एम.एस.एम.ई. की पाठशाला, व्यापार एवं उद्योग सृजन योजनाएं ...
बेरोजगार व्यक्ति सबसे विध्वंसक साबित हो सकता है : कलेक्टर
ग्वालियर । ग्वालियर अंचल के युवा उद्यमियों को उद्योग स्थापना के लिए प्रोत्साहन देने एवं स्थापित उद्योगों को केन्द्र एवं प्रदेश के एमएसएमई विभाग द्बारा जारी योजनाओं का लाभ दिलाने के उद्देश्य से आज म.प्र. चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री (एमपीसीसीआई) में व्यापार एवं उद्योग सृजन योजनाएं (एम.एस.एम.ई. की पाठशाला) का आयोजन प्रात: 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कलेक्टर, ग्वालियर अक्षय कुमार सिंह, विशिष्ट अतिथिद्बय शशिभूषण सिंह, अपर सचिव, एमएसएमई, मध्यप्रदेश शासन, डी.डी. गजभिये, ज्वाइंट डायरेक्टर, केन्द्रीय एमएसएमई विभाग सहित राजीव कुमार, डायरेक्टर इंचार्ज, ब्रांच ग्वालियर एमएसएमई, संयुक्त संचालक एवं मेला सचिव निरंजनलाल श्रीवास्तव, जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक राजेन्द्र सिंह, सहायकप्रबंधकद्बय डी.के. गुप्ता एवं आनंद शर्मा, ग्वालियर स्मार्ट सिटी इन्क्यूबेशन सेंटर के स्टार्टअप इंचार्ज मनन चांदना सहित चेम्बर पदाधिकारीगण एवं 300 प्रतिभागी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर स्वागत उद्बोधन में अध्यक्ष-डॉ. प्रवीण अग्रवाल द्बारा सभी अतिथियों का हार्दिक अभिनंदन करते हुए कहा कि चेम्बर की नवीन टीम व्यापार एवं उद्योग के विकास के लिए संकल्पित है क्योंकि “व्यापार बिना जीवन नहीं, उद्योग बिना उन्नति नहीं की जा सकती है। उद्योगों के विकास के लिए चेम्बर द्बारा प्रति माह के दूसरे एवं चौथे शनिवार को औद्योगिक क्षेत्रों में पड़ाव किया जा रहा है। हमारे ग्वालियर अंचल में उद्योगों की स्थापना के लिए अपार संभावनायें हैं। इसी के तहत यह वर्कशॉप आयोजित की गई है। उन्होंने कहा कि जीडीपी के हिसाब से हमारा देश टॉप 10 देशों में से 5वें नंबर पर आता है, वहीं हमारा मध्यप्रदेश देश में 10वें नंबर पर स्थान रखता है। आज यह कार्यशाला इस संकल्प के साथ आयोजित की गई है कि हम अपने देश को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनायें और हमारा प्रदेश देश में नंबर 1 पर स्थापित हो सके। आपने कहा कि पुराने सचिवालय में हम उद्योग एवं व्यापार को विभिन्न विभागों से संंबंधित समस्याओं के लिए एक कियोस्क सेंटर शीघ्र प्रारंभ करने जा रहे हैं, ताकि ग्वालियर के व्यापारियों एवं उद्योगपतियों को विभागों के चक्कर न काटना पड़े। आपने आशा व्यक्त की कि आज की कार्यशाला में शामिल 300 प्रतिभागी 30 हजार लोगों को रोजगार प्रदान करेंगे।
विशिष्ट अतिथि डी.डी. गजभिये, ज्वाइंट डायरेक्टर, सेन्ट्रल एमएसएमई, इंदौर ने कहा कि युवा पीढी की आगे बढने की अपनी गति है, उसकी कद्र होना चाहिए। हमारे युवाओं को राज्य एवं केन्द्र की योजनाओं का ज्ञान नहीं होने से वह इसका लाभ नहीं ले पाते हैं। इस कार्यशाला का नाम इसलिए “पाठशाला” रखा गया है, ताकि हम योजनाओं को बारीकी से सीख सकें। आपने बताया कि शासन की योजनाओं का लाभ स्थापित एमएसएमई इसलिए नहीं ले पा रही हैं क्योंकि देश में लगभग 6.25 करोड़ एमएसएमई कार्यरत हैं लेकिन रजिस्ट्रेशन सिर्फ 1.25 करोड़ इकाईयों ने ही पोर्टल पर कराया है। आपने बताया कि इसमें रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया काफी सरल है और 8वीं पास व्यक्ति भी इसमें आसानी से रजिस्ट्रेशन कर सकता है। आपने बताया कि यह रजिस्ट्रेशन पूर्णत: निशुल्क है।
विशिष्ट अतिथि शशिभूषण सिंह, अपर सचिव, एमएसएमई, मध्यप्रदेश शासन ने अपने उद्बोधन में कहा कि कृषि के बाद एमएसएमई सेक्टर से ही लोगों को मिलता है। कृषि का संबंध भी एमएसएमई से है, कृषि उत्पादों से ही कई एमएसएमई कार्य कर रही हैं। आपने कहा कि शासन द्बारा कलस्टर आधारित योजना उद्योगों को बढावा देने के लिए चलाई जा रही हैं,जिसमें 4-5 उद्योग शासकीय/अशासकीय भूमि पर स्थापित हों, उन्हें सरकार आधारभूत सुविधायें उपलब्ध करवा रही है। वहीं सब्सिडी के माध्यम से उद्योगों को सम्पूर्ण प्रोत्साहन दिया जा रहा है। आपने बताया कि उद्योगों को 40 प्रतिशत तक सब्सिडी 4 समान किश्तों में दी जा रही है। वहीं मण्डी टैक्स में भी छूट प्रदान की जा रही है। आपने कहा कि आज हमें उद्योगों के लिए वातावरण निर्मित करने की आवश्यंकता है ताकि हम देश की जीडीपी को 5 ट्रिलियन डॉलर तक ले जाने के लक्ष्य को पूर्ण कर सकें। चेम्बर ऑफ कॉमर्स द्बारा इस दिशा में यह कार्यशाला का आयोजन किया जाना सराहनीय है।
