G.News 24 : 3000 रु से ज्यादा का हुआ गैस सिलेंडर !

IMF के दबाव में PAK ने गैस दामों में की 112 % बढ़ोतरी...

3000 रु से ज्यादा का हुआ गैस सिलेंडर !

इस्लामाबाद l पाकिस्तान ने IMF के दबाव में जनता पर महंगाई का नया बम फोड़ दिया है। जानकारी के मुताबकि मंगलवार को संघीय कैबिनेट की आर्थिक समन्वय समिति (ECC) ने घरेलू उपभोक्ताओं के लिए गैस की कीमत में 112 फीसदी की बढ़ोतरी के फैसले को मंजूरी दे दी है।  वित्त मंत्री इशाक डार की अध्यक्षता में आज ECC सत्र में इसे मंजूरी दी गई।  संघीय सरकार ने अगले 6 महीने में उपभोक्ताओं से 310 अरब रुपए की वसूली के लिए, प्राकृतिक गैसों की कीमतों में 112 फीसदी तक की वृद्धि को मंजूरी दे दी है। बता दें कि पाकिस्तान में इन दिनों चावल 200 रुपए किलो, दूध 150 से 210 रुपए लीटर, आलू 70 रुपए किलो, टमाटर 130 रुपए किलो और पेट्रोल 250 रुपए लीटर बिक रहा है।

पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान में एक गैस सिलेंडर की कीमत अब करीब 3100 रुपए है। जानकारी के अनुसार घरेलू उपभोक्ताओं के लिए गैस मूल्य निर्धारण के 10 स्लैब होंगे कुछ उपभोक्ताओं के लिए 500 रुपए का निर्धारित शुल्क तय किया गया है तो वहीं कुछ उपभोक्ताओं के लिए 50 रुपए का शुल्क निर्धारित किया गया है।  कॉमर्शिलय, इंडस्ट्रीयल और पॉवर क्षेत्रों के उपभोक्ताओं के लिए भी गैस मूल्य निर्धारण में संशोधन किया गया है। कॉमर्शियल उपभोक्ताओं के लिए गैस की कीमतें 29 फीसदी तक बढ़ा दी गईं और नई कीमत 1,650 रुए प्रति एमएमबीटीयू तय की गई है। 

 आर्थि क संकट से जूझ रहे पाक‍िस्तांन की जनता के लिए प्राकृतिक गैस पर टैक्स6 बढ़ाना बड़ा झटका है।   इससे पहले सरकार ने ब‍िजली की दरों को बढ़ाकर आम आदमी को झटका द‍िया था। सरकार की तरफ से क‍िए गए इस बदलाव से औद्योगिक के साथ आम ग्राहकों को अपनी जेब पहले से ज्या‍दा ढीली करनी पड़ेगी।  वित्तीय प्रोत्साहन की शर्तों के तहत यह कदम उठाया गया है। दरअसल, IMF की तरफ से लोन देने की शर्तों में सब्सिडी खत्म करने की बात कही गई है।  

IMF ने अपनी शर्तों में कहा है क‍ि पाकिस्तान जनता को दी जाने वाली सब्सिडी कम करें और राजस्व में बढ़ोतरी करे।  IMF का जोर स्थायी राजस्व उपायों पर है।  सरकार के इस प्रयास का मकसद अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) की तरफ से छह अरब डॉलर के प्रोत्साहन पैकेज को पटरी पर लाना है।  इसके तहत घरेलू और औद्योगिक ग्राहकों के लिए प्राकृतिक गैस पर टैक्सत की दर को 16 प्रतिशत से बढ़ाकर 112 प्रतिशत किया गया है।  बिजली की दर में भी इसी प्रकार की तेज वृद्धि की आशंका जताई जा रही है।

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