मोदी ने गिनाए सरकार के काम...
P M ने विपक्ष पर शायराना अंदाज में किए प्रहार !
नईदिल्ली l लोकसभा में राष्ट्र पति के अभिभाषण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाब दिया। अपने डेढ़ घंटे के भाषण में उन्हों ने सरकार के काम गिनाए, योजनाओं का बखान किया और विपक्ष पर शायराना अंदाज में प्रहार किया। भाषण के आरंभ में कहा कि राष्ट्रपति ने अपने दूरदर्शी संबोधन में हमारा और करोड़ों भारतीयों का मार्गदर्शन किया।
गणतंत्र के प्रमुख के रूप में उनकी उपस्थिति ऐतिहासिक होने के साथ-साथ देश की बेटियों और बहनों के लिए प्रेरक भी है। राष्ट्रपति ने आदिवासी समुदाय का गौरव बढ़ाया है। आज आजादी के कई वर्षों के बाद आदिवासी समुदाय में गर्व की भावना है और उनके आत्मविश्वास में वृद्धि हुई है। यह देश और सदन इसके लिए उनका आभारी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं कल देख रहा था। कुछ लोगों के भाषण के बाद पूरा ईकोसिस्टम,समर्थक उछल रहे थे। और खुश होकर कहने लगे,ये हुई न बात ! शायद नींद भी अच्छी आई होगी, शायद आज उठ भी नहीं पाए होंगे। ऐसे लोगों के लिए कहा गया है,अच्छे ढंग से कहा गया है l ये कह-कह कर हम दिल को बहला रहे हैं l
प्रधानमंत्री ने कहा कि इन जैसों के लिए कवि दुष्यंत कुमार ने बहुत अच्छी बात कही है- तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं, कमाल यह है कि फिर भी तुम्हें यकीन नहीं !
बिना सिर-पैर की बातें करने के आदि होने के कारण इनको यह भी याद नहीं रहता कि पहले क्या कहा था।
श्री मोदी ने कहा कि यहां चर्चा में हर किसी ने अपने अपने आकड़ें और तर्क दिए , अपनी रूचि, प्रवृति और प्रकृति के अनुसार अपनी बातें रखी और जब इन बातों को समझने का प्रयास करते हैं तो यह भी ध्यान में आता है कि किसकी कितनी क्षमता, योग्यता और इरादा है। देश इन सभी का मूल्यांकन करता है।
उन्होंने कहा कि इस बार मैं धन्यवाद के साथ-साथ राष्ट्रपति जी का अभिनंदन भी करना चाहता हूं। गणतंत्र के मुखिया के रूप में उनकी उपस्थिति ऐतिहासिक तो है ही, देश की कोटि-कोटि बेटियों के लिए यह बहुत बड़ा प्रेरणा का अवसर भी है।
- इन्होने 9 साल आलोचना करने की जगह आरोप में गंवा दिए। चुनाव हार जाओ तो EVM को गाली, चुनाव आयोग को गाली... कोर्ट में फैसला पक्ष में नहीं आया तो सुप्रीम कोर्ट की आलोचना, भ्रष्टाचार की जांच हो रही हो तो जांच एजेंसियों को गाली, सेना अपना पराक्रम दिखाए तो सेना को गाली... सेना पर आरोप।
- 2008 के हमलों को कोई नहीं भूल सकता। आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई के लिए साहस की कमी के कारण रक्तपात हुआ और हमारे निर्दोष नागरिकों की जान चली गई। यह यूपीए के कुशासन का पर्याय है।
- सदन में हंसी-मजाक, टीका-टिप्पणी, नोंक-झोंक होती रहती है, लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि आज राष्ट्र के रूप में गौरवपूर्ण अवसर हमारे सामने खड़े हैं। गौरव के क्षण हम जी रहे हैं।
- देश में हर स्तर, हर क्षेत्र में, हर सोच में आशा ही आशा नजर आ रही है। सपने और संकल्प लेकर चलने वाला देश है। लेकिन कुछ लोग ऐसे निराशा में डूबे हुए हैं कि क्या कहें...।
- काका हाथरसी ने कहा था-
- आगा-पीछा देख कर, क्यों होते गमगीन
- जैसी जिसकी भावना वैसा दिखे सीन...
