G.News 24 : रीवा से अलग होकर मऊगंज बनेगा राज्य का 53वां जिला

शिवराज का बड़ा ऐलान...

रीवा से अलग होकर मऊगंज बनेगा राज्य का 53वां जिला

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रीवा जिले से अलग कर मऊगंज को नया जिला बनाने की घोषणा की हैं। मऊगंज प्रदेश का 53वां जिला होगा। इसमें चार तहसीलें होंगी। मऊगंज, हनुमना और नईगढ़ी के अलावा नई तहसील देवतालाब भी इसमें शामिल होगी। मऊगंज को जिला बनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। 15 अगस्त को मऊगंज में तिरंगा फहराया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को मऊगंज में संबल योजना के तहत 27,310 श्रमिक परिवारों को 605 करोड़ रुपये की अनुग्रह सहायता राशि का वितरण किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि मैं चौथी बार मुख्यमंत्री क्यों बना? मैं रीवा जिले का नहीं हूं। पहले टनल का उद्घाटन करने आया, फिर एयरपोर्ट का उद्घाटन करने आया। 

मैं मुख्यमंत्री क्यों बना इसका एक और कारण है। मैंने मऊगंज को वादा किया था और उसे पूरा करना था। इसी वजह से मामा लौट कर आया है। उन्होंने कहा कि सवा साल के लिए दूसरे मुख्यमंत्री थे। मैं मुख्यमंत्री बना तो कोविड आ गया। मुसीबत के दिन थे। उस समय भी आपका साथ मिला तो संकट का समय गुजर गया। प्रदीप पटेल मेरे पास आते थे। कहते थे कि मऊगंज चलो। मैंने कहा कि मैं खाली हाथ नहीं आऊंगा। त्योंथर वालों ने कहा- त्योंथर अलग रहे, हमने कहा मंजूर है। मनगवां वालों ने कहा- मनगवां अलग रहे, हमने कहा मंजूर है। सबकी खुशी में अपनी खुशी है। रीवा का नेतृत्व बैठा है। हमने किसी को दुखी नहीं किया। 

शिवराज ने कहा कि नए जिले में 382 गांव नईगढ़ी तहसील के, 341 गांव मऊगंज के, 343 गांव हनुमना के हैं। देवतालाब अलग तहसील बनेगी। इन चार तहसीलों को मिलाकर नया जिला बनेगा। मैं इसका नक्शा भी लेकर आया हूं। मामा की तैयारी पूरी है। परीक्षा से पहले तैयारी करके आया हूं। आज से मऊगंज को जिला बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। 15 अगस्त को मऊगंज पर तिरंगा फहराया जाएगा। मामा मुख्यमंत्री इसी के लिए तो बना है। जिला बनेगा तो और भी विकास के कार्य करने होंगे। जिला बनते ही यहां कई काम होंगे। टाउन हॉल, शहर के अंदर टू-लेन सड़क, औद्योगिक क्षेत्र जैसी बातें कही गई हैं। हनुमना में डिग्री कॉलेज भी खोला जाना है। शिवराज ने इस मौके पर श्रेय लेने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा कि यह भाजपा की सरकार है। जो वचन देते हैं, उसे पूरा करते हैं। कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र को वचन पत्र कहा था। 

कर्जा माफी से लेकर न जाने कितने वचन दिए थे। कर्जा माफ किया था क्या? उनकी कर्जा माफी की वजह से जो किसान डिफॉल्टर हो गए और उनका 2,500 करोड़ रुपये का ब्याज भी मामा भरवाएगा। भाजपा की सरकार भरवाएगी। संबल योजना को लेकर शिवराज ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि गरीब परिवारों के पास धन-दौलत के अंबार नहीं हैं। उन्हें परेशानी में कोई आर्थिक सहायता मिल जाए तो संबल रहता है। इसके लिए यह योजना मैंने बनाई थी। कमलनाथ जी, मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि हमने गरीबों के लिए योजना बनाई। आपने यह योजना बंद कर दी। 75 लाख नाम काट दिए। कांग्रेस का इन गरीबों ने क्या बिगाड़ा था? संबल योजना बंद कर दी गई। गरीबों के हक को मारा गया।

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