भगवान के बाद मेरे लिए श्रद्धा के केन्द्र हैं किसान : CM शिवराज

77 लाख किसानों के खाते में 1540 करोड़ रूपय भेजे…

भगवान के बाद मेरे लिए श्रद्धा के केन्द्र हैं किसान : CM शिवराज

मुरैना। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश की हरियाली और  खुशहाली के लिए जो दिन-रात काम करता है, ऐसे किसान को मैं शीश झुका कर प्रणाम करता हूँ। भगवान के बाद मेरे लिए श्रद्धा के केन्द्र हैं किसान। किसानों के श्रम से आज अन्न के भंडार भरे पड़े हैं। किसान अन्नदाता भी हैं और प्रदेश के भाग्य विधाता भी। देश आपका ऋणी है। मैं किसानों की जिंदगी में सुख, शांति, सुकून और समृद्धि लाने और आपकी जिंदगी बदलने के लिए मुख्यमंत्री बना हूँ। किसानों के लिए सरकार के खजाने में पैस¨ं की कभी कमी नहीं ह¨गी। मुख्यमंत्री  ने मुख्यमंत्री किसान-कल्याण य¨जना में प्रदेश के 44 जिल¨ं के किसान¨ं के खात¨ं में किसान सम्मान निधि की राशि अंतरित की। मिंट¨ हाॅल भ¨पाल में आय¨जित राज्य स्तरीय कार्यक्रम कन्या पूजन से आरंभ हुआ। मुख्यमंत्री ने दीप भी प्रज्वलित किया। 

मुख्यमंत्री किसान-कल्याण य¨जना के इस कार्यक्रम में वीडिय¨ काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबंधित जिल¨ं के किसान, जन-प्रतिनिधि एवं अधिकारी वर्चुअली शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने 77 लाख किसानों केखाते में 1540 करोड़ रूपये सिंगल क्लिक से अंतरित किए। राज्य शासन द्वारा दी जा रही यह राशि वित्तीय वर्ष २०२१-२२ की है। इस कार्यक्रम में आदर्श आचरण संहिता वाले जिलों को शामिल नहीं किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि २००३ से पहले तक प्रदेश का कुल कृषि उत्पादन केवल द¨ कर¨ड़ १४ लाख मीट्रिक टन था। अब प्रदेश के अन्नदता ६ कर¨ड़ मीट्रिक टन अनाज का उत्पादन कर रहे हैं। अन्न उत्पादन में तीन गुना की वृद्धि हुई है। कृषि विकास दर की औसत दर २००३ से पहले लगभग २ से ३ प्रतिशत हुआ करती थी। किसानों की मेहनत और राज्य सरकार की य¨जनाअ¨ं से कृषि विकास की दर बढ़कर अब १८ प्रतिशत ह¨ गई है। किसान¨ं के प्रयास¨ं और सिंचाई क्षमता में हुई वृद्धि से प्रदेश क¨ ७ सात बार कृषि कर्मण पुरस्कार प्राप्त हुआ है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह उपलब्धियाँ सिंचाई बढ़ने से संभव हुई हैं। पूर्व में सिंचाई की क¨ई पुख्ता य¨जना नहीं ह¨ने से प्रदेश का सिचिंत रकबा केवल ७ लाख ५० हजार हेक्टेयर हुआ करता था, ज¨ पिछले १७ साल¨ं में बढ़कर ४२ लाख हेक्टेयर तक पहुँचा है। यह छह गुना वृद्धि दिन-रात काम करने के परिणामस्वरूप संभव हुई है। नदी ज¨ड़¨ य¨जना में प्रदेश में ऐतिहासिक काम हुआ है। असंभव क¨ संभव बनाकर प्रदेश के कई क्षेत्र¨ं में किसान¨ं के खेत तक नर्मदा मैया का पानी पहुँचाया गया। इसके लिए नर्मदा मैया का पानी क्षिप्रा जी में पाईप से लाया गया। गंभीर नदी, कालीसिंध और पार्वती नदी क¨ भी ज¨ड़ा गया है। बरगी का पानी सतना तक टनल के माध्यम से पहुंचाने के लिए भी सरकार प्र¨जेक्ट म¨ड में काम कर रही है। हाल ही में राज्य सरकार ने १३८७ कर¨ड़ की झिरन्या माइक्र¨ उद्ववहन सिंचाई य¨जना क¨ स्वीकृति प्रदान की है। 

