बीजेपी के आपसी शीत संघर्ष के बीच फंसा अटल जी के सम्मान में होने वाला गौरव दिवस का आयोजन !

 राज्य में पुरानी बीजेपी V/Sनई बीजेपी के बीच चल रहा है शीत संघर्ष !

बीजेपी के आपसी शीत संघर्ष के बीच फंसा  अटल जी के सम्मान में होने वाला गौरव दिवस का आयोजन !


ग्वालियर।  पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की याद में 25 दिसंबर को होने वाले कवि सम्मेलन और अटल सम्मान समारोह पहले ग्वालियर के महाराज बाड़े पर ही होना था लेकिन अचानक इस आयोजन को जीवाजी विश्वविद्यालय के अटल सभागार में करने का फैसला हो गया। और  इस कार्यक्रम को जीवाजी विश्वविद्यालय के सभागार में शिफ्ट करने के पीछे सर्दी का कारण बताया गया l इसके बाद बीजेपी के कुछ पुराने पदाधिकारी डीएम के साथ एक मीटिंग करते है और अचानक से फिर ग्वालियर कलेक्टर दूवारा पत्रकारों को बुलाकर एकबार फिर पुन : यह आयोजन महाराज बाड़े पर  करवाने की घोषणा कर दी जाती है l अब सोचने वाली बात ये है कि जिस आयोजन का सर्दी का कारण स्थान परिवर्तन किया गया और फिर वहीँ उसी स्थान पर आयोजन करने की घोषणा की जाती है l तो सवाल खड़ा होता है सर्दी तो अभी भी है l तो क्या यह सिर्फ एक बहाना था और अगर बहाना था तो क्यों ?

इसका जबाब शायद ये हो सकता है कि एक बार फिर भाजपा की गुटबाजी सामने आ गई। भाजपा में भीतरखाने की खबर तो यह है कि सिंधिया गुट ने इस बार केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के गुट को पटखनी दे दी। लेकिन फिर अचानक ग्वालियर कलेक्टर ने  पत्रकारों को बुलाकर एकबार फिर पुन : यह आयोजन महाराज बाड़े पर  करवाने की घोषणा कर दी है l और इस तरह तोमर ग्रुप फिर एकबार सिंधिया गुट भारी पड़ गया !

सार्वजनिक तौर पर पर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भले ही मंच साझा करें लेकिन भाजपा के इन दोनों नेताओं की राजनीतिक दुश्मनी किसी से छिपी हुई नहीं है। ग्वालियर गौरव दिवस भी इन दोनों नेताओं की आपसी गुटबाजी की जद में आ गया। पहले यह आयोजन ग्वालियर के महाराज बाड़े पर ही होना था लेकिन अचानक इस आयोजन को जीवाजी विश्वविद्यालय के अटल सभागार में करने का फैसला हो गया। हालांकि नगर निगम कमिश्नर किशोर कान्याल ने महाराज बाड़े पर होने वाले इस कार्यक्रम को जीवाजी विश्वविद्यालय के सभागार में शिफ्ट करने के पीछे सर्दी का कारण बताया गया । लेकिन कार्यक्रम में बदलाव की वजह कुछ और ही है। हैरानी इस बात की है कि भाजपा के बड़े नेता भी इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। इनमें पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के भांजे अनूप मिश्रा भी हैं।

दरअसल शिवराज सरकार प्रदेश के हर जिले में गौरव दिवस मना रही है। ग्वालियर में भी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के सम्मान में ग्वालियर गौरव दिवस का आयोजन 25 दिसंबर को किया जाना है, इसे लेकर पिछले कई दिनों से इसकी तैयारियां की जा रही हैं। इस आयोजन को भव्य रूप देने और गरिमामयी बनाने के लिए आयोजन स्थल महाराज बाड़ा चिन्हित किया गया। इस आयोजन में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर तो सीधे तौर पर नहीं जुड़े हैं लेकिन उनके बड़े बेटे देवेंद्र प्रताप तोमर अटल जी की याद में हर साल होने वाले कवि सम्मेलन में मुख्य रूप से जुड़े हुए हैं। 

हालांकि अटल जी की याद में हर साल नगर निगम ग्वालियर कवि सम्मेलन का आयोजन करता है लेकिन इस बार देवेंद्र प्रताप सिंह तोमर की देखरेख में कवि सम्मेलन होने जा रहा है। भाजपा सूत्रों का कहना है कि यही सिंधिया गुट को नागवार गुजरा और इस गुट ने अफसरों पर दबाव बनाकर कार्यक्रम का स्थान ही बदलवा दिया। इसमें कोई दो राय नहीं है कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की हैसियत ग्वालियर में मिनी सीएम की है। ग्वालियर का महाराज बाड़ा शहर का हृदय स्थल कहलाता है और यहां से अटल जी की भी यादें जुड़ी हुई हैं।

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