16 जनवरी से भाजपा राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक...
एमपी को लेकर सर्वे रिपोर्ट चिंताजनक नगरीय निकाय चुनाव में स्थितियां अच्छी नहीं रही थीं
भोपाल । दिल्ली में 16 और 17 जनवरी को भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक मध्य प्रदेश में इसी वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है। पार्टी इसमें मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव का पूरा रोडमैप तैयार करेगी। पार्टी नेताओं के अनुसार बैठक में मध्य प्रदेश के राजनीतिक हालात की रिपोर्ट पर भी चर्चा होनी है। इस नजरिए से पार्टी ने सर्वे भी कराया है, जिस पर चर्चा कर नेतृत्व आवश्यक संगठनात्मक बदलाव भी कर सकता है। मध्य प्रदेश को लेकर पार्टी के सर्वे की रिपोर्ट चिंताजनक आई है, इसमें आदिवासी और अनुसूचित जाति वर्ग के बीच पार्टी की स्थिति कमजोर बताई गई है। जुलाई-अगस्त में हुए नगरीय निकाय चुनाव में स्थितियां अच्छी नहीं रही थीं।
ग्वालियर, मुरैना, सिंगरौली और कटनी जैसे नगर निगम चुनाव में दिग्गज नेताओं के बावजूद पार्टी को महापौर के पद पर पराजय मिली। इससे निपटने के लिए संगठन में किस तरह की कसावट लानी है, उस पर भी विचार किया जाएगा। एससी-एसटी वर्ग को साधने के लिए पार्टी और क्या कदम उठाएगी, इस बारे में भी चिंतन होगा। पार्टी नेताओं के अनुसार राष्ट्रीय नेतृत्व ने प्रदेश संगठन से आने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर रिपोर्ट (वृत्त) मांगी है।
इसमें वर्ष 2018 के चुनाव के दौरान राजनीतिक स्थिति क्या थी, विधानसभा चुनाव हारने की वजह क्या थी और आज के हालात में क्या बदलाव आए हैं, यह बताने हैं। इसी तरह अनुसूचित जाति और जनजाति की सीटों पर क्या स्थितियां हैं, सरकार से लेकर स्थानीय नेताओं के खिलाफ सत्ता विरोधी रुझान कैसा है, आदिवासी बहुल क्षेत्र में जय युवा शक्ति संगठन जयस से कितना नुकसान हो सकता है, पिछले चुनाव में जयस ने किस तरह की दिक्कतें खड़ी की थीं, इस बारे में भी विस्तार से ब्योरा मांगा गया है।
16 जनवरी को पहले होगी राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक
16 जनवरी को पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक पहले होगी। इसमें सभी प्रदेशों के प्रभारी और सह प्रभारी बुलाए गए हैं। पार्टी नेताओं के मुताबिक इसी दिन चार बजे से राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक होगी, जो दूसरे दिन भी जारी रहेगी। इस बैठक को कई मायनों में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पार्टी नेताओं का कहना है कि सबसे अहम मामला राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के खत्म हो रहे कार्यकाल का है। पार्टी ने अब तक उनका कार्यकाल बढ़ाने का कोई औपचारिक निर्णय नहीं लिया है। माना जा रहा है कि बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यकाल आने वाले चुनाव तक बढ़ाया जा सकता है।
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