सुखोई-30 और मिराज-2000…
ग्वालियर से उड़े 2 फाइटर प्लेन मुरैना में हुए क्रैश
मुरैना l एयरफोर्स के दो फाइटर प्लेन सुखोई-30 और मिराज-2000 शनिवार सुबह 10 से 10.30 बजे के बीच ग्वालियर के पास मुरैना में आपस में टकराकर क्रैश हो गए। सुखोई पर दो और मिराज पर एक पायलट सवार थे। हादसे में सुखोई के दोनों पायलट सुरक्षित एजेक्ट होने में कामयाब रहे, लेकिन मिराज के पायलट की मौत हो गई। सुरक्षित बचे पायलट को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एयरफोर्स का कहना है कि दोनों सुखोई और मिराज ने रुटीन ट्रेनिंग के लिए उड़ान भरी थी। दोनों ट्रेनिंग के दौरान बेहद पास उड़ान भर रहे थे। तभी दोनों आपस में टकरा गए। टकराने से मिराज में आग लग गई और वह मुरैना के पहाडगढ़ में जा गिरा।
मिराज को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ इसके पायलट की मौत हो गई। घटनास्थल पर उसके एक हाथ की वीडियो फुटेज भी सामने आई। टकराने के बाद सुखोई में आग नहीं लगी, लेकिन उसके विंग्स टूट गए। उसके दोनों पायलटों को जब लगा कि एयरक्राफ्ट क्रैश होने वाला है उन्होंने खुद को इजेक्ट कर लिया। दोनों पैराशूट के सहारे जमीन पर आ गिरे। इसके बाद सुखोई बिना पायलट के पहले वाले घटनास्थल से करीब 90 किमी दूर राजस्थान के भरतपुर जिले के पिंगोरा में जा गिरा। वहां मौजूद लोगों ने भी विंग्स टूटने की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि जब विमान गिरा तब उसके विंग्स नहीं थे।
इस हादसे की खबर सबसे पहले सुबह करीब 11 बजे सामने आई। तब भरतपुर में एक फाइटर प्लेन के क्रैश होने की बात कही गई। लेकिन भरतपुर कलेक्टर ने कहा कि भरतपुर के नजदीक चार्टर्ड प्लेन दुर्घटनाग्रस्त हुआ है। कुछ देर बाद मुरैना से भी एक फाइटर प्लेन के क्रैश होने की खबर मिली। तब तक यह माना जा रहा था कि ये दोनों घटनाएं अलग-अलग हैं। तभी करीब 15 मिनट बाद खबर आई कि दो फाइटर प्लेन मुरैना में टकराए हैं। दोनों एयरक्राफ्ट ग्वालियर एयरबेस से उड़े थे और मुरैना के पास टकराए। इनमें से एक फाइटर प्लेन 90 किमी दूर भरतपुर के पास गिरा।
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