- पिछले 9 वर्ष में भारत में 90 हजार स्टार्टअप्स आए हैं। हम दुनिया में इस मामले में तीसरे नंबर पर पहुंच गए हैं। हमारा स्टार्टअप ईकोसिस्टम देश के टियर-टू, टियर थ्री शहरों में पहुंचा है।
- आतंकवाद पर सीना तान कर हमले करने का इनके पास सामर्थ नहीं था और 10 साल तक मेरे देश के लोगों का खून बहता रहा।
- 2014 से पहले के दशक को Lost Decade के नाम से जाना जाएगा और 2030 का दशक अब India Decade के नाम से जाना जाएगा।
- 2004 से 2014 आजादी के इतिहास में घोटाला का दशक रहा। दस साल भारत के हर कोने में आतंकवादी हमलों का सिलसिला चलता रहा। हर नागरिक असुरक्षित था। 10 साल में कश्मीर से लेकर पूर्वोत्तर तक देश हिंसा का शिकार था।
- महामारी के दौरान टीकाकरण कार्यक्रम का विशाल परिमाण एक स्थिर और निर्णायक सरकार का एक उदाहरण है। हमने 'मेड इन इंडिया' वैक्सीन विकसित की और नागरिकों को टीकों की मुफ्त खुराक प्रदान की।
- आज पूरे विश्व में भारत के लिए सकारात्मकता है, आशा है, विश्वास है। हर्ष की बात है कि आज भारत को #G20 अध्यक्षता का अवसर प्राप्त हुआ है। यह देश के लिए, 140 करोड़ भारतीयों के लिए गर्व की बात है। लेकिन मुझे लगता है कि इससे भी कुछ लोगों को तकलीफ हो रही है।
- 100 साल में आई हुई यह भयंकर महामारी, दूसरी तरफ युद्ध की स्थिति, बंटा हुआ विश्व…इस स्थिति में भी, संकट के माहौल में, देश जिस प्रकार से संभला है, इससे पूरा देश आत्मविश्वास और गौरव से भर रहा है।
- दुनिया के तमाम देशों व हमारे पड़ोस में जिस तरह के हालात हैं, ऐसे समय में कौन हिंदुस्तानी गौरव नहीं करेगा कि उनका देश दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था है। आज पूरे विश्व में भारत को लेकर positivity है।
- - ये देश के लिए गर्व की बात है, 140 करोड़ देशवासियों को गर्व हो रहा है लेकिन मुझे लगता है कि शायद इससे भी कुछ लोगों को दुख हो रहा है। वे लोग आत्म निरीक्षण करें।
- आज UPA की पहचान यही है कि इन्होंने हर मौके को मुसीबत में पलट दिया। जब Tech और Information का युग तेजी से बढ़ रहा थो तो ये 2G में फंसे रहे।
- Civil Nuclear Deal की चर्चा थी तो ये Cash for Vote में फंसे रहे। 2010 में Commonwealth Games हुए। CWG घोटाले में पूरा देश बदनाम हो गया।
- इतनी सकारात्मकता के बाद भी कुछ लोग ऐसे होते हैं जो नकारात्मक विचारों के समुद्र में डूबे रहते हैं। उनके नकारात्मक विचारों का कारण है इस देश की जनता द्वारा उन्हें नकारना और उनका काम जो 2004-14 की यूपीए सरकार के दौरान किया गया था।
- कोरोनाकाल में बहुत से देश अपने नागरिकों की आर्थिक मदद करना चाहते थे, लेकिन असमर्थ थे। यह भारत है यहां फ्रैक्शन ऑफ सेकंड में लाखों-करोड़ों रुपये देशवासियों के खातों में जमा कर रहा था। एक समय देश छोटी-छोटी तकनीक के लिए तरसता था। आज देश Technology के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है।
