मेरे पास BJP का संदेश आया ‘AAP’ छोड़ कर BJP में आ जाओ : मनीष सिसोदिया

मनीष सिसोदिया के दावे ने सियासी गलियारों में लाया भूचाल…

मेरे पास BJP का संदेश आया ‘AAP’ छोड़ कर BJP में आ जाओ : मनीष सिसोदिया

गुजरात की जमीन पर दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के सोमवार को किए गए एक दावे ने गुजरात ही नहीं बल्कि दिल्ली के सियासी गलियारों में हंगामा मचा दिया। बीजेपी के ऑफर की बात कर मनीष सिसोदिया के दावे के बाद बीजेपी और आप दोनों ही पार्टियों के नेता बेहद एक्टिव हो गए। दोनों ही तरफ से जमकर सियासी वार हुए। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तो यहां तक कह दिया कि दिल्ली में बीजेपी का ऑपरेशन लोटस फेल हो गया है। वहीं AAP के सूत्रों ने कहा है कि मनीष सिसोदिया के पास BJP के कॉल की रिकॉर्डिंग है। कॉल के दौरान मनीष सिसोदिया ने BJP नेता की रिकॉर्डिंग की थी। 

जरूरत पड़ने पर इस कॉल रिकॉर्डिंग को जारी किया जा सकता है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सोमवार को दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें आम आदमी पार्टी तोड़ने और उसके साथ जुड़ने पर ‘‘मुख्यमंत्री पद देने’’ और सभी मामले बंद करने की पेशकश की थी। हालांकि BJP ने इसे भ्रष्टाचार के आरोपों से ध्यान भटकाने का सिसोदिया का प्रयास करार दिया है। सिसोदिया के चौंकाने वाले दावे दिल्ली आबकारी नीति के कार्यान्वयन में भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर सीबीआई द्वारा उनके घर पर छापेमारी के कुछ दिनों बाद किये गये हैं। इस बीच पूर्वोत्तर दिल्ली के BJP सांसद मनोज तिवारी ने AAP नेता से उस व्यक्ति का नाम बताने को कहा, जिसने BJP की ओर से यह पेशकश की थी।

  • इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले मतदाताओं तक पहुंचने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे सिसोदिया ने भी जाति कार्ड खेला। सिसोदिया ने ट्वीट किया, ‘‘मेरे पास BJP का संदेश आया है - ‘AAP’ छोड़ कर BJP में आ जाओ, आपके खिलाफ सीबीआई और ईडी के सारे मामले बंद करवा देंगे।’’ 
  • डिप्टी सीएम ने कहा, ‘‘BJP को मेरा जवाब है - मैं महाराणा प्रताप का वंशज हूं और राजपूत हूं। सिर कटा लूंगा, लेकिन भ्रष्टाचारियों, षडयंत्रकारियों के सामने नहीं झुकूंगा। मेरे खिलाफ सारे मामले झूठे हैं। जो करना है कर लो।’’ 
  • AAP नेता ने बाद में अहमदाबाद में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह उस वक्त हतप्रभ रह गये, जब कोई व्यक्ति दो प्रस्ताव का संदेश लेकर उनके पास पहुंचा। उन्होंने दावा किया ‘‘संदेश वाहक ने कहा कि एक प्रस्ताव यह है कि सीबीआई-ईडी (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो-प्रवर्तन निदेशालय) द्वारा आपके खिलाफ दर्ज सभी बड़े मामले वापस ले लिए जाएंगे। दूसरी पेशकश यह थी कि मैं पार्टी तोड़ दूं और वे मुझे मुख्यमंत्री बनाएंगे।’’ 
  • सिसोदिया ने कहा, ‘‘मैंने उन्हें स्पष्ट राजनीतिक जवाब दिया और कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मेरे राजनीतिक गुरु हैं और मैंने उनसे राजनीति सीखी है। मैं मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री बनने के लिए राजनीति में नहीं आया हूं।’’ इस बीच BJP के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने पार्टी मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पलटवार करते हुए कहा, ‘‘मैं इतना ही कहूंगा कि जिनकी नीयत खोटी है, सोच छोटी है, उनको कोई क्या तोड़ेगा?’’
  • दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उनका अहंकार तो दिल्ली की जनता तोड़ रही है। उन्होंने कहा, ‘‘ये सब अनर्गल बातें करना बंद कीजिए। आपको अगर इस बात का अहंकार है कि भ्रष्टाचार करके जनता के पैसे लूटकर उत्तर भी नहीं देंगे तो आप का अहंकार भी टूटेगा... और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि जनता के एक-एक पैसे की वसूली हो।’’ 
  • भाटिया ने दावा किया कि BJP की ओर से इस मुद्दे पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री केजरीवाल चुप हैं, क्योंकि वह ‘‘निरूत्तर’’ हैं। उन्होंने कहा कि उठाए जा रहे सवालों के जवाब में AAP नेताओं के अलग-अलग वक्तव्य सामने आते हैं, जिनमें ‘‘ना तो ईमानदारी है और ना ही कोई तालमेल है।’’ 
  • भाटिया ने केजरीवाल और सिसोदिया पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि आबकारी नीति को लेकर गठित एक समिति द्वारा की गई सिफारिशों की अनदेखी कर आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार ने नयी नीति लागू की। उन्होंने कहा कि सिसोदिया के कथित भ्रष्टाचारों पर केजरीवाल की चुप्पी दर्शाती है कि वह ‘‘कट्टर बेईमान’’ हैं। 
  • इस बीच सांसद मनोज तिवारी ने ट्वीट किया, ‘‘मनीष का फोन सीबीआई ने ले लिया था। जैसा कि उन्होंने दावा किया था। किनके फोन पर सिसोदिया को संदेश या कॉल प्राप्त हुए। उस व्यक्ति के नाम का खुलासा किया जाए और उसका भी फोन सीबीआई को सौंप दिया जाए।’’ 
  • AAP के दो नेताओं -आतिशी और सौरभ भारद्वाज- ने भी सिसोदिया के दावे का समर्थन किया, लेकिन न तो इन दोनों नेताओं ने न ही उपमुख्यमंत्री ने BJP से संदेश लेकर आये उस तथाकथित व्यक्ति के नाम का खुलासा किया। आतिशी ने दावा किया कि सिसोदिया को प्रस्ताव देने वाला BJP का वही व्यक्ति है, जिसने तृणमूल कांग्रेस के पूर्व नेता शुभेंदु अधिकारी और अन्य नेताओें से मुलाकात करके भगवा पार्टी में शामिल होने का प्रस्ताव रखा था। 
  • AAP प्रवक्ता भारद्वाज से जब सिसोदिया के समक्ष प्रस्ताव रखने वाले BJP नेता का नाम पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी समय आने पर सभी ब्योरा उपलब्ध कराएगी। इस बीच केजरीवाल ने महंगाई और बेरोजगारी सहित विभिन्न मुद्दों पर केंद्र पर निशाना साधा और इस बात पर चिंता जताई कि आखिर इस प्रकार देश कैसे प्रगति करेगा?
  • वहीं इस मामले पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया स्कूलों में शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए देश के शीर्ष सम्मान, भारत रत्न के हकदार हैं, लेकिन इसके बजाय केंद्र उन्हें परेशान कर रहा है। सिसोदिया आबकारी नीति में कथित अनियमितताओं को लेकर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के जांच के घेरे में हैं। 
  • गुजरात दौरे पर आये केजरीवाल ने कहा, ‘‘न्यूयॉर्क टाइम्स ने हमारे शिक्षा मॉडल की सराहना की है।’’ गुजरात में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है। केजरीवाल ने संवाददाताओं से कहा कि सिसोदिया की सराहना करने के बजाय उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘आपको शर्म नहीं आती कि सीबीआई से एक ऐसे व्यक्ति के खिलाफ छापा मरवाया जिसने पांच साल में चमत्कार कर दिया, उसने वह किया जो मौजूदा राजनीतिक दल 70 वर्षों में नहीं कर सके। उन्होंने सरकारी स्कूलों को सर्वश्रेष्ठ बनाया। ऐसे आदमी को भारत रत्न मिलना चाहिए।’’ 
  • AAP संयोजक केजरीवाल ने यह भी आशंका जतायी कि सिसोदिया को जल्द ही गिरफ्तार किया जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया जा सकता है, किसे पता मुझे भी गिरफ्तार किया जा सकता है। यह सब गुजरात विधानसभा चुनाव को देखते हुए किया जा रहा है।’’ केजरीवाल ने दावा किया कि गुजरात के लोग दुखी हैं और राज्य में पिछले 27 वर्षों के BJP शासन के अहंकार का खामियाजा भुगत रहे हैं। 
  • दिल्ली सरकार की शराब नीति का बचाव करते हुए केजरीवाल ने कहा कि उन्हें इसे बदलने के लिए मजबूर किया गया। उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली में कुल 850 (शराब) की दुकानें खोलनी थी, लेकिन 350 दुकानें ही खुल सकीं, 500 दुकानें नहीं खुल सकीं। केंद्र और तमाम एजेंसियों ने जिस तरह से हमारे अधिकारियों पर दबाव बनाना शुरू किया, उन्होंने नयी दुकानों की नीलामी के लिए मना कर दिया। एलजी (उपराज्यपाल), पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां दबाव बना रही थीं। नीति बहुत अच्छी है और हम किसी से भी बहस के लिए तैयार हैं।

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