पीएफआइ समर्थकों के नाम कबूले ...
कोर्ट रूम का वीडियो बनाने वाली युवती का मांगा रिमांड
खरगोन l कोर्ट रूम(सुनवाई) का वीडियो बनाने सोनू मंसूरी को पुलिस ने तीन दिन की रिमांड पर लिया है। सोनू ने प्रतिबंधित संगठन पीएफआइ समर्थकों के नाम कबूले हैं। जिसमें वकील और कुछ अन्य लोग शामिल हैं। सोनू से मिले रुपये वकील नूरजहां द्वारा भिजवाए गए थे जिसे एक अस्पताल में भिजवाना था।
जिला कोर्ट से पकड़ा था सोनू को
एमजी रोड टीआइ संतोषसिंह यादव के मुताबिक सोनू पुत्री सुपडू निवासी कसरावद जिला खरगोन को शनिवार दोपहर जिला कोर्ट(42) से पकड़ा गया था। सोनू स्वयं को वकील बता कर हिंदू संगठन से जुड़े तन्नू शर्मा की जमानत पर चल रही बहस का वीडियो बना रही थी।
एक लाख 26 हजार रुपये भी जब्त
उसके पास से पुलिस ने एक लाख 26 हजार रुपये भी जब्त किए। रविवार को पुलिस ने सोनू को जिला कोर्ट पेश कर तीन दिन की रिमांड पर ले लिया।
विधि कालेज में थर्ड इयर की छात्रा
उसने बताया कि वह देवास के शासकीय विधि कालेज में थर्ड इयर की छात्रा है। कुछ महीनों से वकील नूरजहां के साथ काम कर रही थी। सनद न मिलने के बाद भी सोनू वकील बन कर कोर्ट में पेश होती थी।
निजी अस्पीताल में इंतजार
उसने रुपयों के बारे में बताया कि नूरजहां का फोन आया था। उसने कहा था कि एक व्यक्ति रुपये देकर जाएगा। उससे रुपये लेने के बाद अस्पताल में भिजवा देना। नूरजहां निजी अस्पताल में उसका इंतजार कर रही थी।
महिला वकील से जुड़ी है सोनू
पुलिस अब उस व्यक्ति तक पहुंचने की कोशिश कर रही है जिसने सोनू को रुपये दिए थे। जांच में शामिल एक अफसर के मुताबिक सोनू एक महिला वकील से जुड़ी है जो सिमी और पापुलर फ्रंट आफ इंडिया(पीएफआइ) के सदस्यों की मदद करती है।
मुस्लिम समुदाय से जुड़े लोगों के केस लड़ती हैं
महिला उन सभी आरोपितों के केस भी लड़ती हैं जो मुस्लिम समुदाय से जुड़े होते है ंऔर विधि विरुद्ध क्रिया कलापों में शामिल रहते हैं।
खरगोन दंगों के आरोपितों पैरवी भी की
इस महिला ने खरगोन दंगों के आरोपितों की भी पैरवी की थी। पुलिस को इससे पुख्ता शक है कि वह पीएफआइ जैसे संगठन के सतत संपर्क में है। टीआइ के मुताबिक रविवार होने के कारण युवती से जब्त दस्तावेजों की प्रमाणिकता नहीं कर पाए हैं। वकील नूरजहां से भी पूछताछ की जाएगी।
वीडिया का पूछते ही चुप्पी साध लेती है युवती
पुलिस के मुताबिक युवती के फोन में कई वीडियो मिले हैं। वह मुस्लिम समुदाय के उन लोगों का भी वीडियो बना रही थी जिन्हें सदर बाजार और खजराना पुलिस द्वारा कोर्ट लाया गया था। वीडियो में वकीलों को आक्रोशित होते हुए रिकार्ड किया गया था। उसने कोर्ट की उस प्रोसीडिंग को भी रिकार्ड कर लिया जिसमें हिंदू संगठन के लोगों की जमानत पर बहस चल रही थी।
सबसे बड़ा सवाल:कहां गए मुलजिमों के वकील पत्र
सोनू ने पुलिस को बताया कि वकील नूरजहां बोली थी मेरा एक ग्राहक तुम्हे रुपये देगा।तुम मेरी टेबल पर पहुंच जाओ।सोनू 32 नंबर कोर्ट के पीछे गई और एक व्यक्ति से रुपये लेकर कोट की जेब में रख लिए। उसने रुपयों के साथ कुछ मुलजिमों के वकील पत्र भी दिए।
नूरजहां ने यह भी कहा कि तुम वहां से तुरंत निकल जाना। इसके बाद सोनू 42 नंबर कोर्ट गई और कुछ वीडियो बनाने लगी। पुलिस के मुताबिक साइबर सेल की मदद से फोन का डेटा रिकवर करवा रहे है, लेकिन सोनू को मिले वकील पत्र अभी तक नहीं मिले हैं। वकील पत्रों से यह स्पष्ट हो जाएगा कि आखिर किस मुलजिम की कौन मदद कर रहा था।पुलिस अब इस बात की पुष्टि कर रही है कि युवती ने सिर्फ नूरजहां के कहने पर यह काम किया या पर्दे के पीछे कोई और भी है।
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