हैलोवीन पार्टी में शामिल 19 विदेशियों समेत 350 लापता…
साउथ कोरिया में मौत का तांडव, 150 से ज्यादा ने गंवाई जान
दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में बहुत बड़ा हादसा हो गया. शनिवार, 29 अक्टूबर 2022 को हैलोवीन फेस्टिवल मनाने पहुंचे लोगों के बीच भगदड़ मच गई. जश्न का शोर मातमी चीखों में बदल गया. लोग एक दूसरे को रौंदकर भागने लगे. जो नहीं भाग सके उनकी सांसे उखड़ गईं. इस हादसे में 151 लोगों की मौत हो गई जिसमें 19 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं, जबकि सैकड़ों घायलों का इलाज जारी है. शनिवार की शाम सियोल के इटावन इलाके के प्रसिद्ध नाइट स्पॉट पर ये लोग नो मास्क हैलोवीन मनाने के लिए जुटे थे. कोविड विस्फोट के बाद ये पहला हैलोवीन फेस्टिवल था, लिहाजा भीड़ भी खूब उमड़ी. संकरी सी सड़क पर इतने लोग जमा हो गए कि रास्ता ही ब्लॉक हो गया. दोनों तरफ से लोग इधर उधर भाग रहे थे.
रात 10 बजकर 20 मिनट पर अचानक यहां भगदड़ मच गई. मंजर ऐसा था कि इंसान एक दूसरे को कुचलते हुए आगे बढ़ रहे थे. हजारों की भीड़ सैकड़ों लोगों को रौंद रही थी. महिलाएं और बच्चों के लिए भगदड़ में खुद को संभालना भारी हो रहा था. चीख पुकार इतनी मची कि सियोल कांप गया.रेस्क्यू टीम, फायर फाइटर्स, लोकल पुलिस और एंबुलेंस के साथ मेडिकल स्टाफ जब तक यहां पहुंचते. तब तक 151 से ज्यादा लोगों की सांसे उखड़ चुकी थी. जैसी ही खबर दक्षिण कोरिया सरकार तक पहुंची. हड़कंप मच गया. राष्ट्रपति यून सुक-योल ने बड़े पैमाने पर डिजास्टर मैनेजमेंट को रेस्क्यू में लगा दिया है. राष्ट्रपति यून सुक योल ने राष्ट्रीय शोक की घोषणा भी की है. अस्पताल में भर्ती लोगों का इलाज जारी है. सूत्रों का दावा है कि मौत का आंकड़ा बढ़ सकता है.
कार्डियक अरेस्ट से 50 से ज्यादा लोगों की मौत
सियोल की सड़कों पर अचेत अवस्था में सैकड़ों लोग गिरे पड़े थे. इनकी सांसे उखड़ रही थी....ये मौत के मुंह में समा रहे थे...और मेडिकल स्टाफ और डॉक्टर्स की टीम इन्हें कार्डियो पल्मोनरी रिससिटैशन यानी cpr दे रहे थे. साउथ कोरिया की मीडिया में दावा किया गया है कि हैलोवीन फेस्ट हादसे में मरने वाले 50 लोग यानी करीब एक तिहाई मौतों की वजह कार्डियक अरेस्ट था. इसका मतलब है कि ये लोग भगदड़ में ऐसा फंसे कि सांस लेना मुश्किल हो गया. हार्ट की फंक्शनिंग अचानक रुक गई. दिमाग में खून की सप्लाई डिस्टर्ब हो गई और ये लोग मूर्छित हो कर गिर पड़े.
अचानक सांस रुकने या कार्डियक अरेस्ट जैसे संकट में मरीज की जान बचाने के लिए cpr सबसे बेस्ट इमरजेंसी तकनीक मानी जाती है. सियोल भगदड़ में 151 से ज्यादा कैजुअलटीज तो हुईं, लेकिन ये सच है कि भगदड़ के बाद cpr तकनीक से कई लोगों की जान भी बचाई गई. 400 इमरजेंसी मेडिकल स्टाफ ने अगर घायलों को cpr न देकर सीधे हॉस्पिटल ले जाते, तो मौत का आंकड़ा बढ़ जाता.
हैलोवीन हादसे में अब तक -
- 151 लोगों की मौत
- 76 लोग घायल
- 19 की हालत गम्भीर
- 270 के लापता होने की कम्प्लेंट दर्ज कराई गई है.
- मरने वालों में अधिकतर की उम्र 20-30 के बीच है.
सियोल के Itaewon नाइट लाइफ एरिया में हैमिल्टन होटल के करीब संकरी गली में यह हादसा हुआ जहां रास्ता ऊंचाई से नीचे की ओर आता है.बताया जाता है कि भारी भीड़ की मौजूदगी के बीच ही किसी सेलेब्रिटी के पहुंचने और एक स्टोर पर आकर्षक ऑफर की अफवाह फैली जिसके कारण इस हादसे की आशंका जताई जा रही है. हालांकि, अभी आधिकारिक तौर पर भगदड़ के कारणों की पुष्टि नहीं की गई है.
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