PoK पर कार्रवाई को सेना तैयार !
सरकार के आदेश का इंतजार : कमांडर उत्तरी सेना
उत्तरी कमांड के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने मंगलवार को कहा- भारत सरकार जब आदेश देगी, सेना PoK पर कार्रवाई करने को तैयार है। उन्होंने कहा कि PoK के विषय पर संसद में प्रस्ताव पास हो चुका है। भारतीय सेना सरकार के हर आदेश के लिए पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि सरकार जब भी आदेश देगी सेना अपनी पूरी तैयारी के साथ आगे बढ़ेगी। उन्होंने यह भी बताया कि भारत में घुसपैठ के लिए पाकिस्तानी लॉन्चपैड पर करीब 160 आतंकी मौजूद हैं। हम उनके मंसूबे कामयाब नहीं होने देंगे। बता दें कि 3 नवंबर को हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एक रैली को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान भीड़ में से लोगों ने कहा- PoK भी अब भारत में चाहिए। इस पर रक्षा मंत्री ने कहा...धैर्य रखिए, धैर्य रखिए। राजनाथ हिमाचल के वीर जवानों को लेकर बात कर रहे थे। इस दौरान रैली में मौजूद लोगों ने PoK चाहिए के नारे लगा दिए।
लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने जम्मू-कश्मीर में हो रही टार्गेट किलिंग पर कहा कि राज्य में आतंकवाद को रोकने के लिए काफी काम किया गया है। इससे बौखलाए आतंकियों की तरफ से कभी पिस्टल कभी हथियार इस तरह भेजने के प्रयास किए जाते हैं और निहत्थे लोगों को टारगेट किया जाता है, लेकिन आतंकी अपने मंसूबों में कभी कामयाब नहीं हो पाएंगे। उन्होंने दावा किया कि धारा 370 हटने के बाद से जम्मू-कश्मीर में काफी बदलाव आया है। राज्य में आतंकवाद पर लगाम लगी है। द्विवेदी ने बताया कि लॉन्चपैड पर लगभग 160 आतंकवादी बैठे हैं जिनमें पीर पंजाल के उत्तर में 130 और पीर पंजाल के दक्षिण में 30 आतंकी मौजूद हैं। पूरे भीतरी इलाकों में कुल 82 पाकिस्तानी आतंकवादी और 53 स्थानीय आतंकवादी बैठे हैं। इसके अलावा पाकिस्तान लगातार ड्रग्स भेजने की कोशिश कर रहा है। हाल ही में ही हमने करोड़ों रुपए की ड्रग्स पकड़ी है। यहां तक कि हम जो आतंकी बॉर्डर पर मार रहे हैं उनको भी यह लोग कहते हैं कि आप स्मगलर मार रहे हो। इसका मतलब साफ है कि पाकिस्तान ड्रग्स बेचने के प्रयास आए दिन कर रहा है।
द्विवेदी ने कहा कि 35 पर्सेंट युवा 20 साल की उम्र से कम आतंकी हैं। 55 प्रतिशत जो युवा हैं, वो 20-30 साल के बीच में आतंकी बन रहे हैं। ऐसे में हमें कोशिश करनी है कि युवाओं को एजुकेटेड बनाएं, उनकी परवरिश अच्छे से करें और सेना भी हर प्रयास कर रही है ताकि युवा रेडिकलाइज ना हो सकें। पाकिस्तान, PoK को छोड़ने के लिए तैयार नहीं है और उसे आजाद कश्मीर बताता है। मौजूदा समय में पाकिस्तान ने PoK को गिलगिट और बाल्टिस्तान, दो हिस्सों में बांट रखा है। भारत सरकार समय-समय पर PoK को वापस लेने की बात कहती रही है। 2014 में केंद्र में नरेंद्र मोदी की अगुआई में BJP सरकार बनने के बाद यह मुद्दा ज्यादा गरमा गया। मोदी सरकार की ओर से जम्मू-कश्मीर से धारा 370 खत्म किए जाने के बाद PoK को वापस लेने की मांग जोर-शोर से उठती रही है।
जम्मू-कश्मीर का हिस्सा है PoK
PoK यानी पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर भारत का वह हिस्सा है जो पाकिस्तान के साथ लगता है। 1947 में बंटवारे के बाद पाकिस्तान ने कबीलाई विद्रोहियों की मदद से जम्मू-कश्मीर के इस हिस्से पर कब्जा कर लिया था। भारतीय फौज इस हिस्से को वापस लेने के लिए लड़ रही थी, मगर उसी समय भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू कश्मीर के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र संघ (UN) चले गए। UN ने दखल देकर दोनों देशों के बीच युद्ध विराम करवा दिया और ‘जो जहां था, वहीं काबिज हो गया। उसी समय से दोनों देशों की फौजें इंटरनेशनल सरहद की जगह लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) के दोनों तरफ डटी हैं। LoC दोनों मुल्कों के बीच खींची गई 840 किलोमीटर लंबी सीमा रेखा है।
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