जोधपुर की तंग गलियों में जहां बिकतें है लड़कियों के जिस्म

इन तंग गलियों की मंडी में फिसल रहे नादान युवा…

जोधपुर की तंग गलियों में जहां बिकतें है लड़कियों के जिस्म

जोधपुर के घास मंडी में हर शाम जिस्म की मंडी सजती है. जिस्म के सौदे किए जाते हैं और नौजवान फिसलते हुए इन तंग गलियों में पहुंच जाते हैं. यहां दिन के उजाले से लेकर अंधेरी रात तक महिलाएं और युवतियां जिस्म का काला सौदा करती हैं. रातभर आबाद रहने वाले इस इलाके में चौखट पर खड़ी लड़कियां इशारों ही इशारों में इन्हें अपने पास बुलाएगी. अपने जिस्म का सौदा करेगी. इन लड़कियों को ना तो पुलिस का और ना ही कानून का कोई खौफ है. कहा तो यह भी जाता है कि पुलिस को भी हर महीने यहां से बंधी मिल जाती है. जिसके चलते इनपर कर्रवाई करने वाला कोई नहीं है.

जिस्मफरोशी के साथ चलता है लूट का धंधा

शहर की इन बदनाम गलियों में दिनभर युवाओं की चहलपहल दिखाई देती है. सौदेबाजी के बाद यदि आप इनके साथ चले गए तो आपकी जेब में एक रूपया भी नहीं बचेगा. यह आपको लूट लेंगी. इतना ही नहीं बल्कि इन तंग गलियों में कई गैंग एक्टिव हैं. जो यहां आने वालों को डरा-धमका कर लूट लेते हैं और  जिसका  मामला कभी भी पुलिस तक नहीं पहुंच पाता है.

यहां से ऑपरेट होता है सेक्स रैकेट

शहर में चलने वाले ज्यादातर सेक्स रैकेट यही से ऑपरेट होते हैं. इनमें हाई प्रोफाइल मामलों से लेकर लो-प्रोफाइल तक सबी तरह के मामले शामल है. पुलिस भी शहर में एकाध सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ कर अपनी वाहवाही करवा लेती है, लेकिन बड़े गैंग पर वो भी हाथ मारने से डरती है. सूरज सनीम का लिखा यह गीत आज भी हमारे इस समाज की सच्चाई है. जो सदियों से चली आ रही है. 

मेरा फन फिर मुझे बाज़ार में ले आया है,

ये वो जां है के जहां मेहर-ओ-वफा बिकते हैं

बाप बिकते हैं और लख्ते जिगर बिकते हैं,

कोख बिकती है, दिल बिकते है, सिर बिकते है 

वेश्यावृत्ति गैर-क़ानूनी नहीं

बता दें कि भारत में IPC के मुताबिक, वेश्यावृत्ति वास्तव में गैर-क़ानूनी नहीं है, लेकिन कुछ मामलों में इसे दंडनीय बताया गया है. जैसे न इसके लिए किसी को फोर्स करना और सार्वजनिक वेश्यावृत्ति करना गैरकानूनी है. वेश्यालय का मालिकाना हक भी अवैध है. ऐसे में आज भी देश में ऐसे कई इलाके हैं, जहां लड़कियां और महिलाएं देह व्यापार में लिप्त है. इनमें कुछ की मजबूरी है और कुछ पैसे कमाने के लिए जिस्मफरोशी के धंधे में उतर गईं हैं. जिस्मफरोशी में लिप्त महिलाओं के लिए सरकार कोई ठोस कदम भी नहीं उठाए गए हैं. हालांकि कई ऐसी संस्थाएं हैं जो इन महिलाओं के लिए काम करती हैं. इनके बच्चों की पढ़ाई और भविष्य के लिए भी यह संस्थाएं काम कर रही है. लेकिन वोटबैंक के इतर सरकार की ओर से भी ठोस कदम उठाए जाने की जरुरत हैं.

Reactions

Post a Comment

0 Comments