मृतक आईएएस की पत्नी ने लगाए आरोप...
नीतीश ने स्वार्थ के लिए हत्या के सजायाफ्ता पूर्व सांसद आनंद मोहन को किया रिहा !
पटना। मृतक आईएएस की पत्नी ने बिहार की नीतीश सरकार पर आरोपी को स्वार्थ के कारण जेल से रिहाई करने का आरोप लगाया है। बिहार के आईएएस अधिकारी की हत्या के सजायाफ्ता पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई पर प्रदेश की सियासत गर्म है। जहां हर कोई आनंद मोहन की रिहाई पर सवाल उठा रहा है। वहीं, दिवंगत अधिकारी की पत्नी ने भी अब इस मसले पर बयान दिया है और पीएम नरेंद्र मोदी से भी गुहार लगाई है।
आईएएस अधिकारी जी कृष्णैया की हत्या के दोषी की रिहाई पर उनकी पत्नी उमा देवी ने बिहार सरकार के फैसले पर सवाल उठाए हैं? उन्होंने कहा कि आनंद मोहन को पहले मौत की सजा दी गई थी, जिसे उम्रकैद में बदल दिया गया था। उमा देवी ने कहा कि नीतीश कुमार एक अपराधी को रिहा करने की गलत परंपरा बना रहे हैं। यह फैसला अपराधियों को प्रोत्साहित करेगा, क्योंकि उन्हें पता है कि वह आसानी से जेल से बाहर आ सकते हैं।
नीतीश कुमार ने महज चंद राजपूत वोटों के लिए यह फैसला लिया है, जिसके की कई परिणाम होंगे। साथ ही राजपूत समुदाय को भी सोचना होगा कि क्या आनंद मोहन जैसा एक क्रिमिनल राजनीति में उनका प्रतिनिधित्व करे।उमा देवी ने कहा कि उन्हें आनंद मोहन के रिहा होने की जानकारी भी सोसाइटी में रहने वाले लोगों से मिली। यह सुनकर मैं पूरी तरह से टूट गई। 60 साल की उमा कहती हैं कि मैं अपनी जिंदगी जी चुकी हैं और अगर मेरी सेहत ठीक रही तो कुछ और साल जिऊंगी।
बिहार सरकार का यह फैसला अपराधियों को कानून अपने हाथ में लेने के लिए प्रोत्साहित करेगा। उमा देवी ने पूरे मामले को लेकर पीएम मोदी से भी गुहार लगाई है। कहा कि पीएम को मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए। क्योंकि मेरे पति आईएएस अधिकार थे तो केंद्र की यह जिम्मेदारी बनती है कि उन्हें न्याय मिले। बता दें कि साल 1995 का यह मामला है।
जब आईएएस अधिकारी जी कृष्णैया की हत्या कर दी गई थी। 30 साल के दलित अधिकारी की हत्या के दोष में पूर्व सांसद आनंद मोहन को कोर्ट ने सजा सुनाई थी। कृष्णैया की हत्या के दोषी पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई के लिए बिहार सरकार ने जेल मैन्युअल में संशोधन किया है और उनके अलावा 26 अन्य कैदियों को भी बिहार सरकार रिहा करने जा रही है।
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