मोनू मानेसर के समर्थन में महापंचायत, राजस्थान पुलिस को दी गई चेतावनी…
राजस्थान पुलिस आएगी तो अपने पाँवों पर लेकिन वापस जा नहीं पाएगी : भूषण
गुरुग्राम। भिवानी में एक जली हुई गाड़ी के अंदर 2 लोगों के कंकाल मिलने के मामले में मुख्य आरोपी मोनू मानेसर के समर्थन में लोग सड़कों पर उतर आए हैं। मोनू मानेसर के नाम पर मंगलवार को हरियाणा में एक महापंचयात बुलाई गई जिसमें हिंदू समाज के लोग पहुंचे। इस महापंचायत में पुलिस के सामने बयान दिया गया कि राजस्थान की पुलिस ने अगर मोनू मानेसर या उसके साथियों को परेशान किया तो इसके अंजाम अच्छे नहीं होंगे। बता दें कि बुधवार को इससे भी बड़ी महापंचायत पलवल में होने वाली है। मोनू मानेसर के समर्थन में हुई महापंचायत में जमकर भड़काऊ भाषण दिए गए। पंचायत में एक वकील भारत भूषण ने कहा, ‘भाई केवल नारों से काम चलने वाला नहीं है। ये हमें चिंतन करना है। हम जितने भी साथी यहां बैठे हैं, हमारे अध्यक्ष साहब की अनुमति से सुझाव है कि हम सब एक कोष की स्थापना करें। जो साथी हमारे जिनके साथ घटना घट रही है, उनको आर्थिक सहायता भी हम लोग दें और चाहे हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट भी जाना पड़े, हम पूरी ताकत से इस लड़ाई को लड़ेंगे।’
भूषण ने आगे कहा, ‘चाहे कितना बड़ा वकील हमें करना पड़े, हम उसको खड़ा करने का काम करेंगे। और आखिरी बात कह लूं मैं। अभी भाई धर्मेंद्र ने कहा अगर राजस्थान पुलिस, हम देश भर की पुलिस का सम्मान करते हैं, लेकिन इस झूठे प्रकरण के अंदर राजस्थान पुलिस ने हमारे साथियों को, उनके परिवारों को परेशान किया तो वह स्पष्ट सुन ले। राजस्थान पुलिस इस मामले में आएगी तो अपने पांव से लेकिन वापस जा नहीं पाएगी अपने पांव से।’ मोनू मानेसर के समर्थन में हुई महापंचायत में जबरदस्त भीड़ उमड़ी हुई थी। मोनू मानेसर की टीम का दावा है कि उन्होंने जान पर खेलकर हजारो गोवंश की जान बचाई है। उसके यूट्यूब पेज MONU MANESAR BAJRANG DAL पर 100 से ज्यादा वीडियो पड़े हुए हैं, जिनमें मोनू मानेसर और उसकी टीम कथित गोतस्करों से लोहा लेते दिखाई देती है। यूट्यूब पर ये वीडियो खुद मोनू मानेसर और उसकी टीम ने डाले हैं। कुछ वीडियो में तो गोरक्षकों के डर से कथित गोतस्कर चलती गाड़ी से ही गोवंश को फेंकते नजर आते हैं।
मोनू मानेसर की टीम का दावा है कि अब तक उन्होंने हरियाणा राजस्थान बॉर्डर से 60-70 हजार गोवंश बचाये हैं और 10-15 हजार किलो गोवंश के मांस को पकड़ा है। इसके अलावा वे 20-30 हजार गोवंश की खाल पकड़वा चुके हैं। 2019 में गो तस्करों ने मोनू मानेसर को गोली मार दी थी और उसके सीने में गोली लगी, जिसके बाद वह 10 दिन मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती रहा। उसके समर्थकों का कहना है कि मोनू मानेसर गोतस्करों के राडार पर पहले नंबर पर है इसलिए वो उसे फंसाकर गो तस्करी के धंधे को बेरोकटोक चलवाना चाहते हैं। बता दें कि राजस्थान के भरतपुर जिले में स्थित घाटमीका गांव निवासी 25 साल के नासिर और 35 साल के जुनैद उर्फ जूना का बुधवार को कथित तौर पर अपहरण कर लिया गया था और गुरुवार सुबह हरियाणा के भिवानी स्थित लोहारू में एक जली हुई कार से उनके झुलसे हुए शव बरामद किये गये थे। इन दोनों हत्याओं का आरोप मोनू मानेसर और उसके साथियों पर लगा था। इस मामले में राजस्थान पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार किया है जबकि मोनू मानेसर फरार है।
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