महेश भटट का खुलासा…
ओशो ने मुझे बर्बाद करने विनोद खन्ना का इस्तेमाल किया
मुंबई। एक समय था जब ओशो रजनीश का हर तरफ खूब प्रभाव था। इसी दौरान बॉलीवुड की कई हस्तियां भी ओशो रजनीश की शरण में पहुंच गई थीं। अभिनेता विनोद खन्ना सबकुछ छोड़कर संन्यासी ही बने थे और ओशो की शरण मेंचले गए। डायरेक्टर महेश भट्ट भी ओशो रजनीश से बहुत प्रभावित थे, बल्कि अभिनेता विनोद को ओशो से मिलवाने में उनका अहम रोल रहा। महेश भट्ट खुद भी गेरुए कपड़े पहनने लगे थे और दिन में पांच वक्त का मेडिटेशन करते थे। लेकिन कुछ ऐसा हुआ, जिसके बाद ओशो रजनीश ने महेश को उनकी जिंदगी बर्बाद करने की धमकी दे दी थी।
महेश भट्ट ने बताया कि जब वह अपने करियर के शुरुआती दौर में थे, तब एक सही मार्गदर्शन की तलाश कर रहे थे। तभी वह स्वयंभू गुरु ओशो रजनीश से मिले। लेकिन कुछ वक्त बाद ही उन्हें अहसास हुआ था कि यह सब सही नहीं है। पर तब तक कुछ ऐसा हो चुका था कि ओशो ने उन्हें बर्बाद करने की धमकी दे डाली थी।उस घटना को याद कर महेश भट्ट ने बताया, मैं एक आम लड़का था। मैंने विश्वासघात और मंजिलें और भी हैं जैसी फिल्में बनाईं जो फ्लॉप हो गईं। मैं परेशान हो गया था और फिर आध्यात्म की तरफ चल पड़ा। मैं ओशो रजनीश के पास गया, जो उन दिनों पुणे के करिश्माई गुरु थे। मैं उनके पास गया और खुद को समर्पित कर दिया। गेरुए रंग के कपड़े पहना और पांच वक्त ध्यान लगाता था।
श्री भट्ट ने बताया कि उन्होंने ही विनोद खन्ना को ओशो रजनीश से मिलवाया था। इसमें उनका अहम रोल रहा। महेश के मुताबिक, विनोद उस समय अपने स्टारडम के चरम पर थे, लेकिन उन्होंने अमेरिका में ओशो रजनीश का अनुयायी बनने के लिए सबकुछ छोड़ दिया। जहां विनोद खन्ना, ओशो के अनुयायी बन गए, वहीं महेश भट्ट ने रिश्ता तोड़ लिया। ओशो से कनेक्शन तोड़ने की क्या वजह थी? इस बारे में महेश भट्ट ने कहा, मैं विनोद को ओशो रजनीश के पास ले गया। मैंने तब ओशो के साथ कनेक्शन तोड़ दिया, लेकिन विनोद खन्ना ने जारी रखा। मैंने माला भी तोड़कर कमोड में फेंक दिया। मैंने सोचा कि जलन, तब मुझे अभी भी होती है, लेकिन मैं एकदम पवित्र शब्द बोल रहा हूं। मुझे लगा जैसे मैं दोगला हूं। मैं इस दुनिया और खुद से झूठ नहीं बोल सकता।
उन्होंने कहा कि ओशो ने उन्हें वापस लाने के लिए विनोद खन्ना का इस्तेमाल किया। महेश भटट ने बताया कि विनोद खन्ना ने मुझे फिल्मिस्तान से फोन कर कहा कि भगवान बहुत गुस्से में हैं। तुमने माला तोड़कर कमोड में फेंक दी। तब मैंने कहा कि हां मैंने ऐसा ही किया है और यह सब बेकार है। मैं बेवकूफ हूं। तब विनोद खन्ना ने कहा कि भगवान ने कहा है कि तुम वापस आ जाओ और खुद आकर माला उन्हें दो, नहीं तब वह (ओशो रजनीश) तुम्हें बर्बाद कर देंगे। भट्ट के मुताबिक, ओशो ने विनोद खन्ना से कहा था कि मैंने महेश भट्ट पर बहुत मेहनत की। लेकिन उनमें वह चीज नहीं थी, जो तुम्हारे अंदर है। महेश भट्ट ने कहा, मैंने विनोद खन्ना से कहा कि वह तुम्हें मेरे खिलाफ इस्तेमाल कर रहे हैं। हालांकि महेश ने कहा कि इससे उनका और विनोद खन्ना का रिश्ता कभी खराब नहीं हुआ और न ही कड़वाहट आई।
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