Major cities of Turkey badly destroyed...
3 powerful earthquakes occurred in the last 24 hours, more than 2600 people died
Istanbul. A strong earthquake struck Turkey and Syria in the early hours of Monday. So far more than 2600 people have been reported killed due to the earthquake. Buildings collapsed due to the strong tremors. The tremors were felt as far as Greenland.
इस्तांबुल। तुर्की और सीरिया में सोमवार की अहले सबुह अत्यधिक शक्तिशाली भूकंप आया। भूकंप के कारण अभी तक 2600 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की खबर है। तेज झटकों के कारण इमारतें ध्वस्त हो गईं। ग्रीनलैंड तक झटको को महसूस किया गया।
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मामले से जुड़ी जानकारियां -
- The intensity of the earthquake that occurred at night was 7.8 magnitude. Hours later, two more powerful earthquakes rocked major cities in Turkey, a region filled with millions of people fleeing civil war in Syria and other conflicts.
- Raed Ahmed, head of Syria's National Earthquake Center, called it "the biggest earthquake recorded in the center's history". State media and medical sources said at least 783 people were reported killed in rebel and government-held areas of Syria.
- Here, 1,121 people died in Turkey, according to President Recep Tayyip Erdogan, who is suffering one of the biggest disasters in his two decades in power.
- The initial earthquake was followed by more than 50 aftershocks, including 7.5 and 6-magnitude tremors. It jolted the area amid search and rescue operations on Monday afternoon.
- AFP correspondents and eyewitnesses felt the tremors of the second quake as far away as the Turkish capital Ankara and the Iraqi Kurdistan city of Erbil.
- रात को आए भूकंप की तीव्रता 7.8 मैग्निट्यूड की थी। वहीं इसके कुछ घंटे बाद दो और शक्तिशाली भूकंप आए, जिसने सीरिया और अन्य संघर्षों में गृह युद्ध से भागे लाखों लोगों से भरे क्षेत्र तुर्की के प्रमुख शहरों के तहस नहस कर दिया।
- सीरिया के राष्ट्रीय भूकंप केंद्र के प्रमुख रायद अहमद ने इसे "केंद्र के इतिहास में दर्ज सबसे बड़ा भूकंप" कहा। स्टेट मीडिया और मेडिकल सूत्रों ने कहा कि सीरिया के बागी और सरकार शासित क्षेत्रों में कम से कम 783 लोगों के मारे जाने की सूचना है।
- इधर, राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन के अनुसार, तुर्की में 1,121 लोगों की मौत हो गई, जो सत्ता में अपने दो दशकों की सबसे बड़ी आपदाओं को झेल रहे हैं।
- प्रारंभिक भूकंप के बाद 50 से अधिक आफ्टरशॉक्स आए, जिनमें 7.5 और 6-तीव्रता के झटके शामिल थे। इसने सोमवार दोपहर सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन के बीच क्षेत्र को झटका दिया।
- एएफपी के संवाददाताओं और प्रत्यक्षदर्शियों ने दूसरे भूकंप के झटकों को तुर्की की राजधानी अंकारा और इरबिल के इराकी कुर्दिस्तान शहर तक में महसूस किया।
- Shocked Turkish people were seen running in their pajamas through the snow-covered streets. During this, he saw the rescue workers digging out the debris of the damaged houses with their hands.
- "Seven members of my family are buried under the rubble," survivor Muhittin Oraksi told AFP in the Turkish Kurdish city of (unspecified) Diyarbakır. He said, "My sister, her three children, her husband and in-laws are all buried there."
- Explain that the rescue work was being hampered by a winter blizzard. Incessant snowfall had covered major roads with snow.
- Officials said the quake disabled three major airports in the region, making the delivery of vital aid more difficult.
- Erdogan expressed his sympathies and urged national unity, saying, "We hope that together we will recover from this disaster as soon as possible and with the least damage."
- झटकों से सन्न तुर्की के लोग बर्फ से ढके गलियों में पजामे में भागते दिखे। इस दौरान उन्होंने बचावकर्मियों को क्षतिग्रस्त घरों के मलबे को अपने हाथों से खोदते हुए देखा।
- तुर्की के कुर्द शहर (अस्पष्ट) दियारबकीर में जीवित बचे मुहित्तिन ओराकसी ने एएफपी को बताया, "मेरे परिवार के सात सदस्य मलबे में दबे हुए हैं।" उन्होंने कहा, "मेरी बहन, उसके तीन बच्चे, उसका पति और सास-ससुर सारे वहीं दबे हुए हैं।"
- बता दें कि सर्दियों के बर्फ़ीले तूफ़ान से बचावकार्य में बाधा आ रही थी। लगातर हुए बर्फबारी ने प्रमुख सड़कों को बर्फ से ढक दिया था।
- अधिकारियों ने कहा कि भूकंप ने क्षेत्र में तीन प्रमुख हवाईअड्डों को निष्क्रिय कर दिया, जिससे महत्वपूर्ण सहायता की डिलीवरी और मुश्किल हो गई है।
- एर्दोगन ने अपनी सहानुभूति व्यक्त की और राष्ट्रीय एकता का आग्रह करते हुए कहा, "हमें उम्मीद है कि हम इस आपदा से एक साथ जल्द से जल्द और कम से कम क्षति के साथ रिकवर करेंगे।"
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