आरटीओ पंजीयन टैक्स में 50 प्रतिशत छूट के आदेश भी शीघ्र ही पहुंच जायेंगे...
कोरोना गंभीर हुआ तो मेला पर पुनः विचार करेंगेः सखलेचा
ग्वालियर। मध्यप्रदेश के एमएसएमई मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने कहा है कि ग्वालियर व्यापार मेला में सरकार ने स्थानीय व्यापारियों की मांग को देखते हुये आटोमोबाइल सेक्टर में वाहनों के आरटीओ पंजीयन टैक्स में 50 प्रतिशत छूट की घोषण कर दी है और इसके आदेश भी शीघ्र ही पहुंच जायेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि ग्वालियर मेला लगाने की तैयारियां जोरों से जारी हैं और इसका विधिवत शीघ्र शुभारंभ भी किया जायेगा।
संक्षिप्त चर्चा में एमएसएमई मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने एक सवाल पूछे जाने पर कि कोरोना की स्थिति के बेहद गंभीर चिंताजनक खबरों के बीच क्या ग्वालियर व्यापार मेला लगाना उचित रहेगा या सरकार इस पर दोबारा विचार कर सकती है के जबाब में मंत्री सखलेचा ने कहा कि कोरोना की गंभीर स्थिति पर हम ग्वालियर मेला लगाने या लगाने पर पुनः विचार भी कर सकते हैं, क्योंकि सरकार आम आदमी के स्वास्थ्य और उसकी जान की चिंता पहले करेगी। मंत्री सखलेचा ने कहा कि हालांकि अभी ऐसी गंभीर स्थिति दिखाई नहीं दे रही है, निकट भविष्य में कोरोना पांव पसारेगा तो हम पुनः मेला पर विचार करेंगे।
वहीं दूसरी ओर ऐतिहासिक व्यापार मेला के इस बार के आयोजन पर कोरोना रूपी काले बादल मंडराने लगे है। अचानक देश में दो दिन के भीतर ही कोरोना संकट को लेकर मैराथन बैठकें हुई और एडवायजरी तक जारी हो गई है। एमस दिल्ली में तो मास्क अनिवार्य कर दिया गया है और 5 लोगों के इकटठे होने तक पर रोक लगा दी गई है। ऐसे में ग्वालियर मेला कैसे लगेगा इस पर संकट छा गया है। हालांकि मेला में दुकानदार दुकानें लगा रहे हैं और वाहनों में आरटीओ छूट का भी ऐलान सरकार द्वारा कर दिया गया है।
कोरोना पर कल देश के स्वास्थ्य मंत्री द्वारा ली गई बैठक के बाद आज प्रधानमंत्री ने उच्च स्तरीय बैठक कर कई दिशा निर्देश जारी कर दिये हैं। जिसमे पुनः हवाई अडडों पर आरटीपीसीआर शुरू होगी। इधर ग्वालियर में व्यापार मेला के आयोजन को लेकर तैयारियां जोरशोर से चल रही है। दुकानदार पैसा जमा कर दुकानें बनाने लगे है। झूला सेक्टर पूरा तैयार हो गया है। खानपान के स्टाल लग चुके हैं। शेष का काम जारी है। टेण्डर प्रक्रिया भी पूरी हो गई है।
अब आज केन्द्र के निर्देश के बाद ग्वालियर कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने कोरोना रोकथाम के लिए एडवायजरी जारी कर दी है। ऐसे में अब सवाल उठता है कि मेला आयोजन कैसे होगा। जब एडवायजरी में ही भीडभाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचने की सलाह दी गई है। मेला में भीड़ उमड़ेगी और लोग झूला, खानपान और खरीददारी का आनंद भी लेंगे। साफ है कि एक बार फिर ग्वालियर के ऐतिहासिक मेला में कोरोना रूपी काले बादल मंडराने लगे है। अगर आयोजन पर रोक लगी तो पहले से परेशान व्यापारी की कमर टूट सकती है ।
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