आजाद भारत की हवाओं में तिरंगे को लहराता देख वह बलिदानी पुण्य आत्माएं पुलिंकित हो जाती है...
राष्ट्रध्वज का सम्मान करना राष्ट्र का सम्मान करना है
आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने की अमृतवेला के उपलक्ष में ग्वालियर गौरव तिरंगा यात्रा के दौरान राजेश सोलंकी ने कहा कि तिरंगा हमारे राष्ट्र की एकता और अखंडता का प्रतीक है राष्ट्रभक्ति की अलख जगाए रखने के लिए आज हम सब लोग तिरंगा यात्रा में बड़ी संख्या में सम्मिलित हुए हे आप सभी को गर्व की अनुभूति होगी।अपने राष्ट्र के गौरव का प्रतीक तिरंगा हाथों में लेकर यात्रा कर रहे हैं और आज हम सबके मन में उन सभी बलिदानियों के प्रति सम्मान और समर्पण का भाव है यह भाव ही उन सभी बलिदानियों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है।
श्री सोलंकी जी कहा 22 जुलाई 1947 को संविधान सभा में भारत के तिरंगे को अपनाया था, तिरंगे में तीन रंग है पहला है केसरी जो शौर्य और वीरता का प्रतीक है, दूसरा है सफेद जो शांति का प्रतीक है तीसरा है हरा जो विकास का प्रतीक है और इन सब के बीच में अशोक चक्र है जिसमें 24 तीलियां हैं। आज के दिन मतदाता दिवस भी है,आज के दिन ही श्रद्धेय राजमाता विजयाराजे सिंधिया जी की पुण्यतिथि है, और आज ही के दिन पर्यटन दिवस हे।ग्वालियर गौरव तिरंगा यात्रा गोरखी शिशु मंदिर से प्रारंभ होकर सराफा बाजार होते हुए डीडवाना ओली, गश्त का ताजिया, दौलतगंज होते हुए वापस गोरखी प्रांगण में समापन हुआ।
इस अवसर पर ग्वालियर गौरव तिरंगा यात्रा प्रारंभ होने से पूर्व 75 विभूतियों का सम्मान ग्वालियर की तरुणाई के संरक्षक श्री राजेश सोलंकी जी ने किया।इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष अभय चौधरी, पूर्व महापौर श्रीमती समीक्षा गुप्ता, मधुसूदन भदोरिया, अरुण कुलश्रेष्ठ, राज चड्डा, बृजेंद्रसिंह जादौन, आर के गुप्ता, हसनानद आहूजा, सत्येंद्र भदोरिया, धर्मेंद्र राणा, मुरारी लाल मित्तल, धर्मेंद्र सिंह कुशवाह ,महेंद्र सोलंकी सतीश साहू,रमेश सेन कोमल सिंह पवैया,सुधर सिंह पवैया, प्रयाग सिंह तोमर, मनमोहन पाठक, संतोष गोदेयाले, मुलायम सिंह यादव, निकुज गुप्ता, पप्पू जादौन, विजय शर्मा, केशव मसूरिया सहित आमजन, बच्चे,महिलाएं हजारों की संख्या में उपस्थित रहे।
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