2 हजार दुकानें सजेंगी, एक दिसंबर से आवंटन...
व्यापार मेले का 25 दिसंबर से होगा शुभांरभ
ग्वालियर। ग्वालियर व्यापार मेला का दायरा इस बार बढ़ेगा। इस साल पिछले सालों से कहीं अधिक दुकानें आवंटित की जाएंगी। 2019-20 में 1800 दुकानें आवंटित हुई थी, जबकि 2020-21 में मेला आधा अधूरा लगा था इसलिए महज 1400 दुकानें ही आवंटित हो सकी थीं। कोविड के चलते पिछले साल मेला नही लग सका। इस बार दो हजार दुकानें आवंटित होने का लक्ष्य मेला प्राधिकरण ने रखा है। गुरुवार से माधव राव सिंधिया व्यापार मेला की तैयारियां जोर पकड़ेंगी, क्योंकि मेला प्राधिकरण की ओर से मेला की तैयारी को लेकर सरकारी अधिकारियों की समितियां गठित की जा चुकी हैं।
जिसकी सूची मेला सचिव द्वारा जारी की गई।अब इन समितियों की देखरेख में मेला की तैयारियां की जाएंगे। मेला सचिव निरंजन श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि सात दिसंबर को खुलेंगे टेंडर लेकिन इससे पहले ही मेला परिसर की साफ सफाई और दुकान, सड़क मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। जबकि एक दिसंबर से दुकानों का आवंटन और बुकिंग शुरू हो जाएगी। मेला प्रारंभ होने के उपरांत एक जनवरी से मेला में सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजन शुरू होंगे। जिसका पूरा कैलेंडर जारी किया जाएगा। ग्वालियर व्यापार मेले का शुभारंभ परंपरानुसार 25 दिसंबर को होगा।
इस बार मेले को भव्य बनाने की प्राधिकरण ने तैयारी की है। खरीदारों के साथ शहर के आटोमोबाइल शोरूम के संचालकों को रोड टैक्स में मिलने वाली छूट की घोषणा का इंतजार है। यह घोषणा शासन स्तर पर होगी। अगर शासन टैक्स में छूट देता है तो ग्वालियर व्यापार मेले का कारोबार करोड़ों में रहेगा। हर वर्ग के सैलानी को आकर्षित करने के लिए झूला सेक्टर में झूलों की संख्या बढ़ाए जाने की भी योजना है। प्राधिकरण की तरफ से जारी की गई समितियों की सूची में प्रशासनिक अधिकारियों को शामिल किया गया है। इससे स्पष्ट है मेले में पहुंचने वाले हर सैलानी को बेहतर सुविधा मिलेगी। साथ ही उनकी सुरक्षा की व्यवस्था पुख्ता रहेगी।
- प्रशासनिक समिति : मेला की सामान्य प्रशासनिक व्यवस्थाएं सुचारू रूप से संचालित करने के लिए संभागायुक्त की अध्यक्षता में प्रशासनिक समित का गठन किया गया है। इसमें संभागीय अपर आयुक्त, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, आयुक्त नगर निगम,सीईओ जिला पंचायत, एडीएम, एएसपी, कार्यपालन यंत्री पीडब्ल्यूडी, खाद्य नियंत्रक और सीएमएचओ भी हैं।
- सांस्कृतिक समिति : कार्यक्रमों का तिथिवार निर्धारण एवं कलाकारों के चयन के लिए अपर कलेक्टर की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया है। इसमें केंद्र निर्देशक आकाशवाणी, केंद्र निर्देशक दूरदर्शन और सहायक संचालक सांस्कृतिक विभाग को शामिल किया गया है।
- बाजार व्यवस्था समिति : बाजार की व्यवस्थाओं की प्रभावी नियंत्रण समिति में एडीएम, एसडीएम, उपायुक्त नगर निगम और एएसपी हैं।
- झूला जांच समिति : कार्यपालन यंत्री पीडब्ल्यूडी की अध्यक्षता में जांच समिति गठित की गई। इसमें एसडीओपी पीडब्ल्यूडी हैं।
- विद्युत समिति : मेला में विद्युत संबंधी कार्य के लिए सहायक यंत्री विद्युत विभाग, कार्यपालन यंत्री विद्युत, थाना प्रभारी गोला का मंदिर को शामिल किया गया है।
- प्रचार प्रसार समिति : मीडिया तक सूचना एवं विज्ञापन के लिए संयुक्त संचालक जनसंपर्क व निगम पीआरओ को जिम्मेदारी दी है।
- दंगल समिति : रैफरी व निर्णायक चयन, पहलवानों को निमंत्रण भेजने का कार्य यह समिति करेगी। इसमें जिला खेल अधिकारी खेल एवं युवा कल्याण विभाग, थाना प्रभारी गोला का मंदिर हैं।
- जनसुविधा समिति : परसिर में साफ सफाई व जनसुविधाओं के लिए समिति का गठन किया गया है। इसमें उपायुक्त, क्षेत्रीय जोनल अधिकारी ,स्वास्थ्य अधिकारी नगर निगम शामिल हैं।
- पार्किंग व्यवस्था समिति : समिति में एसडीएम, उपायुक्त निगम,डीएसपी यातायात, थाना प्रभारी गोला का मंदिर शामिल हैं।
- विभागीय प्रदर्शनी समिति : विभागीय प्रदर्शनी की व्यवस्था के लिए सीईओ जिला पंचायत की अध्यक्षता में समिति गठित की गई है। इसमें संयुक्त संचालक जनसंपर्क, संयुक्त संचालक नगर एवं ग्रामीण निवेश, संयुक्त संचालक महिला बाल विकास, संयुक्त संचालक पंचायत एवं सामाजिक विकास हैं।
- पुरस्कार समिति : समापन सत्र में दिए जाने पुरस्कारों का चयन समिति के शामिल संयुक्त संचालक जनसंपर्क करेंगे।
- सुरक्षा व्यवस्था : सुरक्षा व्यवस्था व लगाए जाने वाले सीसीटीवी कैमरा से निगरानी रखने के लिए समिति का गठन किया है। इसमें एएसपी, सीएसपी, डीएसपी यातायात हैं।
- पशु मेला आयोजन समिति : पशु एवं किसान मेले के आयोजन के लिए इस समिति को गठित किया गया है। इसमें भी प्रशासनिक अधिकारी शामिल हैं।
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