इंटरनेट कॉलिंग के जरिए अतीक से संपर्क रखने वाले पांच को गिरफ्तार किया...
अतीक के दफ्तर से 10 पिस्टल और दीवारों-फर्श में दफ़न मिले लाखों रूपये
उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम देने शूटर्स को पुलिस अब तक अपनी पकड़ नहीं पाई. मगर, पुलिस एक-एक कड़ी को को ढूंढ कर जोड़ रही है। हत्यारों के करीब पहुंच रही उत्तर प्रदेश पुलिस। मंगलवार शाम प्रयागराज पुलिस ने रेकी करने वाले और अतीक अहमद को इंटरनेट कॉलिंग के जरिए हर बात पहुंचाने वाले पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया l जिसमे कैश अहमद 16 सालों से अतीक अहमद का ड्राइवर था और राकेश लाला मुंशी का कार्य करता था. नगदी व असलहों को छिपाने में इनकी अहम भूमिका थी. इन दोनों की निशान देही पर ही पुलिस ने चकिया इलाके में अतीक के ऑफिस से 74 लाख 62 हजार रुपये कैश, 10 पिस्टल, 1 तमंचा और कारतूस बरादम किए हैं.
इस गुर्गों ने बिल्डिंग में सबमर्सिबल के लिए खुदे गड्ढे में एक काले रंग की पॉलीथीन में असलाह छुपाकर रखा था. दो पिस्टल बिल्डिंग के पीछे वाले हिस्से में मजार के पास छुपाई गई थीं. इसके अलावा कैश अहमद और राकेश लाला ने 6 असलहे और 74 लाख 62 हजार रुपये दफ्तर के कमरे की फॉलसीलिंग में छुपा कर रखे थे. पुलिस को रेड के दौरान दीवारों और फर्श को तोड़ने के बाद 500 और 200 रुपये के नोट बरामद हुए. उन्हें गिनने के लिए मशीन मंगवानी पड़ी. भारी पुलिस बल के साथ अफसरों की टीम भी वहां मौजूद रही. पुलिस ने दफ्तर में काम करने वाले 5 लोगों को फिलहाल गिरफ्तार किया है. उनकी निशानदेही पर छापेमारी और बरामदगी की गई.
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