यह सिर्फ मेला ही नहीं, बल्कि हमारी परंपरा है :CM शिवराज

ग्वालियर व्यापार मेले का हुआ विधिवत शुभारंभ...

यह सिर्फ मेला ही नहीं, बल्कि हमारी परंपरा है :CM शिवराज 

ग्वालियरल l मध्यप्रदेश का ग्वालियर मेला सिर्फ एक मेला नहीं है, बल्कि यह एक संस्कृति है, एक सभ्यता है। यह आज नहीं बल्कि कई साल से हमारी परम्परा में रहा है। ग्वालियर मेला सिर्फ मेला नहीं है..एक तरफ जनता को सैकड़ों चीज खरीदने का स्थान देता है, तो वहीं व्यापारी भाइयों को व्यापार करने का मौका देता है। यह बात प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्वालियर व्यापार मेला के शुभारंभ समारोह में वर्चुअल रूप से मुख्य अतिथि के तौर पर कही।


वहीं उन्होंने कहा की इस बार मेले में 1300 करोड़ के व्यापार की संभावना है। हम आशा करते हैं यह 1500 करोड़ से ज्यादा हो। मेला में हम रोड टैक्स में 50 प्रतिशत की छूट दे रहे हैं जो लगातार मिलती रहेगी। ग्वालियर का मेले के सफल आयोजन के लिए बहुत-बहुत बधाई। आपको बता दें कि ग्वालियर व्यापार मेला शुभारंभ कार्यक्रम का आयोजन मेला परिसर स्थित कला मंच सभागार में आयोजित हुआ। जिसमें केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया मुख्य रूप से मौजूद रहे और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी वर्चुअल जुड़े। साथ ही मंच पर सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, उद्योग मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा, परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, ऊर्जा मंत्री प्रदुमन सिंह तोमर भी मौजूद रहे। मेले के शुभारंभ के बाद केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि कोरोना के चलते बीते सालों में मेले का आयोजन नहीं हो सका। जिसके चलते व्यापारियों का नुकसान भी हुआ था। लेकिन इस बार ग्वालियर व्यापार मेला रिकॉर्ड व्यापार करेगा और सैलानियों को भी खूब आनंद आएगा। माधव महाराज प्रथम द्वारा पशुओं की माँग की पूर्ति के लिए शुरू किए गए मेले में नए-नए आयाम जुड़ते गए और पूरे देश में इसकी ख्याति है। उन्होंने यह भी कहा कि मेले को और भव्यता प्रदान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जायेगी। श्री चौहान ने यह भी कहा कि ग्वालियर में आईटी पार्क सहित अन्य औद्योगिक गतिविधियों का जिक्र करते हुए कहा कि ग्वालियर लगातार विकास पथ पर आगे बढ़ रहा है। 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मौजूदा महीना मध्यप्रदेश के गोल्डन मंथ है। इस माह इंदौर में प्रवासी भारतीय सम्मेलन व ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट जैसे आयोजन हो रहे हैं। साथ ही खेलो इंडिया यूथ गेम्स का आयोजन भी इसी माह होने जा रहा है। उन्होंने कहा ग्लोबल इन्वेटर्स समिट का फायदा ग्वालियर-चंबल अंचल को भी मिलेगा। 


साझा प्रयासों से ऐतिहासिक मेले की ऐतिहासिकता में चार चाँद लगायेंगे – केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर 

केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने बनारस से ग्वालियर व्यापार मेला के उदघाटन समारोह को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि केवल ग्वालियरवासी ही नहीं देश भर के कारोबारी व सैलानी ग्वालियर मेले का इंतजार करते हैं। उन्होंने कहा सभी के साझा प्रयासों से ऐतिहासिक ग्वालियर मेले की ऐतिहासिकता में और चार चाँद लगाने के प्रयास किए जायेंगे। श्री तोमर ने जानकारी दी कि कृषि के लिए प्रसिद्ध प्राचीन भारतीय परंपरा पंचमहाभूत के सिद्धांत को आगे बढ़ाने के लिए बनारस में अंतर्राष्ट्रीय सेमीनार का आयोजन हो रहा है। इसका फायदा उन्नत खेती में मिलेगा। 


केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि ग्वालियर का मेला केवल मेला भर नहीं है, यह फूलों की ऐसी माला है जिसमें मध्यप्रदेश सहित अन्य प्रदेशों की संस्कृति, सभ्यता, कला व व्यापार समाहित है। उन्होंने कहा आधुनिक ग्वालियर के संस्थापक माधव महाराज ने जहाँ शिक्षा, स्वास्थ्य, सिंचाई एवं पेयजल के क्षेत्र में ग्वालियर को उत्कृष्ट अधोसंरचना उपलब्ध कराई वहीं सन् 1905 में सागरताल प्रांगण से मेले की शुरूआत भी की। सन् 1918 से वर्तमान प्रांगण में यह मेला लग रहा है। मेले में लगातार नए आयाम जुड़े हैं। मेरे पिताश्री स्व. श्रीमंत माधवराव सिंधिया जी ने इस मेले को दिल्ली के ट्रेड फेयर के सेटेलाइट सेंटर के रूप में विकसित कर इसे ट्रेड फेयर का रूप दिलाया। बाद में इसे प्राधिकरण का दर्जा भी दिलाया। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि इस साल यह मेला नया कीर्तिमान स्थापित करेगा और आत्मनिर्भर भारत, आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश और आत्मनिर्भर ग्वालियर की विचारधारा को आगे बढ़ायेगा। 

मेले की गरिमा को बढ़ाने के लिए नए आयाम जोड़े जायेंगे – श्री सखलेचा 

मेले के उदघाटन समारोह में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने स्वागत उदबोधन दिया। उन्होंने कहा कि मेले की गरिमा को बनाए रखने के लिये विभाग द्वारा इसमें नए आयाम जोड़े जायेंगे। उन्होंने प्रदेश के औद्योगिक विकास को रेखांकित करते हुए कहा कि कृषि की तरह प्रदेश की इंडस्ट्रीयल ग्रोथ भी डबल होने की अपेक्षा है। 

राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत की ग्वालियर मेला परंपरागत विशेषताओं के साथ आधुनिकता भी जुड़ गई है, जिससे मेले को और भव्यता मिली है। उन्होंने कहा कि केवल ग्वालियर-चंबल अंचल ही नहीं पूरे मध्यप्रदेश को इस मेले का इंतजार रहता है। 

ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि सिंधिया स्टेट द्वारा शुरू किए गए इस मेले के माध्यम से ग्वालियर की पहचान देश भर में स्थापित होती है। उन्होंने कहा कि ग्वालियर में उत्कृष्ट वायुसेवा व रेल सेवा मिलने से निश्चित 

सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने कहा कि ग्वालियर मेले में लोकल फॉर वोकल और आत्मनिर्भर भारत की थीम पर चलकर स्थानीय उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा दिया जाए। अतिरिक्त छूट देकर स्थानीय उद्यमियों को प्रोत्साहित किया जा सकता है। 

समारोह में कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित सांघी सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे। कार्यक्रम के अंत में मेला सचिव निरंजन श्रीवास्तव ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती कादम्बरी आर्य द्वारा किया गया। 

उदघाटन के बाद केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया मेला घूमने भी पहुँचे 

मेले के उदघाटन समारोह के बाद केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया मेला घूमने भी गए। उन्होंने इस दौरान पॉपकॉर्न का स्वाद चखा। वहीं मेले में लगे विभिन्न एम्पोरियम व दुकानों में भी पहुँचे और सभी को मेले की बधाईयाँ दीं।



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