इस य¨जना के निर्माण से खरग¨न जिले के झिरन्या तहसील के ८६ ग्राम¨ं के लिए ३९ हजार ५२० हेक्टेयर सिंचाई क्षमता निर्मित ह¨गी। इसी प्रकार देवास जिले में हाटपिपल्या माइक्र¨ उद्ववहन सिंचाई परिय¨जना स्वीकृत की गई है, इससे ४६२ गाँव लाभान्वित ह¨ंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की सम्पूर्ण कृषि भूमि क¨ सिंचाई सुविधा देने के लिए हरसंभव क¨शिश जारी है। हमारा प्रयास है कि २०२५ तक ६५ लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध ह¨। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरी दुनिया में बिजली का संकट है, पर हम सिंचाई के लिए बिजली की कमी नहीं आने देंगे। बिजली की बढ़ती खपत और क¨यल महँगा ह¨ने के बावजूद किसान क¨ सस्ती दर¨ं पर बिजली दी जाएगी। हमारी सरकार ने किसान¨ं क¨ सस्ती बिजली देने के लिए २१ हजार कर¨ड़ रूपए की सब्सिडी देने का निर्णय लिया। 

एक युग था जब प्रदेश में बिजली की उपलब्धता केवल ५ हजार मेगावाॅट थी, जिसे हमने बढ़ाकर २२ हजार मेगावाॅट किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सभी संसाधन¨ं का उपय¨ग किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने किसान¨ं से अपने खेत¨ं में स¨लर प्लांट लगाने का आव्हान किया। उन्ह¨ंने कहा कि प्रदेश में भरपूर सौर ऊर्जा उपलब्ध है। अतरू राज्य सरकार द्वारा स¨लर पाॅवर प्लांट लगाने की य¨जना आरंभ की गई है। इस य¨जना में किसान द¨ मेगावाॅट तक स¨लर प्लांट लगाकर बिजली ग्रिड में बिजली दे सकते हैं। किसानों से सरप्लस बिजली प्रति यूनिट लगभग ३ रूपए ५ पैसे की दर से ली जाएगी। इससे स्वयं की जरूरत¨ं क¨ पूरा करने के बाद जरूरत से अधिक विद्युत क¨ बेचकर किसान अतिरिक्त आय प्राप्त कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने किसानों से बिजली बचाने का अनुर¨ध भी किया है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि की उत्पादन लागत कम करने, उत्पादन बढ़ाने, किसानों क¨ उत्पादन का सही मूल्य दिलाने और किसान क¨ ह¨ने वाले नुकसान की भरपाई से ही किसान की आय द¨गनी करने का मार्ग प्रशस्त ह¨गा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार धान की खरीद के लिए तैयारियाँ कर रही है। झाबुआ से वर्चुअली जुड़े राजस्व मंत्री ग¨विंद सिंह राजपूत ने कहा कि मुख्यमंत्री ने किसानों की खुशहाली के लिए मुख्यमंत्री किसान कल्याण य¨जना लागू की। य¨जना में पिछले वर्ष तक प्रदेश के किसान¨ं के खात¨ं में १४९१ कर¨ड़ रुपये अंतरित किये जा चुका है। इस वर्ष १५०० कर¨ड़ रूपये अंतरित किये गए और आज ७७ लाख किसान¨ं के खात¨ं में पुनरू १५४० कर¨ड़ रूपये अंतरित किये जा रहे है। मुख्यमंत्री की मंशा के अनुसार अगले माह से आपका राशन आपके द्वार य¨जना आरंभ की जा रही है।

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