नींद से जागा माइनिंग विभाग और...
कलेक्टर के निर्देश पर अवैध रेत खदानों पर की छापामार कार्यवाही
ग्वालियर। पुलिस और प्रशासन समय-समय पर रेत कारोबारियों के खिलाफ कार्यवाही करता है लेकिन कार्यवाही के बाद भी रेत कारोबारियों के पास इतने संसाधन होते है कि खदान से प्रशासन के अधिकारी अपने कार्यालय तक नहीं पहुंच पाते और रेत कारोबार नदी में पनडुब्बियां डालकर अवैध उत्खनन शुरू कर देते है। माइनिंग विभाग कई महीनों से नींद में सो रहा था लेकिन जैसे ही उक्त अवैध उत्खनन जिला कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह तक पहुंचा, उन्होनें तत्काल माइनिंग विभाग को कार्यवाही के लिए निर्देशित किया। जिसके चलते माइनिंग विभाग के आला अफसर पिछोर थाना क्षेत्र के कैथोदा घाट पर पहुंचे जहां उन्होनें दो पनडुब्बियां मौके से पकडी और आगजनी करके नष्ट की गई, माइनिंग विभाग की इस कार्यवाही से रेत कारोबारियों में हडकंप मचा है।
जिला कलेक्टर अक्षय कुमार के निर्देश पर माइनिंग प्रभारी प्रदीप भूरिया के निर्देशन में माइनिंग इंस्पेक्टर राजेश कुमार गंगेले अपनी टीम के साथ पिछोर थाना क्षेत्र के कैथोदा रेत खदान पर पहुंचे जहां नदी के अंदर डली पनडुब्बियों को जप्त करते हुए मौके पर ही लगाकर उन्हें नष्ट किया। माइनिंग विभाग की इस कार्यवाही से अन्य घाटों में चांदपुर, रायपुर, लिधौरा, पवाया, भैंसनारी, लुहारी, सिंध नदी रेत खदानों से रेत कारोबारियों ने पनडुब्बियों को मौके से हटा दिया क्योंकि उन्हें डर था कि कहीं माइनिंग टीम इस क्षेत्र में कार्यवाही न कर दें। अगर माइनिंग विभाग की इसी प्रकार की कार्यवाही लगातार जारी रहेगी तो रेत के अवैध उत्खनन पर कुछ हद तक रोक लग सकती है अन्यथा रेत का कारोबार वर्तमान समय में बडे स्तर पर फल-फूल रहा है।
मप्र सरकार द्वारा सन् 2022 में रेत खदानों पर कुछ समय के लिए प्रतिबंध लगा दिया था, प्रतिबंध के बाद अनुभाग के सभी घाटों से रेत का उत्खनन और अवैध उत्खनन पूर्ण रूप से बंद पडा हुआ था लेकिन जैसे ही भिण्ड के एक ठेकेदार ने गिजौर्रा थाना क्षेत्र के सिली घाट की अनुमति ली तो रेत माफियाओं ने पूरे अनुभाग की खदानों पर अपना कब्जा कर लिया और अवैध रूप से रेत निकालने का काम शुरू कर दिया, जिसके चलते जहां प्रदेश सरकार को राजस्व में घाटा हुआ वहीं दूसरी ओर रेत माफियाओं में वर्चस्व की लडाई शुरू हो गई। कहीं गोलियां चलने लगी तो कहीं रॉयल्टी के कट्टे और कैस लुटने लगा, हालात गंभीर होते चले गए।
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