26 जनवरी गणतंत्र दिवस के अवसर पर...
ऊर्जामंत्री ने फहराया ध्वज ,हुआ डॉग शो और निकाली गयी झांकियां
ग्वालियर l राष्ट्रीय पर्व 74वें गणतंत्र दिवस बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। ग्वालियर संभाग का मुख्य समारोह एसएएफ ग्राउण्ड परिसर में ऊर्जामंत्री प्रद्युम्नसिंह तोमर ने ध्वजारोहण कर परेड़ की सलामी लेने के साथ ही परेड़ का निरीक्षण करने उपरांत टोली नायकों से परिचय प्राप्त किया। इसके बाद स्वतंत्रता संग्राम सैनानियों का शॉल श्रीफल से सम्मान किया गया। यह पहला मौका है जब ध्वजारोहण ठीक 9 मिनट लेट हुआ है। इसके बाद मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन किया गया और इसके बाद शांति के प्रतीक वैलून को खुले आसमान में छोड़ें। दो साल के बाद गणतंत्र दिवस पर कोाविड की काली छाया नहीं दिखाई दी। इसलिये इस बार शासकीय विभागों की झांकियां भी निकाली गयी, इसके उपरांत सीमा सुरक्षा बल के डॉग स्क्वॉड शानदार कर्तव्य दिखाये और स्कूली छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये।
स्वान दल दिखाये शानदार कर्तव्य
इस बार एसएएफ ग्राउण्ड से झांकियां निकलने के बाद सीमा सुरक्षा बल के द्वारा डॉग शो किया गया जिसमें मुख्य रूप से आतंकी घुसपैठ को रोकना, मादक पदार्थ के ब्रीफकेस से निकालना, 50 फीट ऊंचे ब्रिज पर चढ़ना। इसके अलावा मुख्य अतिथि का गुलदस्ता देकर स्वागत करना आदि शामिल है। डॉग शो उपस्थित जनमानस को मन मोह लिया। यातायात समस्या नाट्स प्रस्तुति दी। विकास खंड, तहसील और ग्राम स्तर पर राष्ट्रीयता की भावना पर आधारित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये और शासन के साथ राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया।
निकाली गयी झांकियां
गणतंत्र दिवस की परेड़ के उपरांत सबसे पहले केन्द्रीय जेल, किसान कल्याण एवं कृषि विकास, उद्यानिकी तथा खाद्य प्रसंस्करण, जनजातीय कार्य विभाग, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम, जल जीवन मिशन, पीएचई और यातायात पुलिस आदि की झांकियां निकाली गयी।
गूंजें आजादी के तराने
ग्वालियर में गणतंत्र की सांध्य बेला में “भारत पर्व” के तहत देशभक्ति के तराने गूँजें। वहीं भारतीय संस्कृति से ओतप्रोत ढिमरयाई लोकनृत्य प्रस्तुति भी जाने-माने कलाकार किया। रंगारंग भारत पर्व का गुरुवार शाम 7 बजे माधव राव सिंधिया व्यापार मेला परिसर में स्थित कला मंदिर रंगमंच पर शुरू होगा। इस आयोजन में भोपाल के राजीव सिंह के नेतृत्व में सात सदसीय दल द्वारा आजादी के तराने प्रस्तुत किए जाएगें। साथ ही सुप्रसिद्ध लोक कलाकार हरीसिंह केवट के नेतृत्व में किया।
0 Comments