उज्जैन के महाकाल लोक में गूंजेगा, कैलाश का गया स्तुति गान...
कैलाश खेर ने तैयार किया है महाकाल शिव स्तुतिगान
उज्जैन l उज्जैन में 11 अक्टूबर को होने वाले महाकाल लोक के लोकार्पण के लिए प्रसिद्ध गायक कैलाश खेर ने विशेष स्तुतिगान "जय श्री महाकाल" तैयार किया है। इसका विमोचन भी इसी अवसर पर होगा। कैलाश खेर स्तुतिगान की लाइव प्रस्तुति कार्तिक मेला मैदान में होने वाली प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की धर्मसभा में देंगे।
इस स्तुति को कैलाश खेर ने ही लिखा और संगीतबद्ध किया है। इसे तैयार करने में 15 दिन लगे। इसे संगीतबद्ध करने में उन्होंने बीन, शहनाई, डमरू और शंख जैसे पारंपरिक वाद्य यंत्रों का उपयोग किया है। उन्होंने कहा कि "जय श्री महाकाल" महाकाल को समर्पित पहला आधिकारिक गान होगा। उम्मीद है कि स्तुतिगान महादेव के आराधकों के साथ सभी संगीत प्रेमियों को पसंद आएगा। मध्य प्रदेश के संस्कृति विभाग ने भी इसे तैयार करने में सहयोग किया और इसमें एक पंक्ति मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने भी गाई है।
स्तुतिगान
भारत मध्ये स्वयंभू ज्योतिर्लिग, यजामहे,
हे पारब्रह्म परमेश्वर शिव शंभू, दयामहे।
शिप्रा तट पर अवंतिका, उज्जयिनी नगरी,
महादेव के मनन में, है मगन सगरी।
मां हरसिद्धिपीठ कालिका, विराजे,
शिव शिव जापे, आठ पहर चौंसठ घड़ी।
याचक शीश निवाते, यक्ष दक्ष करें भस्म आरती,
श्रृंगार दर्शन, ऋषि मुनि ध्यानी हर हर हर,
करें भस्म लेपन, बाजे झांझ मजीरा डमरू, मृदंग,
तगघड़ान घिडनक तक नकधुम, तिटकत गदीगन धा।।
जय श्री महाकाल, जय जय श्री महाकाल..!
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