विभिन्न प्रकार के रासायन शरीर में बीमारियों को जन्म देते हैं…
सकारात्मक विचारों से ही तनाव मुक्ति संभव है : बी.के. भगवान
ग्वालियर। आज प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की माधौगंज शाखा पर माउंट आबू से आये ब्रह्माकुमार भगवान भाई का स्वागत अभिनंदन हुआ। तत्पश्चात उन्होंने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि जितनी भी समस्या है उन सब का कारण है नकारात्मक सोच, नकारात्मक सोच से तनाव बढ़ता है| तनाव मुक्त बनने के लिए सकारात्मक विचार संजीवनी बूटी है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि मन में लगतार नकारात्मक विचार चलने से मन के विचारों की स्पीड बढ़ जाती है जिससे दिमाग में विभिन्न प्रकार के रासायन शरीर में बीमारियों को जन्म देते हैं | मन के नकारात्मक विचारों से मनोबल, आत्म बल कमजोर हो जाता है।
साथ ही उन्होंने बताया कि जहां तनाव है वहां अनेक समस्या बढ़ जाती है। तनाव के कारण आपसी मतभेद, टकराव बढ़ जाते हैं, जहां तनाव है वहां मानसिक अशांति के वश होकर मनुष्य व्यसन, नशा, डिप्रेशन के वश हो जाता है। मन में चलने वाले नकारात्मक विचारों के कारण ही मन में घृणा, वैर, विरोध, आवेश और क्रोध उत्पन्न होता है। आगे भगवान भाई ने बताया कि आध्यात्मिक ज्ञान ही सकारात्मक विचारों का स्त्रोत है।
वर्तमान समय में मनुष्य स्वयं को, पिता परमात्मा को, कर्मों की गति को भूलने के कारण मन में विपरीत परिस्थिति में नकारात्मक सोच चलने लगती हैं, मन को सकारात्मक विचारों की दिशा देने के लिए स्वयं को आत्मा समझ पिता परमात्मा को मन बुद्धि से याद कर उनके गुणों का गुणगान करने एवं अपने बारे में परिस्थिति के बारे में सकारात्मक सोचने की आवश्यकता है। इस अवसर पर लश्कर सेवाकेंद्र संचालिका ब्रह्माकुमारी आदर्श दीदी ने अपना उद्बोधन देते हुए कहा कि राजयोग के निरंतर अभ्यास और सकारात्मक ज्ञान द्वारा हम अपने मन पर काबू पाकर स्वयं को हर परिस्थिति में तनाव से बचा सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने सभी को राजयोग ध्यान का अभ्यास भी कराया। कार्यक्रम में बी.के. प्रहलाद, बी.के. लक्ष्मी, बी.के. रोशनी, बी.के. सुरभि, बी.के. खुशबू, बी.के. विजेंद्र, बी.के. पवन, बी.के.संजय सहित अनेकानेक प्रभु प्रेमी उपस्थित थे।
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