G.News 24 : विशाल उल्कापिंड दिखाई देने से फ्रांस में रात में दिन जैसा नजारा

People came in panic after seeing asteroid…

Day like night in France due to sighting of huge meteorite

Paris. The sight of a giant meteorite in northern France turned night into day. If suddenly there is light like day in the night, then it is considered a sign of some trouble. One such big trouble has passed over France on Monday morning. A meteorite ie asteroid appeared in the sky of northern France at night, which made the night look like day. Many people made it a video of the falling meteorite. The possibility of the fall of this meteorite had already been predicted. According to the International Meteorological Organization, the name of the meteorite is SAR-2667 (CX-1).

पेरिस। उत्तरी फ्रांस में विशाल उल्कापिंड दिखाई देने से रात में दिन जैसा नजारा हो गया। रात में अगर अचानक दिन जैसी रोशनी हो जाए तो वह किसी मुसीबत का संकेत ही मानी जाती है। फ्रांस के ऊपर से सोमवार की सुबह ऐसी ही एक बड़ी मुसीबत गुजरी है। उत्तरी फ्रांस के आसमान में रात को एक उल्कापिंड यानी एस्टेरॉयड दिखाई दिया, जिससे  रात में दिन जैसा नजारा हो गया। कई लोगों ने इसे गिरते हुए उल्कापिंड का वीडियो बना लिया। इस उल्कापिंड के गिरने की संभावना पहले ही जता दी गई थी। अंतर्राष्ट्रीय उल्का संगठन के अनुसार उल्कापिंड का नाम एसएआर-2667 (सीएक्स-1) है। 

The International Meteorite Organization has confirmed the fall of this meteorite. It was said on Twitter that on February 13, at 2.59 am i.e. 8.29 am Indian time, CX-1 entered the Earth's atmosphere. The meteor organization wrote on its website that an extremely bright light was seen near the moon. The meteorite has fallen in the form of a ball of fire at its possible time. Dozens of people have seen it. The arrival of this meteorite was already predicted.

अंतर्राष्ट्रीय उल्का संगठन ने इस उल्कापिंड के गिरने की पुष्टि की है। ट्विटर पर कहा गया कि 13 फरवरी को 2 बजकर 59 मिनट यानी भारतीय समयानुसार 8.29 बजे सुबह धरती के वायुमंडल में सीएक्स-1 दाखिल हुआ। उल्का संगठन ने अपनी वेबसाइट पर लिखा कि चंद्रमा के करीब एक बेहद चमकदार रोशनी देखी गई। उल्कापिंड अपने संभावित समय पर ही आग का गोला बनकर गिरा है। दर्जनों लोगों ने इसे देखा है। इस उल्कापिंड के आने की भविष्यवाणी पहले ही कर दी गई थी। 

It was one meter in diameter, which was not a threat to the earth, but when it passed over people, it created panic among them. This meteorite appeared in the sky of Rouen in France, but many reports claim that it was in Belgium. Its light could also be seen from the Netherlands, northern France and southern England. The European Space Agency had already given a warning for this. As soon as it entered the Earth's atmosphere, this meteorite started breaking apart. On seeing it, it seemed as if a ball of fire was falling from the sky. Warning was already given regarding this, due to which many people were ready with their cameras.

यह एक मीटर के व्यास का था, जो धरती के लिए खतरा नहीं था, लेकिन जब यह लोगों के ऊपर से गुजरा तो उनमें दहशत पैदा हो गई।यह उल्कापिंड फ्रांस के रूएन के आसमान में दिखा है, लेकिन कई रिपोर्ट्स का दावा है कि बेल्जियम, नीदरलैंड, उत्तरी फ्रांस और दक्षिणी इंग्लैंड से भी इसकी रोशनी देखी जा सकती थी। यूरोपीय स्पेस एजेंसी ने इसके लिए पहले ही वार्निंग दे दी थी। पृथ्वी के वायुमंडल में आते ही यह उल्कापिंड टूटकर बिखरने लगा। देखते ही देखते ऐसा लग रहा था जैसे आसमान से कोई आग का गोला गिर रहा हो। इसे लेकर पहले ही वॉर्निंग दी गई थी, जिसके कारण कई लोग अपना कैमरा लेकर तैयार थे। 

People shared the video of this incident on social media, which went viral on seeing it. This meteorite was also important for astronomers. This is because it is the 7th meteorite, which has been known before hitting the Earth. This shows that meteorite detection capabilities have evolved. It was last reported on November 19, 2022, just four hours before the meteorite hit Toronto, Canada. Dinosaurs were destroyed by a meteorite impact on the earth. Humans do not want this to happen to them, so they are researching ways to detect and avoid meteorites.

लोगों ने इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया, जो देखते ही देखते वायरल हो गया।यह उल्कापिंड खगोलविदों के लिए भी महत्वपूर्ण था। ऐसा इसलिए क्योंकि यह 7वां उल्कापिंड है, जिसके बारे में पृथ्वी पर टकराने से पहले ही पता चल गया हो। यह दिखाता है कि उल्कापिंड का पता लगाने की क्षमताओं में विकास हुआ है। पिछली बार 19 नवंबर 2022 को कनाडा के टोरंटो में उल्कापिंड के गिरने से ठीक चार घंटे पहले बता दिया गया था। डायनासोर का खात्मा पृथ्वी पर उल्कापिंड की टक्कर से हुआ था। इंसान नहीं चाहते कि ऐसा उनके साथ हो, इसलिए वह उल्कापिंड का पता लगाने और उनसे बचने के तरीकों पर शोध कर रहे हैं।

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