OPD और इलाज के लिए भटक रहे मरीज---
खतरे के बीच डॉक्टरों की हड़ताल का 12 वां दिन
ओमिक्रोन वेरिएंट अब कई देशों समेत भारत में भी फैल चुका है. एक तरफ जहां भारत में हर रोज कोरोना के इस वेरिएंट के संक्रमितों का मामला बढ़ता जा रहा है. वहीं NEET-PG Counselling में देरी के विरोध में दिल्ली के अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल लगातार 12वें दिन भी जारी है. डॉक्टरों द्वारा की जा रही हड़ताल के चलते मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हड़ताल के चलते कई अस्पतालों में न तो इमरजेंसी चल रही है और न ही OPD में डॉक्टर मरीजों को देख रहे हैं.
NEET PG काउंसलिंग नहीं होने की वजह से कई अस्पतालों में डॉक्टरों की भर्ती नहीं हो रही, जिससे रेजिडेंट डॉक्टर्स को कई परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं. रुकी हुई भर्तियों को देखते हुए फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स असोसिएशन ने देशव्यापी हड़ताल की घोषणा की थी. वहीं हड़ताल को बढ़ता देख सरकार की तरफ से डायरेक्टर जनरल ऑफ हेल्थ सर्विसेज सुनील कुमार रेजिडेंट डॉक्टरों को समझाने के लिए पहुंचे, जिनका हड़ताल कर रहे डॉक्टरों ने पुरजोर विरोध किया. 27 नवंबर से अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर चल रहे रेजिडेंट डॉक्टरों ने मांगें पूरी ना होने के चलते ओपीडी के साथ-साथ इमरजेंसी सेवा भी बंद कर दी.
बता दें कि डॉक्टर्स ने सभी तरह की ओपीडी सुविधा को बंद कर दिया है. जिसके बाद अस्पतालों में आने वाले लाखों मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं 2 दिन पहले भी सफदरजंग में फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स ने अपनी मांगों को लेकर हड़ताल की थी, लेकिन उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं. इसके बाद रेजिडेंट डॉक्टर्स ने ओपीडी और इमरजेंसी सेवा को बंद कर दिया है.
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