बहस के दौरान कही गई हर बात को लिखित में किया जाएगा जारी…
सुप्रीम कोर्ट ने उठाया एक नया और ऐतिहासिक कदम !
सुप्रीम कोर्ट के फैसले और आदेश तो लंबे समय से वेबसाइट पर सार्वजनिक किए जा रहे हैं, अब सुप्रीम कोर्ट ने एक नया और ऐतिहासिक कदम उठाया है। किसी मामले की सुनवाई के दौरान वकीलों और जजों की तरफ से कहे गए एक-एक वाक्य को अब सार्वजनिक किया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ में एकनाथ शिंदे बनाम उद्धव ठाकरे विवाद की सुनवाई से इसकी शुरुआत हुई है। पूरा दिन चली सुनवाई की सभी बातों को 63 पन्नों की पीडीएफ फाइल के रूप में जारी किया गया है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के सहारे इस इस काम को अंजाम दिया जा रहा है। सुनवाई के दौरान कही गई हर बात को टेरेस नाम की कंपनी की तरफ से उपलब्ध करवाई गई तकनीक के ज़रिए लिखित रूप में दर्ज किया गया। 5 जजों की संविधान पीठ में चल रही सुनवाई में एक विशेष स्क्रीन भी लगाई गई है, जिसमें कोर्ट में दी जा रही सभी दलीलों और उन पर जजों की टिप्पणियों को पढ़ा जा सकता है।
पूरे दिन की सुनवाई के बाद इसे पीडीएफ में तब्दील कर जारी किया गया है। महाराष्ट्र विवाद की सुनवाई की शुरुआत में ही संविधान पीठ की अध्यक्षता कर रहे चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ ने वकीलों को इस सुविधा की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि न सिर्फ कोर्ट में मौजूद सभी वकील स्क्रीन पर यह पढ़ सकेंगे कि सुनवाई के दौरान क्या-क्या कहा जा रहा है, बल्कि इन सभी बातों को भविष्य के लिए भी रिकॉर्ड के रूप में रखा जाएगा।
इसका एक बड़ा लाभ यह भी होगा कि कानून के छात्र इन दलीलों को पढ़ कर उससे लाभ उठा सकेंगे। इसे सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर अपलोड भी किया जाएगा। मामले पर बहस के लिए कोर्ट में मौजूद वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल सॉलीसीटर जनरल तुषार मेहता समेत सभी वकीलों ने इस घोषणा का स्वागत किया। चीफ जस्टिस ने साफ किया है कि फिलहाल महाराष्ट्र मामले की सुनवाई में इस सेवा को प्रायोगिक तौर पर शुरू किया जा रहा है। जल्द ही इसे सभी सुनवाई में इस्तेमाल में लाया जाएगा।
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