श्री मज्जिनेन्द्र पंचकल्याणक व गजरथ महोत्सव की तैयारियां हुई शुरू

पंच कल्याण गजरथ महोत्सव 18 से आयोजन समिति गठित…

श्री मज्जिनेन्द्र पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव की तैयारियां हुई शुरू

 

ग्वालियर। अयोध्या नगरी फूलबाग मैदान में 18 से 23 फरवरी तक जैन सिद्धक्षेत्र गोपाचल पर्वत के भगवान पार्श्वनाथ की नगरी के इतिहास में प्रथम बार मज्जिनेन्द्र पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव विश्व शांति महायज्ञ गजरथ महोत्सव आयोजित होगा। यह आयोजन वात्सल्य सरोवर राष्ट्रसंत मुनिश्री विहर्ष सागरमहाराज, मुनिश्री विजयेश सागर महाराज, मुनिश्री विनिबोध सागर महाराज, ऐलक विनियोग सागर महाराज ब्रह्मचारिणी प्रियंका दीदी रीना दीदी एवं नीतू दीदी के सानिध्य में होगा। महोत्सव के तहत घटयात्रा, प्रतिदिन प्रातः अभिषेक, शांतिधारा पूजन, आरती एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।

बुधवार को मुनिश्री संघ के सानिध्य में पंचकल्याणक समिति का गठन हुआ। जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि मुनिश्री विहर्ष सागर महाराज के सानिध्य बैठक में पंचकल्याणक समिति की टीम गठित की गई। जिसमें समिति में  शिरोमणि संरक्षक डॉ वीरेंद्र गंगवाल, श्याम विजयवर्गीय के साथ मुख्य मार्गदर्शक अजीत वरैया, परम संरक्षक प्रशांत गंगवाल भूपेंद्र जैन महेंद्र टोंग्या पुरुषोत्तम जैन, अध्यक्ष सिंघई महेशचंद जैन (गुरु), संयुक्त अध्यक्ष विकास गंगवाल, महामंत्री पवन जैन पत्रकार, मुख्यसंयोजक बालचंद्र जैन, स्वागतध्यक्ष सिंघई विमल जैन, कोषाध्यक्ष वीरेंद्र जैन पंकज जैन, मीडिया संयोजक सचिन जैन आदर्श कलम, संयोजक विनय कासलीवाल अनिल जैन सौरभ जैन, उपाध्यक्ष राजेन्द्र जैन संजीव अजमेरा प्रवीण गंगवाल पदम चंद गार्ड निर्मल पाटनी रतन अजमेरा कोमलचंद जैन, सहमंत्री योगेश बोहरा, अमन जैन, पंकज बाकलीवाल, संजय जैन, मुकेश जैन, राजेश जैन, विहर्ष गजन लाईव मीडिया विवेक ठाकुर आदि को नियुक्त किया गया।

अभी अन्य व्यवस्थाओ की समितियों गठित की जाएंगी। बैठक का संचालन उमेश जैन आभार अजीत वरैया ने किया। राष्ट्रसंत मुनिश्री विहर्ष सागर महाराज ने कहा कि सरल हुए बिना भगवान नहीं बना जाता। प्रत्येक व्यक्ति परेशान है, क्योंकि पंचम काल में जन्म से ही वक्री हैं। क्योंकि हमारे भीतर तीन बातों की कमी है, कहीं भी सफलता के लिए तीन बातें आवश्यक हैं। सरलता, सहजता संवेदनशीलता। आज दिखावे के बोलबाला है, संवेदना समाप्त नजर रही है। ये तीन चीजें इंसान को भगवान बना देंगी। परमात्मा बनने से ही आंतरिक सुख प्राप्त होगा। मनुष्य जीवन के सोलह भव मिलते हैं। चाहे तो वो परमात्मा बन जाए।

18 से 23 तक ये रहेंगे कार्यक्रम -

  • 18 फरवरी शुक्रवार- घट यात्रा, ध्वजारोहण, सोहल स्वप्न कार्यक्रम।
  • 19 फरवरी शनिवार- गर्भ कल्याणक एवं इंद्रा सभा कार्यक्रम।
  • 20 फरवरी रविवार- जन्म कल्याणक, ऐरावत हाथी बालक अभिषेक शोभायात्रा, पालना आदि।
  • 21 फरवरी सोमवार- तप कल्याणक।
  • 22 फरवरी मंगलवार- ज्ञान कल्याणक।
  • 23 फरवरी बुधवार- मोक्ष कल्याणक एवं गजरथ फेरी महोत्सव के साथ संपन्न होगा।
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