G.News 24 : रेत माफिया बेखौफ होकर नदी का सीना कर रहे है छलनी !

जलीय जीव जंतुओं के जीवन पर खतरा...

रेत माफिया बेखौफ होकर नदी का सीना कर रहे है छलनी !

डबरा। अनुभाग भितरवार के अंतर्गत आने वाले ग्राम पवाया और लुहारी से होकर निकली सिंध नदी के घाटों पर रेत माफिया द्वारा बड़े पैमाने पर रेत का अवैध उत्खनन कर परिवहन किया जा रहा है। साथ ही टोकन के नाम पर अवैध वसूली भी की जा रही है, इसी को लेकर जनपद पंचायत के वार्ड क्रमांक 10 के सदस्य मनीष पंडा एवं ग्राम सांखनी के सरपंच विनोद बंशकार आदि ने अवैध रेत के उत्खनन और परिवहन के साथ ही टोकन के नाम पर हो रही अवैध वसूली को लेकर अपना मोर्चा खोल दिया है और उन्होंने मंगलवार को भितरवार एसडीएम अश्वनी कुमार रावत को एक लिखित ज्ञापन कार्यवाही करने की मांग को लेकर सौंपा है।

रेत माफिया बेखौफ होकर नदी का सीना कर रहे है छलनी - जनपद सदस्य एवं ग्राम सांखनी के सरपंच द्वारा संयुक्त रूप से दिए गए ज्ञापन में उल्लेख किया है कि, ग्राम पवाया और लुहारी स्थित सिंध नदी घाट से अवैध रूप से रेत का उत्खनन किया जा रहा है। साथ ही टोकन के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है जिससे प्रतिदिन शासन को लाखों रुपए के राजस्व की क्षति हो रही है। रेत कारोबारी ठेकेदार द्वारा अन्यत्र जगह की रॉयल्टी रसीद पूरे ग्वालियर जिले में दी जा रही है।

नदी में रहने वाले जलीय जीव जंतुओं के जीवन पर खतरा मंडरा रहा है - वहीं उक्त कारोबारी द्वारा नदी में पनडुब्बी और एलएनटी के अलावा रोटर डालकर अवैध उत्खनन किया जा रहा है जिससे नदी में रहने वाले जलीय जीव जंतुओं के जीवन पर खतरा मंडरा रहा है तो नदी किनारे के आसपास आने वाले ग्रामों में भीषण गर्मी के दौरान जल संकट गहरा सकता है। साथ ही नदियों के अस्तित्व को भी क्षति पहुंच रही है। यहां तक की रेत ठेकेदार द्वारा जहां अवैध तरीके से अन्यत्र जगह की रॉयल्टी काटकर अवैध वसूली की जा रही है तो वही सांखनी तिराहे पर एवं रायचोरा और लुहारी मार्ग पर अवैध नाके लगा रखी है जिन पर 8 से 10 लोगों को बिठा रखा है जो जोर जबरदस्ती करके अवैध हथियारों के बल पर अवैध रूप से रेत की रॉयल्टी काट रहे हैं।

दहशत गर्द ग्रामीण जन अपने खेतों पर भी कृषि कार्य के लिए दिन के उजाले में ही पहुंच रहे हैं - यहां तक की रात्रि के समय चार पांच चार पहिया वाहन उपरोक्त नाकों से लेकर नदी घाटों तक घूमते रहते हैं और चाहे जहां रात्रि के समय उपरोक्त वाहन खड़े हो जाते हैं जिसके कारण ग्रामीण जन किसी अप्रिय घटना की संभावना से भयभीत बने हुए हैं। दहशत गर्द ग्रामीण जन अपने खेतों पर भी कृषि कार्य के लिए दिन के उजाले में ही पहुंच रहे हैं रात्रि में उपरोक्त लोगों के भय के कारण आजा नहीं पा रहे हैं। ऐसी स्थिति में उपरोक्त रेत के अवैध उत्खनन हो रहे घाटों पर जांच करा कर संबंधित कारोबारियों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की गई है।

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