मुख्य अतिथि अक्षय कुमार सिंह, कलेक्टर ग्वालियर ने कहा कि ग्वालियर में उद्योगों की आवश्यमकता को दृष्टिगत रखते हुए यह कार्यशाला आयोजित की गई है। इससे सभी प्रतिभागी लाभांवित होंगे, ऐसी मैं अपेक्षा करता हूँ। सरकार सिस्टम से जुड़े ऑब्जरवेशन पर आपने बताया कि कोरोना महमारी के बाद जो बच गये हैं, उन सभी का यह पुर्नजन्म है, उस समय ऐसा लग रहा था प्रलय आ रहा है जो सभी को बहा ले जायेगा। इसी प्रकार बेरोजगारी का एक प्रलय भी आ सकता है, क्योंकि खाली हाथ बैठा व्यक्ति सबसे बड़ा विंध्वसक साबित हो सकता है l
और यह हमारे लिए सबसे ज्यादा नुकसानदेह साबित हो सकता है। चेम्बर ने उद्योगों की स्थापना की दिशा में जो पहल की है। यदि यह पहल जारी रही तो इस टीम के कार्यकाल में बहुत बड़ा परिवर्तन आयेगा। आपने कहा कि मध्यवर्गीय लोग असफलता से डरते हैं, हम अपने बच्चों को यही ताकीद करते हैं कि असफल नहीं होना है। जहां असफल होने के अवसर कम हैं, वहां सफलता का स्कोप सीमित है। इसलिए युवाओं को कुछ नया करने दें, असफलता की चिंता न करें तभी वह कुछ यूनिक कर पायेंगे। आपने आंत्रप्रन्योरशिप से महिलाओं को भी जोड़ने का आग्रह किया ताकि उनके परिवार को भी इससे प्रेरणा मिल सके। आपने आश्वस्त किया चेम्बर की इस पहल के लिए नियमानुसार प्रशासनिक सहयोग जो भी आवश्येक होगा, वह उपलब्ध कराया जायेगा। इस बहुत अच्छे आयोजन के लिए आपको बहुत-बहुत बधाई।
एमपीसीसीआई के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण अग्रवाल ने इस अवसर पर घोषणा की कि चेम्बर ऑफ कॉमर्स द्बारा अगला कार्यक्रम महिला उद्यमियों के लिए ही किया जायेगा।उद्घाटन सत्र के समापन पर सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किये गये। आभार कोषाध्यक्ष-संदीपनारायण अग्रवाल द्बारा व्यक्त किया गया।कार्यशाला के द्बितीय सत्र में मध्यप्रदेश एमएसएमई योजनाओं पर पॉवर पॉइंट प्रजेन्टेशन के माध्यम से श्री शशिभूषण सिंह, अपर सचिव, एमएसएमई, मध्यप्रदेश शासन द्बारा योजनाओं पर विस्तार से जानकारी प्रदान की गई।डिलेड पेमेंट एक्ट पर डी.डी. गजभिये, ज्वाइंट डायरेक्टर, सेन्ट्रल एमएसएमई इंदौर द्बारा पॉवर पॉइंट प्रजेन्टेशन के माध्यम से विस्तार से जानकारी प्रदान की गई।
उद्यम रजिस्ट्रेशन, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम एवं जेम पर राजीव कुमार डायरेक्टर इंचार्ज ब्रांच ग्वालियर एमएसएमई द्बारा विस्तार से जानकारी दी गई।म.प्र. एम.एस.एम.ई. प्रोत्साहन योजना 2021 पर सहायक प्रबंधक डी.के. गुप्ता एवं मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना एवं स्टार्टप नीति 2022 पर आनंद शर्मा, सहायक प्रबंधक, जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र ग्वालियर द्बारा विस्तार से प्रजेंटेशन दिया गया। रॉल ऑफ इन्यूबेशन सेंटर इन स्टार्टप पर स्टार्टअप इंचार्ज, स्मार्ट सिटी इन्यक्यूबेशन सेंटर मनन चांदना द्बारा प्रजेन्टेशन दिया गया।
कार्यशाला के अंत में सवाल-जवाब सत्र का आयोजन किया गया जिसमें प्रतिभागियों द्बारा अपनी जिज्ञासाओं संबंधी सवाल किये गये, जिनका समाधान अतिथियों द्बारा किया गया।कार्यशाला के द्बितीय सत्र के वक्ताओं को स्मृति चिन्ह भेंट किये गये। सम्पूर्ण कार्यशाला का संचालन मानसेवी सचिव-दीपक अग्रवाल द्बारा किया गया तथा अंत में आभार मानसेवी संयुक्त सचिव-पवन कुमार अग्रवाल द्बारा व्यक्त किया गया। इस अवसर पर पूर्व अध्यक्ष-अरविन्द अग्रवाल, पूर्व कोषाध्यक्ष-वसंत अग्रवाल सहित काफी संख्या में कार्यकारिणी सदस्य व शहर के लगभग 300 युवा उद्यमी उपस्थित थे।
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