G News 24 : स्वतन्त्र न्यायपालिका से ही लोकतंत्र : विवेक तनखा

 कैट ने द्वारा आयोजित अधिवक्ता सम्मान समारोह...

स्वतन्त्र न्यायपालिका से ही लोकतंत्र : विवेक तनखा

ग्वालियर। राज्यसभा सांसद एवं सुप्रिम कोर्ट के वरिष्ठ अभिभाषक विवेक तनखा ने देश के वर्तमान स्थिति पर गहन चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि स्वतन्त्र न्यायपालिका से ही लोकतंत्र। उन्होंने कहा कि जब कार्यपालिका की फेयरता खत्म हो रही है तो यह और भी जरूरी है। स्थिति यह हो गई है कि सरकार के प्रत्येक छोटे-छोटे निर्णयों को न्यायालय में चुनौती दी जा रही है। यह शत्रुतापूर्ण सिस्टम की तरफ संकेत करता है। एक ओर प्रत्येक मामले को सीधे अदालत में ले जाने के प्रबंधन द्वारा संबंधित पर दिया जा रहा है, लेकिन यह तब संभव है जब हमारे न्यायालयों में पर्याप्त संख्या में जज हो। राज्यसभा सांसद एवं सुप्रिम कोर्ट के वरिष्ठ अभिभाषक विवेक तनखा ने न्यायपालिका पर मंडरा रहे ख़तरों के प्रति चिंता कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) द्वारा आज होटल सेंट्रल पार्क में आयोजित भव्य व सम्मान पूर्ण समारोह में वकालत का सम्मान करते हुए बयान दिए।

सम्मान समारोह की अध्यक्षता पूर्व अति. महाधिवक्ता एवं कैट के स्टेट कोर्डिनेटर लीगल सेल राजीव शर्मा एडवोकेट ने की जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में म.प्र.शासन के पूर्व महाधिवक्ता शशांकर उपस्थित थे। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक सिंह, कैट जिला अध्यक्ष दीपक पमनानी, जिला महामंत्री, महिला टीम की अध्यक्ष श्रीमती संसाधना शांडिल्य, प्रदेश सचिव रवि गुप्ता भी विशेष रूप से मंचासीन गुप्ता थे।

सांसद विवेक तनखा ने मुख्य अतिथि की संयमी से अपने उदबोधन में कहा कि सभी आश्यू हैं, गंभीर संकट व छिपे हैं, इसके बावजूद भारत में न्यायपालिका का स्वर्णिम भविष्य है। उन्होंने कहा कि न्यायिक चार चक्कों पर चलने वाले ऐसे वाहनों के समान हैं जिनमें दो चक्के समायोजन जज तो शेष दो चक्के अभिभाषक होते हैं, यदि एक भी चक्का चढ़े तो एकल होना तय है। उन्होंने कहा कि वकील चाहे निजी हो या सरकार, उनमें से केवल मानव के प्रति दयाभाव, सहानुभूति एवं अपनी जिम्मेदारी निर्वाहन के साथ करुणा होना जरूरी है।

कैट एम.प्र. के अध्यक्ष भूपेन्द्र जैन ने अमेरिका से अपने नियामक उद्बोधन में व्यापारी बंधुओं की स्थिति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि दस्तावेजों पर फर्जीवाड़े लादे जा रहे हैं, जिससे उनका व्यवसाय तो प्रभावित ही होता है, समाज में छवि भी प्रभावित होती है, इनमें से अधिकाँश देनदारी पब्लिसिटी स्टंट होते हैं। ऐसी स्थिति में कार्रवाई को अभिभाषकों से सहयोग की वृत्ति है।

बेरोजगार क्षेत्र से पहली बार म.प्र.राज्य अधिवक्ता परिषद में अध्यक्ष के रूप में फिर गए एडवोकेट प्रेमसिंह भदौरिया ने प्रदेश की सभी वकीलों की ओर से इस कार्यक्रम के सूत्रधार कैट म.प्र. के अध्यक्ष भूपेन्द्र जैन को धन्यवाद देते हुए कहा कि कार्यकारी के व्यापारी एवं व्यवसाय जगत चिंता न करें, उन पर आने वाली हर समस्या के समाधान एवं उन्हें समाधान करने के लिए सलाह देने के लिए हर पल तत्पर हैं। गैर-भाषी अटकलबाजी हो जाती है तो अभिभाषक एक्सपोजर के साथ रुक जाते हैं।

वकील सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि विवेक तखाना द्वारा म.प्र.राज्य वकील परिषद के अध्यक्ष प्रेमसिंह भदौरिया, म.प्र.शासन द्वारा अभी हाल ही में नए कर्मचारी बने अतिरिक्त महाधिवक्ता सर्वश्री विवेक खेडकर, श्री राजेश शुक्ला को सम्मानित किया गया। कैट के ग्रैंड प्रेसिडेंट दीपक पमनानी ने स्वागत किया और जुड़ गए, कैट की विकास यात्रा पर प्रकाश डाला, बताया कि शटर की सदस्य संख्या 200 तक पहुंच जाएगी और प्रति वर्ष 3 खाते को कैट द्वारा याचिका दिवस पर वोट को सम्मानित किया जाएगा जाएगा। कार्यक्रम का सफल संचालन कैटग्रेग के जिला महामंत्री मनोज चौरसिया ने कार्यक्रम आयुक्त क्रान्ती प्रकाश एडवोकेट द्वारा व्यक्त व्यक्त किया।

इस मौके पर वरिष्ठ उपाध्यक्ष दिलीप पंजवानी, गोपाल जायसवाल, उपाध्यक्ष जेसी गोयल, कोशाध्यक्ष राहुल अग्रवाल, संयुक्त सचिव अमित अरोरा, कार्यालय सचिव मुकेश अग्रवाल, आकेंक्ष हरिओम चौरसिया, प्रवक्ता अंसुल गुप्ता, सोशल मीडिया प्रभार प्रतीक अग्रवाल, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य विवेक जैन कैट एडवाइरी बोर्ड के सदस्य आकाश जैन, कार्यसमिति सदस्य अजय चोपड़ा, अनिल मालिक, गिरीश शर्मा, ललित गांधी, मनोज अग्रवाल, नितिन गोयल, संजय नीखरा, सौरभ जैन, सचिन राजपूत, सुनील जैन, तालिब खान, उदित चतुर्वेदी, विवेक सेठी, विकास हरलालका, कोर टीम के सदस्य आशीष कालानी, धनवंत अग्रवाल, हिमांशु अमरपुरी, सीट फंड अग्रवाल, प्रशांत सिंघल, राघवेंद्र सिंघल, राजेश ऐरन, राजेश गुप्ता, सचिन राजपूत, प्रिया दास सहित बड़ी संख्या में व्यापारी एवं अधिवक्ता उपस्थित थे।

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