हर रोज नए-नए खुलासे...
कंझावला केस में छठे आरोपी की गिरफ्तारी के बाद अब सातवें ने किया सरेंडर
दिल्ली के कंझावला केस में हर रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं. आए दिन 20 वर्षीय अंजलि की मां, उसके साथ आखिरी समय में स्कूटी में मौजूद दोस्त निधि और कभी निधि की मां बयान दे रही है. इसी बीच पुलिस अब तक सात आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. आइए जानें कि शुरू से लेकर आखिरी शुक्रवार (6 जनवरी) तक पूरे मामले में क्या-क्या बातें सामने आई. इसको लेकर दस बड़ी बातें.
- कंझावला मामले में शुक्रवार (6 जनवरी) शाम को सातवें आरोपी अंकुश खन्ना ने सुल्तानपुरी थाने में सरेंडर कर दिया. वह इसी केस में गिरफ्तार आरोपी अमित खन्ना का भाई है. सीसीटीवी फुटेज चेक करने के बाद पुलिस ने पाया था कि आशुतोष और अंकुश कथित तौर पर आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रहे थे.
- दिल्ली में एक युवती को कार से टक्कर मारे जाने के बाद लगभग दो घंटे तक सड़क पर घसीटने के मामले में गिरफ्तार छठे आरोपी आशुतोष को कोर्ट ने शुक्रवार (6 जनवरी) को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया. जज ने इस दौरान पुलिस से सवाल किया कि अंकुश के खिलाफ क्या सबूत है? पांच दिनों की रिमांड क्यों?
- कंझावला केस में दिल्ली पुलिस अब तक सात आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. पहले गिरफ्तार किए गए पांच लोगों में दीपक खन्ना, अमित खन्ना, कृष्ण, मिथुन और मनोज मित्तल है. फिर इसके बाद अंकुश खन्ना और आशुतोष को गिरफ्तार किया है.
- सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ''अंजलि की दर्दनाक मौत ने पूरे देश को झकझोर दिया. इसकी भरपाई तो नहीं की जा सकती लेकिन उनके परिवार की मदद के लिए दिल्ली सरकार से आज दस लाख रुपए सैंक्शन किए. हम पूरी तरह से उनके परिवार के साथ हैं और उनकी हर तरह से मदद करेंगे.
- मृतक अंजलि के दोस्त नवीन ने शुक्रवार (6 जनवरी) को बताया कि दोनों (अंजलि और निधि) होटल में पार्टी कर रहे थे. इसमें कुछ और दोस्त भी थे. थोड़ी देर बाद दोनों में लड़ाई होने लगी. फिर निधि ने अपने पैसे मांगे और अंजलि ने अपनी चाबियां मांगी. इसके बाद हम लोगों ने उन्हें अलग कर दिया. मैंने अंजलि को शांत होने के लिए कहा. अंजलि निधि से नीचे भी लड़ाई हुई. जब हम वहां गए तब तक वे स्कूटी पर निकल चुके थे.
- कंझावला केस में गिरफ्तार किए गए पांच आरोपी दीपक खन्ना, अमित खन्ना, कृष्ण, मिथुन और मनोज मित्तल को पुलिस मेडिकल टेस्ट के लिए शुक्रवार (6 जनवरी) को लेकर गई है.
- दिल्ली पुलिस ने कंझावला केस में कार से कथित तौर पर घसीटे जाने की घटना में जान गंवाने वाली युवती अंजलि के साथ स्कूटी पर सवार उसकी दोस्त निधि को मामले की जांच में शामिल होने के शुक्रवार (6 जनवरी) को बुलाया था.
- कंझावला केस में दिल्ली पुलिस ने दीपक को इसलिए आरोपी बनाया क्योंकि उसने मुख्य आरोपियों की मदद की. हालांकि पहले पुलिस को गुमराह करने के लिए यह बताया गया था कि दीपक गाड़ी चला रहा था, लेकिन कार में चार ही आरोपी थे. दीपक अपने घर में मौजूद था और उसने अपने साथियों की मदद की. इसमें उसके भाई अंकुश ने भी सहायता की और पुलिस को घटना की जानकारी नहीं दी.
- कोर्ट ने गिरफ्तार पांच आरोपियों को गुरुवार (5 जनवरी) को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेजा था. पुलिस ने पांच दिनों की हिरासत मांगी थी, लेकिन सिर्फ चार दिन की ही रिमांड मिली.
- इस पूरे मामले में दो आप प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली के उप राज्यपाल वी.के.सक्सेना और बीजेपी को आड़े हाथ लेते हुए दावा किया कि वे अपने सदस्यों को बचाने के लिए तथ्यों को तोड़ा-मरोड़ रहे हैं.
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