दुनिया में कुल 195 देश हैं
दुनिया के ऐसे देश जहां एक भी भारतीय नहीं रहता !
दुनिया के किसी भी कोने में घूम जाइए आप ! वहां आपको एक ना एक भारतीय जरूर दिख जाएगा. अमेरिका से लेकर ऑस्ट्रेलिया तक, यूरोप से लेकर अफ्रिका तक और चीन से लेकर जापान तक, हर जगह आपको भारतीय अन्य देशों के नागरिकों के मुकाबले अच्छी खासी तादाद में मिल जाएंगे. हालांकि, तथ्यात्मक रूप से ये सही नहीं है. विश्व में ऐसे कई देश हैं जहां एक भी भारतीय नहीं रहता. आज हम आपको उन्हीं देशों को बारे में बताएंगे जहां एक भी भारतीय नहीं रहता l
पाकिस्तान
पाकिस्तान हमारा पड़ोसी देश है. भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति आए दिन बनी रहती है. पाकिस्तान, भारत से एक दिन पहले आजाद हुआ था, लेकिन वहां की स्थिति बेहद खराब है. आर्थिक और राजनीतिक तौर पर पाकिस्तान की स्थिति भारत से बहुत ज्यादा खराब है. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक राजनयिक और कैदियों को छोड़ दिया जाए तो यहां एक भी भारतीय नहीं रहता है l
वेटिकन सिटी एवं मक्का
वेटिकन सिटी जो 0.44 वर्ग किलोमीटर में बसा है, वहां रोमन कैथोलिक को मानने वाले लोग रहते हैं. दरअसल, वेटिकन सिटी रोमन कैथोलिक को मानने वाले दुनिया भर के लोगों के लिए आस्था का शहर है. जैसे मुस्लिमों के लिए मक्का है. इस देश की बेहद कम जनसंख्या है, लेकिन सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि यहां एक भी भारतीय नहीं रहता. हालांकि, भारत में रोमन कैथोलिक को मानने वाले क्रिश्चियनों की संख्या बहुत है l
सैन मैरिनो देश
सैन मैरिनो गणराज्य के तौर पर जाना जाता है. यह देश इटली से घिरा हुआ है. यहां रहने वालों की आबादी 3 लाख 35 हजार 620 है. हालांकि, इस पूरी आबादी में एक भी भारतीय नहीं है. भारतीयों के नाम पर यह सिर्फ टूरिस्ट ही दिखेंगे l
बुल्गारिया
बुल्गारिया दक्षिण-पूर्व यूरोप में स्थित है. 2019 की जनगणना के हिसाब से इस देश की आबादी 6,951,482 है. यहां ज्यादातर ईसाई धर्म को मानने वाले लोग रहते हैं. इस देश में भी भारतीय राजनयिकों को छोड़ दिया जाए तो एक भी भारतीय नहीं रहता है l
तुवालु (एलिस द्वीप समूह)
तुवालु को दुनिया में एलिस द्वीप समूह के तौर पर भी जाना जाता है. यह देश ऑस्ट्रेलिया के उत्तर पूर्व प्रशांत महासागर में स्थित है. इस देश में लगभग 10 हजार लोग रहते हैं. इस पूरे द्वीप समूह पर सिर्फ एक अस्पताल है और यहां सिर्फ 8 किमी लंबी सड़के हैं, इस द्वीप समूह पर एक भी भारतीय नहीं है. हालांकि, यहा टूरिस्ट आते रहते हैं. यह देश 1978 में आजाद हुआ था l
क्यों नहीं रहते भारतीय
इन देशों में भारतीय क्यों नहीं रहते, इसका कोई विशेष उत्तर नहीं है. हालांकि, भारत से जो लोग भी माइग्रेंट करते हैं वो इसलिए दूसरे देश जाते हैं ताकि उन्हें वहां यहां से बेहतर सुविधाएं मिल सकें. हालांकि, जितने भी देशों की ऊपर बात की गई वह या तो बहुत छोटे हैं, या फिर इतने संपन्न नहीं है कि भारतीय वहां माइग्रेंट कर के अपना भविष्य बना सकें l
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