देश में मंकीपॉक्स के अब तक चार मामले आए…
केंद्र सरकार ने मंकीपॉक्स वैक्सीन बनाने के लिए निकाला टेंडर
केंद्र सरकार ने मंकीपॉक्स वैक्सीन बनाने के लिए टेंडर निकाला है। सूत्रों ने बताया कि आईसीएमआर ने टीका विकास और जांच किट बनाने में संयुक्त सहयोग के लिए अनुभवी टीका निर्माताओं, फार्मा कंपनियों, अनुसंधान और विकास संस्थानों और इन-विट्रो डायग्नोस्टिक (आईवीडी) किट निर्माताओं से रुचि पत्र (ईओआई) आमंत्रित किया है। देश में मंकीपॉक्स के अब तक चार मामले आए हैं। इनमें से तीन मामले केरल में आए हैं और एक केस की पुष्टि दिल्ली में हुई है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के तहत पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) ने एक मरीज के नमूने से मंकीपॉक्स वायरस को अलग कर दिया है,जो बीमारी के खिलाफ जांच किट और टीके को बनाने में मदद कर सकता है।
एनआईवी की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ। प्रज्ञा यादव ने कहा कि वायरस को अलग करना कई अन्य दिशाओं में अनुसंधान और विकास करने की भारत की क्षमता को बढ़ाता है। उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, ''हाल के प्रकोप ने कई देशों को प्रभावित किया है, जिससे चिंताजनक स्थिति पैदा हुई है, जो पश्चिम अफ्रीकी स्वरूप के कारण है, जो पहले सामने आए कांगो स्वरूप की तुलना में कम गंभीर है। भारत में सामने आए मामले भी कम गंभीर और पश्चिम अफ्रीकी स्वरूप से जुड़े हैं।''
वैक्सीन को लेकर सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के सीईओ अदार पूनावाला ने मंगलवार को कहा था कि वह टीकों की कुछ खेप के आयात को लेकर डेनमार्क की कंपनी बवेरियन नॉर्डिक के साथ बातचीत कर रहे हैं। पूनावाला ने कहा था कि समझौते की स्थिति में देश में टीके आयात करने के लिए दो से तीन महीने लगेंगे। उन्होंने कहा कि चूंकि देश में अब तक मंकीपॉक्स के कुछ ही मामले आए हैं, इसलिए स्थानीय स्तर पर टीके के विकास और मांग की स्थिति के आकलन के लिए एसआईआई को अभी कुछ इंतजार करना होगा।
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