जिनपिंग को भेजा है दोस्तीा का संदेश…
चीन से रिश्तेज बनाना चाहता है ‘कैलासा’ का तथाकथित भगवान भगोड़ा नित्याानंद
क्विटो। कैलासा नामक देश बसाने वाले रेप के आरोपी भगोड़े नित्यासनंद ने संयुक्तड़ राष्ट्रा में भारत के खिलाफ जहर उगलने के बाद अब एक और नापाक हरकत की है। नित्याीनंद ने भारत के दुश्मनन चीन के राष्ट्र पति शी जिनपिंग को तीसरे कार्यकाल की बधाई दी है। यही नहीं, नित्याननंद ने कैलासा की ओर से चीन और राष्ट्र्पति जिनपिंग से दोस्तीउ का हाथ बढ़ाया है। नित्याीनंद ने चीन के लोगों की आर्थिक समृद्धि, शांति और खुशी की कामना की है। माना जा रहा है कि नित्याानंद चीन के राष्ट्र पति को संदेश भेजकर भारत पर निशाना साधना चाहता है। नित्यामनंद ने ट्वीट करके कहा कि मैं संयुक्तन राज्ये कैलासा और भगवान नित्याानंद परमशिवम के हिंदू धर्म के सर्वोच्चं धर्मगुरु होने के नाते चीन के राष्ट्रुपति शी जिनपिंग को उनके तीसरे कार्यकाल के लिए बधाई देता हूं।
मैं आपके सफल कार्यकाल की कामना करता हूं। मैं आपके महान देश, उसके लोगों और कैलासा के बीच लंबे समय के लिए दोस्ता ना रिश्तेक की कामना करता हूं। चीन के लोगों पर भगवान शिव की कृपा हो और उनकी आर्थिक समृद्धि, शांति, प्यातर, स्वा स्य्न और खुशी हासिल हो। भगोड़ा नित्याननंद लगातार भारत विरोधी गतिविधियों में जुटा रेप का आरोपी भगोड़ा नित्यांनंद लगातार भारत विरोधी गतिविधियों में जुट गया है। इससे पहले नित्यायनंद की एक प्रतिनिधि ने संयुक्तय राष्ट्रत में भारत के खिलाफ जमकर जहर उगला था। नित्याहनंद की इस प्रतिनिधि का नाम मा विजयाप्रिया था और वह खुद को संयुक्त् राष्ट्रा में कैलाशा देश की स्थातयी प्रतिनिधि बताती है।
नित्या्नंद की प्रतिनिधि ने अपने बयान में कहा था कि हिंदुओं के सर्वोच्च् धर्मगुरु (नित्याकनंद) को हिंदू धर्म की परंपराओं और जीवनशैली को आगे बढ़ाने के लिए प्रताड़ित किया जा रहा है और उनके मानवाधिकारों का उल्लंिघन किया जा रहा है।कैलासा का अपना बैंक, पासपोर्ट व झंडा है विजयाप्रिया ने कमेटी ऑन इकनॉमिक, सोशल एंड कल्च रल राइट्स के सामने गत 24 फरवरी को जिनेवा में यह बयान दिया था। विजयाप्रिया ने यह भी दावा किया कि नित्याहनंद भगोड़ा नहीं है, बल्कि निर्वासन में जीवन जी रहा है।
उसने आरोप लगाया कि नित्याडनंद को प्रवचन देने से रोक दिया गया है और अपने देश से निर्वासित कर दिया गया है। उसने कमिटी से इसको रोकने के लिए मदद भी मांगी। उसने यह भी दावा किया कि कैलासा हिंदुओं के लिए पहला संप्रभु देश है, जो हिंदुओं की 10 हजार साल पुरानी प्रथाओं को फिर से जिंदा कर रहा है। बता दें कि एक शिष्या के साथ रेप के आरोप में फंसने के बाद नित्याजनंद देश से फरार हो गया था। उसने अपना देश कैलासा बसाया है, जिसका अपना बैंक, पासपोर्ट, झंडा है। माना जाता है कि कैलासा इक्वा डोर के पास कोई द्वीप है, जिसे नित्याहनंद ने खरीद लिया है।
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