- कई देश युद्ध के कारण अस्थिरता से पीड़ित हैं। हमारे पड़ोसी सहित कई अन्य लोग मुद्रास्फीति, बेरोजगारी और खाद्य सुरक्षा की कमी का सामना कर रहे हैं। मुश्किल समय के बीच भारत पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना।
- पूरा विश्व भारत की ओर आशा और विश्वास से देख रहा है और भारत के लिए उत्साहित है। भारत में स्थिरता, बढ़ता वैश्विक प्रभाव, ताकत और नई संभावनाएं इसके पीछे सबसे बड़े कारण हैं।
- पिछले 9 साल में 90,000 स्टार्टअप सामने आए हैं।स्टार्टअप्स में हम दुनिया में तीसरे नंबर पर हैं। एक विशाल स्टार्टअप इकोसिस्टम देश के कोने-कोने में पहुंच गया है।
- भारत मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में उभर रहा है। दुनिया भारत की समृद्धि में अपनी समृद्धि देखती है।
- निराशा में डूबे कुछ लोग इस देश के विकास को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। वे लोगों की उपलब्धियों को देखने में विफल रहते हैं।
- Mobile Manufacturing में आज भारत दूसरा बड़ा देश बन गया है। डोमेस्टिक एयर ट्रैफिक में आज हम विश्व में तीसरे नंबर पर हैं। एनर्जी Consumption में आज भारत दुनिया में तीसरे नंबर पर है। Renewable Energy Capacity में चौथे नंबर पर पहुंचे हैं।
- लगभग तीन दशकों तक भारत में राजनीतिक अस्थिरता रही। आज हमारे पास एक स्थिर और निर्णायक सरकार है और एक स्थिर और निर्णायक सरकार में विश्वास हमेशा राष्ट्र हित में निर्णय लेने का साहस रखता है।
- आज विश्व की सभी विश्वसनीय संस्थाएं, वैश्विक प्रभावों का गहराई से अध्ययन करने वाले और भविष्य के लिए भविष्यवाणियां करने वाले सभी विशेषज्ञ भारत के लिए बहुत आशान्वित और उत्साहित हैं। ऐसा क्यों हो रहा है? पूरी दुनिया भारत की तरफ उम्मीद से क्यों देख रही है।
- भारत आज Manufacturing Hub के रूप में उभर रहा है। दुनिया भारत की इस समृद्धि में अपनी समृद्धि देख रही है। निराशा में डूबे हुए कुछ लोग इस देश की प्रगति को स्वीकार ही नहीं कर पा रहे हैं।
- भारत में नई संभावनाएं हैं। कोरोनाकाल ने पूरी दुनिया की Supply Chain को हिलाकर रख दिया। आज भारत उस कमी को पूरा करने के लिए तेजी से आगे बढ़ रहा है। कई लगों को यह बात समझने में काफी देर हो जाएगी।
- पिछले 9 वर्ष में भारत में 90 हजार स्टार्टअप्स आए हैं। हम दुनिया में इस मामले में तीसरे नंबर पर पहुंच गए हैं। हमारा स्टार्टअप ईकोसिस्टम देश के टियर-टू, टियर थ्री शहरों में पहुंचा है।
- Sports में कभी हमारी कोई पूछ नहीं थी, आज हर स्तर पर भारत के खिलाड़ी अपना सामर्थ्य दिखा रहे हैं।
- इससे पहले आज पीएम द्वारा पहनी जाने वाली जैकेट चर्चा का विषय बनी रही। बीजेपी ने अपने ट्विटर हैंडल से जानकारी देते हुए बताया कि नरेंद्र मोदी ने जो जैकेट पहना है वह 28 सिंगल यूज प्लास्टिक की बोतलों से बनाया गया है।
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