिसके बाद पुलिस सभी को जेल ले गई।
जेल प्रहरी सहित सटोरिए गिरफ्त से दूर
पुलिस को जेल गबन कांड में अब जेल प्रहरी धर्मेंद्र लोधी, सटोरिए सुशील परमार, पिंटू तोमर, अमित मीणा, ललित मंगेश की तलाश है। सभी आरोपितों की तलाश में छापेमारी की जा रही है।
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