ज्योतिरादित्य ने क्रिकेट पिच पर लगाए चौके...
खेल महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर दिखा सिंधिया का अलग अंदाज़
ग्वालियर में एक बार फिर केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया क्रिकेट पिच पर अपने हाथ अजमाए हैं। हाथ में बैट थामकर जब वह पिच पर उतरे तो क्या था चौके पर चौके लगाते चले गए। सिंधिया को युवा तेज गेंदबाजों ने 10 गेंद फेंकी जिन पर आकर्षक फ्लिक, पुल, कवर ड्राइव लगाकर वह अपने विरोधियों को नसीहत देते नजर आए। हां कुछ गेंद उनको डिफीट करते हुए भी निकलीं, लेकिन उसके बाद सिंधिया ने समझदारी से खेलकर राजनीति में अपनी मजबूत मानसिकता का परिचय दिया। केन्द्रीय मंत्री सिंधिया रविवार सुबह खेल महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर कैप्टन रूपसिंह स्टेडियम पहुंचकर क्रिकेट में भी हाथ अजमाए हैं।
रविवार को ग्वालियर में ग्वालियर खेल महोत्सव का शुभारंभ हुआ है। खेल महोत्सव का शुभारंभ केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के मुख्य आतिथ्य और सांसद विवेक शेजवलकर की अध्यक्षता में हुआ है। सिटी सेंटर कैप्टन रूपसिंह स्टेडियम में शुभारंभ समारोह का आयोजन किया गया है। खेल महोत्सव का शुभारभ अतिथियों ने दीप प्रज्जवलन कर किया। इस मौके पर सिंधिया ने कहा कि आज हमारा देश खेल के क्षेत्र में असीम क्षमताओं वाला देश है। प्रधानमंत्री जी की भी यही सोच है।
इसी सोच के साथ भारत सरकार के मार्गदर्शन में हमने खेल महोत्सव का आयोजन किया है। इसमें विभिन्न तरह के खेल शहर के चार मैदानों पर खेले जाएंगे। इससे कबड्डी वॉलीबॉल, वॉस्केट बॉल, क्रिकेट खोला जाएगा। हमारी विचारधारा है कि इससे युवाओं में एक नई स्फूर्ति आएगी। इससे नए खेल नवरत्न भी उभरकर निकलेंगे। इसके बाद कैप्टन रूपसिंह स्टेडियम में सिंधिया ने खिलाड़ियों से परिचय लिया। सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने भी कहा कि खेल महोत्सव युवा खिलाड़ियों को उनकी प्रतिभा के लिए एक मंच देगा। यहां से नई प्रतिभाएं उभरेंगी।
ग्वालियर खेल महोत्सव के शुभारंभ के बाद केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया खुद को क्रिकेट खेलने से नहीं रोक पाए। जब भी वह कैप्टन रूपसिंह स्टेडियम पहुंचते हैं तो उनका क्रिकेट को लेकर प्रेम झलक ही उठता है। फिर क्या था हाथ में बैट थाम पहुंच गए क्रिकेट पिच पर और अजमाएं हाथ। यहां उन्हें युवा क्रिकेटर्स ने 10 गेंद फेंकी इनमें से 4 गेंद को उन्होंने फ्लिक, पुल व कवर ड्राइव लगाकर चौकों में तब्दील कर दिया। तीन गेंद उनको बीट करते हुए निकल गईं, लेकिन शेष 3 गेंद को वह संभलकर खेलते हुए नजर आए। अपने खेल से उन्होंने राजनीति में अपने विरोधियों को कड़ा संदेश दिया कि वह किसी भी सूरत में हार मानने वाले नहीं है तो अपने समर्थकों का मन भी जीत लिया।
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