कोरोना को रोकने के लिए भारत जांचेगा अपनी तैयारी अस्पतालों में होगी मॉक ड्रिल

एयरपोर्ट पर RT-PCR टेस्टिंग ...

कोरोना को रोकने के लिए भारत जांचेगा अपनी तैयारी अस्पतालों में होगी मॉक ड्रिल

चीन में कोविड 19 का प्रकोप जारी है जिससे भारत में भी चिंता बढ़ गई है. देश में वायरस की नई लहर को रोकने के लिए कई कदम भी उठाए जा रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (25 दिसंबर) को साल के अपने आखिरी मन की बात कार्यक्रम में लोगों से कोरोना के खतरे के प्रति सतर्क रहने को भी कहा है. सरकार ने शनिवार को कोविड-रोधी उपायों को तेज करते हुए कहा कि चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और थाईलैंड के यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट अनिवार्य करने का निर्देश दिया.

राज्यों से चिकित्सा ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों सहित अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारी सुनिश्चित करने के लिए 27 दिसंबर को मॉक ड्रिल करने को भी कहा गया है. शनिवार से नए दिशानिर्देशों के तहत दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, अहमदाबाद, पुणे, इंदौर और गोवा सहित कई हवाईअड्डों पर अंतरराष्ट्रीय यात्रियों का रैंडम कोरोना वायरस टेस्ट भी शुरू हुआ.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कही ये बात

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने अधिक एहतियाती उपायों की फिर से शुरुआत करते हुए कहा कि चीन और चार अन्य देशों से भारत आने वाले यात्रियों को अगर COVID-19 पॉजिटिव या बुखार के साथ पाया जाता है, तो उन्हें क्वारंटीन किया जाएगा. 

'एयर सुविधा' फॉर्म भरना अनिवार्य

मांडविया ने कहा कि कोविड-19 महामारी की स्थिति के मद्देनजर, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और बैंकॉक (थाईलैंड) के यात्रियों को भारत आने से पहले अपनी आरटी-पीसीआर रिपोर्ट अपलोड करनी होगी. भारत में उतरने के बाद, वे थर्मल स्क्रीनिंग से गुजरेंगे और पॉजिटिव पाए जाने या बुखार आने पर उन्हें क्वारंटीन रखने का आदेश जारी किया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इन देशों से आने वाले यात्रियों के लिए अपनी स्वास्थ्य स्थिति घोषित करने के लिए 'एयर सुविधा' फॉर्म भरना अनिवार्य किया जाएगा.

एयर सुविधा पोर्टल अगस्त 2020 में लॉन्च की गई थी जिसके माध्यम से अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को अपनी यात्रा, कोविड टीकाकरण और टेस्ट के बारे में बताना होता है, लेकिन इस साल नवंबर में इसे बंद कर दिया गया था. मामलों में कमी के बाद नवंबर में अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए अनिवार्य आरटी-पीसीआर टेस्ट भी बंद कर दिए गए थे. 

राज्यों को दिए गए ये निर्देश

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा है कि प्रेशर स्विंग एडजॉर्शन (पीएसए) ऑक्सीजन पैदा करने वाले संयंत्रों को पूरी तरह दुरुस्त रखा जाए और उनकी जांच के लिए नियमित मॉक ड्रिल आयोजित की जाएं. राज्यों से वेंटिलेटर, बीआईपीएपी और एसपीओ2 सिस्टम उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का भी आग्रह किया गया है. 

एयरपोर्ट पर टेस्टिंग शुरू

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने ने ट्वीट कर कहा कि, "चीन, हांगकांग, बैंकॉक, जापान, दक्षिण कोरिया सहित अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों का सैंपल टेस्ट दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शुरू किया गया है. कोरोनावायरस की बढ़ती स्थिति को देखते हुए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं." नागरिक उड्डयन मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देश में 29 अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे हैं और 23 दिसंबर को यहां पहुंचने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की संख्या 87,966 थी. 

भारत में कोरोना की स्थिति

देश में अभी तक कोरोना के मामलों में उछाल नहीं देखा गया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि आज 201 नए कोरोनो वायरस (Coronavirus) के केस मिले जिसके बाद सक्रिय मामले बढ़कर 3,397 हो गए हैं. मंत्रालय ने कहा कि अब तक कुल 90.97 करोड़ टेस्ट किए जा चुके हैं, जिसमें पिछले 24 घंटों में 1,36,315 परीक्षण किए गए हैं. राष्ट्रीय COVID-19 रिकवरी दर बढ़कर 98.80 प्रतिशत हो गई है.

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