शिवराज सरकार द्वारा अहाते बंद करने के फैसले से उमा भारती खुश हैं…
उमा भारती और शिवराज की बन्द कमरे में चर्चा से गर्माया सियासी पारा !
भोपाल। एक दूसरे के धुर विरोधी माने जाने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व पूर्व मुख्यमंत्री की सोमवार को एक मुलाकात हुई। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान खुद उमाभारती के आवास पर पहुंचे। इस मौके पर उमाभारती ने शिवराज को इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत की शुभेच्छा दी। सोमवार सुबह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अचानक उमा भारती के आवास पर पहुंचे। माना जा रहा है शराबबंदी मुहिम को आगे बढ़ाते हुए शिवराज सरकार द्वारा अहाते बंद करने के फैसले से उमा भारती खुश हैं। इसी को लेकर दोनों दिग्गजों के बीच मुलाकात हुई। दोनों की बंद कमरे में बातचीत हुई। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के इस कदम से उमा भारती खुश दिखीं तो वहीं शिवराज भी आश्वस्त दिखे।
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को उमाभारती ने जीतने की शुभकामनाएं दीं। दोनों ने एक-दूसरे का माला पहनाकर स्वागत किया। अहाते बंद करके नई शराब नीति लाकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आधी आबादी यानी महिलाओं की सहानुभूति लेने की कोशिश की है। इतना ही नहीं नई नीति की ब्रांडिंग और इसके फायदे गिनाने के लिए न सिर्फ शिवराज बल्कि पूरा संगठन मैदान में आ गया है। सरकार द्वारा शराबबंदी की मुहिम के तहत अहाते बंद करने के फैसले का उमाभारती ने स्वागत किया है। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान सिंह का आभार प्रकट करने के लिए एक बड़ा कार्यक्रम भी रखा। हालांकि बस हादसे के चलते कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मुख्यालय से लौटने के बाद मुख्यमंत्री ने शराब की नई नीति पर मुहर लगाई थी। शिवराज सरकार को शराब से बहुत ज्यादा राजस्व मिलता है और उमा भारती की मुहिम को लेकर सरकार बैकफुट पर थी। सूत्रों के मुताबिक पहले शिवराज सरकार उमा की बातों पर सहमत नहीं थे। लेकिन बाद में उमा भारती ने अपनी पीड़ा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेताओं को बताई। जिसके बाद माना जा रहा था कि शराब नीति को लेकर शिवराज सरकार कुछ संशोधन करेंगी। हुआ भी वही, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नागपुर मुख्यालय मोहन भागवत से मुलाकात करने पहुंचे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मुख्यालय से भोपाल लौटने के बाद उन्होंने नई शराब नीति के ड्राफ्ट को मंजूरी दे दी।
जिसमें कई बदलाव भी किए गए। उमा भारती की मांगों को भी इस नई नीति में शामिल किया गया, जिससे उमा भारती अब शांत दिखाई दे रही हैं। नई शराब नीति से सरकार का राजस्व जरूर कुछ कम होगा। नई नीति के तहत स्कूल, कॉलेज, शिक्षण संस्थाओं और धर्मस्थलों से शराब दुकानें 100 मीटर दूर होंगी। इससे पहले 50 मीटर का प्रावधान था। अब दुकानों में बैठकर शराब पीने की अनुमति नहीं होगी। पुरानी दुकानें नए साल के लिए 10 फीसदी शुल्क देकर रिन्यू होंगी। यदि कोई शराब पीकर वाहन चलाता पकड़ा जाता है तो उसका ड्राइविंग लाइसेंस भी निलंबित किया जायेगा।
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