फेसबुक का ब्लू टिक ट्विटर से महंगा…
Twitter के बाद अब Facebook भी वसूलेगा पैसे !
ट्विटर की तरह अब फेसबुक भी अपने ग्राहकों के लिए वेरिफाइड सब्सक्रिप्शन सर्विस लाया है। फेसबुक के मालिक मार्क जुकरबर्ग ने इसकी घोषणा की है। जल्द ही ग्राहकों को ब्लू टिक सर्विस के लिए फेसबुक को पैसे देने होंगे। रविवार को मार्क जुकरबर्ग ने फेसबुक पोस्ट के जरिये सब्सक्रिप्शन सर्विस के बारे में जानकारी दी। जुकरबर्ग ने पोस्ट में लिखा, ''इस हफ्ते हम मेटा वेरिफाइड शुरू कर रहे हैं जो एक सब्सक्रिप्शन सर्विस है जो एक सरकारी पहचान पत्र के साथ आपको अपना अकाउंट सत्यापित करने देगी।''
जुकरबर्ग के मुताबिक, अब ग्राहक रुपये देकर ब्लू बैज (नीला टिक), सेम आई वाले फर्जी खातों के खिलाफ सुरक्षा और कस्टर सपोर्ट तक सीधी पहुंच प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि यह नया फीचर फेसबुक की सेवाओं में प्रमाणिकता सुरक्षा बढ़ाने के बारे में है। मेटा वेरिफाइड सर्विस का एलान करते हुए जुकरबर्ग ने यूजर्स को यह भी बताया कि उन्हें कितनी रकम खर्च करनी होगी। जुकरबर्ग के मुताबिक, एक यूजर को वेब आधारित सत्यापन के लिए 11.99 डॉलर (992.36 रुपये) प्रति माह और iOS पर इस सेवा के लिए 14.99 डॉलर (1240.65 रुपये) प्रति माह चुकाने होंगे।
मार्क जुकरबर्ग के मुताबिक, मेटा वेरिफाइड सब्सक्रिप्शन सर्विस इस हफ्ते ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के लिए शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही अन्य देशों के लिए भी यह सेवा शुरू होगी। भारत में फेसबुक की यह सेवा कब अमल में आएगी, इस बारे में अभी जानकारी नहीं दी गई है। बता दें कि ट्विटर का अधिग्रहण करने के बाद एलन मस्क कंपनी में सुधारवादी कदम के तहत वेरिफाइड सब्सक्रिप्शन सर्विस लेकर आए थे। ट्विटर ने अलग-अलग देशों में ब्लू बैज के लिए अलग-अलग फीस रखी।
भारत में आम तौर पर 900 रुपये खर्च करके ट्विटर का ब्लू टिक ले सकते हैं। वहीं, हाल-फिलहाल जुकरबर्ग ने अपनी सर्विस लिए जो दो रेट बताए हैं वो 900 रुपये से ज्यादा हैं। हालांकि, यह आने वाले दिनों में ही पता लगेगा कि भारतीय यूजर्स को फेसबुक ब्लू टिक के लिए कितने रुपये देने होंगे। एक यूजर ने कमेंट करते हुए जुकरबर्ग पर तंज कसा, ''अब बहुत हो गया! मैं ट्विटर में जा रहा हूं, जहां ब्लू चेकमार्क की एक जेपीजी के लिए 8 डॉलर महीना लगता है।''
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