1 अप्रैल से अब कुत्ता पालने पर भी लगेगा टैक्स...
शहर के नागरिकों की सुरक्षा और स्वच्छता के लिए 48 पार्षदों ने सर्वसम्मति से किया तय
सागर। 48 पार्षदों वाली सागर नगर निगम परिषद ने सर्वसम्मति से तय किया है कि शहर के नागरिकों की सुरक्षा और स्वच्छता के लिए कुत्ता मालिकों से टैक्स वसूला जाए। यह प्रदेश का पहला शहर है, जो कुत्ता मालिकों पर टैक्स लगाने की तैयारी कर रहा है। मध्यप्रदेश के सागर में अब कुत्ता पालना महंगा होने वाला है। 48 पार्षदों वाली नगर निगम परिषद ने सर्वसम्मति से तय किया है कि शहर के नागरिकों की सुरक्षा और स्वच्छता के लिए कुत्ता मालिकों से टैक्स वसूला जाए। यह प्रदेश का पहला शहर है, जो कुत्ता मालिकों पर टैक्स लगाने की तैयारी कर रहा है। सागर नगर निगम अब कानूनविदों की सलाह के आधार पर यह नया कानून बनाएगा।
इसे एक अप्रैल से लागू किया जाएगा। सागर नगर निगम आयुक्त चंद्रशेखर शुक्ला ने कहा कि शहर में आवारा कुत्ते बड़ी समस्या बन गए हैं। इस वजह से यह फैसला सही है। पालतू कुत्ते भी खुले में गंदगी करते हैं। इस वजह से सागर के सभी वार्डों में पालतू कुत्तों के रजिस्ट्रेशन, वैक्सीनेशन और टैक्स लगाने पर सख्ती की जाएगी।
हालांकि, कुत्ता मालिकों ने इस टैक्स के अनुचित करार दिया है।रॉटवाइलर कुत्ते के मालिक लवेश चौधरी ने कहा कि टैक्स लगाने के बजाय नगर निगम को ऐसी जगह बनाना चाहिए, जहां कुत्तों को ले जाया जा सके। यह गलत है। हम कुत्तों को अपनी सुरक्षा के लिए रखते हैं। अगर नगर निगम को लगता है कि कुत्ते पालने के लिए टैक्स लगाना है तो उसे इन्हें घुमाने के लिए पार्क बनवाने चाहिए। एक और कुत्ता मालिक ने इस फैसले को बेहूदा बताया। उनका कहना है कि नगर निगम को आवारा कुत्तों की समस्या को गंभीरता से देखना चाहिए। जो पालतू बन चुके हैं, उन पर टैक्स लगाना अनुचित है।
सर्वसम्मति से हुआ फैसला
दरअसल, सागर नगर निगम के पार्षदों की सामान्य सभा में सभी 48 पार्षदों ने सर्वसम्मति से सुरक्षा और स्वच्छता के नाम पर कुत्ता मालिकों पर टैक्स लगाने का फैसला किया है। सागर नगर निगम के अध्यक्ष वृंदावन अहिरवार ने कहा कि शहर के पार्षदों ने यह फैसला सर्वसम्मति से लिया है। नगर निगम के लिए टैक्स कोई बड़ी बात नहीं है। लेकिन शहर के लोगों का स्वास्थ्य और सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण बात है।
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