मुख्यमंत्री की चाय पार्टी का विपक्षी दलों ने बहिष्कार किया…
मुख्यमंत्री के बंगले का 4 महीने का केटरिंग बिल 2 करोड़ 38 लाख !
मुंबई । नेता जनता से वसूले गए टेक्स के पैसे को कैसे उड़ाते है इस खबर को पढ़कर हक़ीकत आपके सामने आ जाएगी l इस पर रोक लगना जरूरी है l इसके लिए आवाज़ उठाना जरूरी है lसूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार खबर ये है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के सरकारी आवास वर्षा बंगले का 4 महीने का चाय और खाने का बिल 2 करोड़ 38 लाख रुपये आया है. मीडिया ने ऐसी खबर दी है। वर्षा बंगले पर क्या चाय में सोना का पानी डालते हैं क्या? राज्य के नेता प्रतिपक्ष अजित पवार ने मुख्यमंत्री से यह सवाल पूछा. उन्होंने कहा हमने भी उपमुख्यमंत्री के रूप में भी काम किया है। मेरे कई करीबी सहयोगी मुख्यमंत्री रहे लेकिन उनके शासन काल में ऐसा कुछ देखने को नहीं मिला उन्होंने मुख्यमंत्री के कार्यों पर नाराजगी जताई. आपको बता दें कि आज सोमवार से महाराष्ट्र विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो रहा है. यह सत्र 25 मार्च तक चलेगा। सत्र की पूर्व संध्या पर विपक्षी दलों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शिंदे-फडणवीस सरकार को आड़े हाथों लिया. सरकार की शासन व्यवस्था को देखते हुए किसान मजदूर और मध्यम वर्ग के लोग इस सरकार के दौर में खुश नहीं हैं. विपक्षी दलों ने कहा कि किसी को ये नहीं पता था कि ऐसी सरकार आएगी जो राज्य को कई सालों तक पीछे ले जाएगी. जब किसानों की थाली में संकट का कड़वा स्वाद है तो चाय की मिठास हमें कैसे आएगी ? हम इस सरकार द्वारा आयोजित चाय पार्टी में कैसे जा सकते हैं? इस पर सवाल उठाते हुए विपक्षी दलों ने चाय पार्टी का बहिष्कार किया।
विज्ञापन पर सरकार ने खर्च किये 50 करोड़ रुपये
राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने आगे कहा कि एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद से ही आम शिवसैनिकों में भारी रोष है। सत्ता हस्तांतरण के बाद से प्रदेश में एक भी नया उद्योग स्थापित नहीं हुआ है। इसके उलट यहां के उद्योग गुजरात जा रहे हैं। सत्ता पक्ष के विधायक गालियां दे रहे हैं कोई मार रहा है तो कोई फायरिंग कर रहा है. प्रदेश में कानून व्यवस्था की पोल खुल गई है। विज्ञापन के नाम पर सरकार द्वारा 50 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। मुंबई मनपा से मिली जानकारी के मुताबिक वहां से 8 करोड़ रुपये खर्च किए जाने की खबर है. उनकी हंसती हुई फोटो दिखाने के लिए करोड़ों रुपए उड़ाए गए। मैंने राज्य के उपमुख्यमंत्री के रूप में काम किया है। मेरे कई साथियों ने भी मुख्यमंत्री के रूप में काम किया है। वर्षा बंगले का 4 महीने का खाने का बिल 2 करोड़ 38 लाख रुपए आया है। बारिश के बाद चाय में कौन सा सोने का पानी मिलाया जाता है ? यह कहते हुए अजीत पवार ने सत्तारूढ़ दल की कड़ी आलोचना की।
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