जमीन हड़पने के आरोप लगाने वाला अपने बयान से पलटा !
परिवहन मंत्री को फंसाने के लिए 2 करोड़ का ऑफर !
मध्यप्रदेश के राजस्व और परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत पर जमीन हड़पने के आरोप लगाने वाला अपने बयान से पलट गया है। सीताराम उर्फ महेश पटेल ने अब BJP से निष्कासित नेता राजकुमार सिंह धनौरा और विनय मलैया के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
पटेल का आरोप है कि धनौरा और मलैया के कहने पर उसने मंत्री के खिलाफ झूठा आरोप लगाया था। उसके मुताबिक मंत्री राजपूत को झूठे केस में फंसाने के लिए धनौरा ने 2 करोड़ रुपए और जमीन दिलाने का ऑफर दिया था। बतौर एडवांस उन्होंने 10 हजार रुपए भी दिए थे। सीताराम ने बताया कि वो मुझे कार से सुप्रीम कोर्ट ले गए। वहां कुछ कागजों पर साइन भी कराए थे। 20 दिन पहले सीताराम ने मंत्री पर उसकी जमीन हड़पकर कैम्ब्रिज स्कूल बनाने का आरोप लगाया था। सीताराम के पिता 6 साल से लापता हैं। बता दें, पटेल ने BJP से निष्कासित जिस राजकुमार सिंह धनौरा पर आरोप लगाया है, वे भी मंत्री राजपूत पर ससुराल से दान में मिली 50 एकड़ जमीन को लेकर घोटाले के आरोप लगा चुके हैं।
FIR में तिली वार्ड के शिवविहार कॉलोनी में रहने वाले सीताराम उर्फ महेश (36) ने बताया, मैं 31 दिसंबर 2022 को घर पर था। मोबाइल पर विनय मलैया का फोन आया। वे मेरे पड़ोस में रहते हैं। उन्होंने मुझे अपने मैरिज गार्डन में बुलाया। मैं जब विनय मलैया के गार्डन पहुंचा, तो वहां राजकुमार धनौरा मिले। उन्होंने मुझसे कहा कि तुमको हमारे साथ मिलकर गोविंद सिंह राजपूत को फंसाना है। तुम्हारे पिता की गुमशुदगी रिपोर्ट पहले से ही है, इसमें एक जमीन का विवाद जोड़कर मंत्री को फंसाना है। इसके बदले 1 से 2 करोड़ रुपए मिलेंगे और जमीन भी तुम्हारे नाम करवा दी जाएगी। विनय मलैया ने मुझसे कहा कि इसके लिए तुम्हें राजकुमार धनौरा के साथ जाना पड़ेगा और गोविंद सिंह राजपूत के खिलाफ केस लगवाना पड़ेंगे। उसी समय दोनों ने मुझे लिफाफे में 10 हजार रुपए कैश दिए। जिससे मैं पैसों के लालच में आ गया।
1 जनवरी 2023 की शाम विनय मलैया के कहने पर राजकुमार धनौरा के ड्राइवर राहुल के साथ उनके (धनौरा) के घर गया। यहां से राजकुमार मुझे अपने साथ दिल्ली सुप्रीम कोर्ट में अलग-अलग शिकायतें डलवाने के लिए ले गए। मुझसे अनजान कागजों पर दस्तखत करवाए। कहा कि ये कागज गोविंद सिंह के खिलाफ झूठा केस बनाने के संबंध में हैं। इसके बाद धनौरा ने मुझसे कहा कि तुम्हारा सागर में रहना ठीक नहीं है। तुम्हें मेरे साथ चलना पड़ेगा और मुझे अपने साथ फोर व्हीलर गाड़ी (सफेद रंग की वेन्यू) से राजस्थान में अजमेर तरफ ले गए और वहीं घुमाते रहे। मुझसे अलग-अलग कागजों पर दस्तखत करवाते रहे।
हम लोग वहां पर अलग-अलग कमरों में रहते थे। वहां का पता मुझे नहीं मालूम। राजकुमार धनौरा ने मुझे राजस्थान में अलग-अलग जगहों पर अपने साथ रखा। इस बीच जब भी मैंने घर जाने का बोला, तो धनौरा ने मुझे बंदूक दिखाकर कहा कि अगर घर जाने की बात कही तो तुम्हें जान से मार दूंगा। इसका इल्जाम गोविंद सिंह राजपूत पर लगा दूंगा। मुझे जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद मैं 19 जनवरी 2023 को ट्रेन से अपने घर आ गया। घर आने के बाद मैंने पूरी बात अपने परिचित राकेश विश्वकर्मा और परिवार वालों को बताई।
सीताराम पटेल की शिकायत पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने राजकुमार सिंह धनौरा और विनय मलैया के खिलाफ धारा 342, 506, 120बी के तहत केस दर्ज किया है। धनौरा पर हाल ही में राहतगढ़ थाने में मेनवारा ग्राम पंचायत के सरपंच पद पर रहते हुए 1 करोड़ से ज्यादा के गबन का केस दर्ज है। सिविल लाइन थाने में किसान मोर्चा अध्यक्ष के लेटर पैड का दुरुपयोग करने संबंधी मामलों में FIR पहले दर्ज हो चुकी है।
सीताराम उर्फ महेश पटेल ने VIDEO में कहा था, हमारी जमीन (खसरा नंबर 174/17) गोविंद सिंह राजपूत ने अपने नाम करा ली है। इस जमीन पर स्कूल भी बना लिया है। पिता मानसिंह पटेल ने जमीन का केस तहसीलदार कोर्ट में लगाया था। केस लगने के बाद मंत्री ने 22 अगस्त 2016 को पिता को घर पर बुलाया था। इसके बाद से पिता लौटकर घर नहीं आए। सीताराम ने आगे बताया, 26 अगस्त 2016 को सिविल लाइन थाना सागर में पिता की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। तब से अब तक पिता का कोई पता नहीं चला है। मुझे आशंका है कि मंत्री राजपूत ने पिता के साथ कुछ गलत करवा दिया होगा, इसलिए पिताजी लौटकर नहीं आए। अब मैं इस मामले में शिकायत कर रहा हूं। इसके बाद मेरी और मेरे परिवार की जान को भी खतरा हो सकता है। यदि मुझे और मेरे परिवार को कुछ होता है, तो उसका जिम्मेदार मंत्री राजपूत का पूरा परिवार होगा।
BJP से निष्कासित नेता राजकुमार सिंह धनौरा ने राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत से खुद की जान को खतरा बताया था। धनौरा का आरोप था कि मंत्री ने काली कमाई से 50 एकड़ जमीन अपने सालों के नाम पर खरीदी। बाद में यही जमीन वापस ले ली और यह बताया दिया कि जमीन ससुराल से दान में मिली है। इसका खुलासा करने पर मंत्री और उनके परिवार के लोग मेरी और मेरे परिवार की हत्या की साजिश रच रहे हैं।ससुराल की ओर से दान में मिली 50 एकड़ जमीन के विवाद के बाद अब मध्यप्रदेश सरकार के परिवहन एवं राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत एक दूसरे विवाद में घिर गए हैं। उन पर एक किसान की जमीन हड़प कर वहां कैम्ब्रिज स्कूल बनाने का आरोप लगा है। इधर जमीन का मालिक 6 साल से लापता है। मंत्री पर आरोप लगाने वाले जमीन मालिक के बेटे सीताराम पटेल ने पिता की गुमशुदगी को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई है। साथ ही एक वीडियो जारी करते हुए परिवहन मंत्री से खुद की जान को खतरा भी बताया।
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