बीजेपी ने अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ को भंग कर अपने नेता को पद से हटाया…
उमेश पाल हत्याकांड में बीजेपी नेता के भाई का नाम आया सामने
प्रयागराज। उमेश पाल हत्याकांड में बीजेपी नेता के भाई का नाम आया सामने आने के बाद पार्टी ने बड़ी कार्रवाई की है। पार्टी की महानगर ईकाई ने अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष राहिल हसन को पद से हटा दिया है। इतना ही नहीं, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की महानगर यूनिट को ही भंग कर दिया गया है। हालांकि, बीजेपी की ओर से दावा किया जा रहा है कि अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ को उमेश पाल हत्याकांड के पहले ही भंग कर दिया गया था।
दरअसल, पूर्व विधायक राजू पाल की हत्या मामले में गवाह रहे उमेश पाल की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस केस में बीजेपी नेता राहिल हसन के भाई मोहम्मद गुलाम को नामजद आरोपी बनाया गया है।इसके बाद से ही गुलाम हसन फरार चल रहा है। बीजेपी नेता के भाई का नाम उमेश पाल हत्याकांड में सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर पार्टी की काफी किरकिरी हो रही थी। इसके बाद प्रयागराज महानगर के बीजेपी अध्यक्ष गणेश केसरवानी ने एक्शन लेते हुए न सिर्फ राहिल हसन को पद से हटा दिया है, बल्कि अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ को ही भंग कर दिया है। हालांकि, उन्होंने यह दावा भी किया है कि ऐसा उमेश पाल हत्याकांड से पहले ही कर दिया गया था।
उल्लेखनीय है कि उमेश पाल हत्याकांड का मामला विधानसभा में भी गूंजा था। विपक्षी दल सपा के सत्ता पर हमले के बाद योगी सरकार ने ऐलान किया था कि वह मामले के सभी दोषियों को मिट्टी में मिला देंगे। इसके बाद से पुलिस ने भी मामले में कार्रवाई तेज कर दी है। अतीक अहमद और उनके परिवार को इस केस में आरोपी बनाया गया है। इसके अलावा अतीक के एक करीबी के प्रयागराज स्थित मकान पर बुलडोजर भी चलाया गया है।
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