G News 24 : पुलिस के साथ मुठभेड़ में गैंगस्टर मनोज भाटी ढेर

 पुलिस को देखते ही चलाता था गोली…

पुलिस के साथ मुठभेड़ में गैंगस्टर मनोज भाटी ढेर


नोएडा। रविवार की दोपहर हापुड़ पुलिस के साथ मुठभेड़ में ढेर हुआ मनोज भाटी कोई मामूली बदमाश नहीं था। उसके आतंक का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जब पुलिस को देखते ही सीधे फायरिंग कर देता था। 3 साल पहले 2 जनवरी 2022 की रात मनोज भाटी और यूपी एसटीएफ (UP STF) के बीच ग्रेटर नोएडा में मुठभेड़ हुई थी। उस वक्त भी मनोज भाटी पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था। उसने एसटीएफ के कॉन्स्टेबल को गोली मारी थी। करीब 2 साल तक जेल में रहने के बाद मनोज भाटी को जमानत मिली और उसने हापुड़ में दिनदहाड़े हत्या को अंजाम दिया। पिछले साल हापुड़ कचहरी में पेशी पर आए एक व्यक्ति को गोलियों से भून डाला। 

तब से वह हापुड़ पुलिस के लिए मोस्ट वांटेड था। लिहाजा, उस पर एक बार फिर उत्तर प्रदेश सरकार ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया। एसटीएफ की वेस्ट यूपी यूनिट और ग्रेटर नोएडा की थाना सूरजपुर पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन में 2 जनवरी 2020 की रात मनोज भाटी के गांव नगला नैनसुख में छापा मारा था। उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था। मनोज पुलिस को देखकर वहां से भाग गया। तत्कालीन एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया था कि जुनपत गांव के चौराहे के पास पुलिस को एक मोटरसाइकिल पर संदिग्ध व्यक्ति आता हुआ दिखाई दिया। जब पुलिस ने उसे रुकने का इशारा किया तो उसने पुलिस पर गोली चला दी। 

थाना सूरजपुर पुलिस और एसटीएफ के जवानों ने भी गोली चलाई। पुलिस की गोली बदमाश के पैर में लगी। बदमाश की चलाई गई गोली एसटीएफ के सिपाही सुनील को लगी थी। घायल बदमाश मनोज भाटी और सिपाही को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वैभव कृष्ण ने बताया था कि यह बदमाश कुख्यात गैंगस्टर रणदीप भाटी गैंग का शार्प शूटर मनोज भाटी है। इसके ऊपर विभिन्न थानों में लूटपाट, रंगदारी, हत्या और हत्या के प्रयास के 32 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। इसकी गिरफ्तारी पर एडीजी जोन मेरठ ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। अब सोमवार को एक बार फिर मनोज भाटी और पुलिस का आमना-सामना हुआ। इस बार मनोज भाटी की किस्मत ने साथ नहीं दिया और वह मारा गया। 

हापुड़ के एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि फिलहाल मनोज भाटी पर 40 मुकदमे चल रहे थे। हापुड़ पुलिस उसे करीब 8 महीनों से कचहरी शूटआउट में तलाश कर रही थी। अभी उसके दो और साथियों अंकित में शिवम तलाश की जा रही है। उन दोनों पर भी एक-एक रुपये का इनाम घोषित है। मनोज भाटी मूल रूप से ग्रेटर नोएडा में नगला नैनसुख गांव का निवासी था। वह पिछले एक दशक से जरायम की दुनिया में सक्रिय था। मनोज भाटी मुख्य रूप से रणदीप भाटी गैंग और अनिल दुजाना गैंग के लिए हत्या, लूट, रंगदारी और कारोबारियों को धमकी देने का काम करता था। इसके बदले में दुजाना और रणदीप भाटी गैंग उसे पैसा देते थे। पुलिस को जानकारी मिली है कि वह पश्चिम उत्तर प्रदेश के कुछ और दूसरे गैंग्स के लिए भी काम कर रहा था। मतलब, वह एक फ्रीलांसर शार्प शूटर था l

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