पीडि़तों के घर पहुंची पुलिस, दिलाया भरोसा…
ऑपरेशन विश्वास शुरू कर SP श्री सांघी ने की एक नवीन पहल
ग्वालियर। जिला पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने आपरेशन विश्वास शुरू कर एक और नवीन पहल की है। आपरेशन विश्वास के तहत सीेएसपी व एसडीओपी रैंक के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे अपनों व दूसरों की ज्यादती का शिकार हुई नाबालिगों के घर भेजा गया। इन अधिकारियों ने पीडि़तों व उनके घरवालों से बात की। और पूछा कि प्रकरण दर्ज कराने के बाद कोई परेशानी तो नहीं है। और उन्हें विश्वास दिलाया कि पुलिस हर वक्त उनके साथ हैं। आपरेशन विश्वास का उदेश्य है कि पीडि़ता व उनके परिवार को डरा-धमका तो नहीं रहा है। या फिर राजीनामे के लिए दवाब तो नहीं डाला रहा है।
पहले दिन पुलिस अधिकारी 13 चिन्हितों के घर पहुंचे। पुलिस को अपने दरवाजे पर खड़ा देखकर पीडि़त व उनके परिवारों का विश्वास बढ़ा है। एसपी अमित सांघी भी एक पीडि़ता के घर पहुंचे। उससे बात की। एसपी अमित सांघी ने बताया कि ज्यादती व दुव्र्यवहार का शिकार हुईं नाबालिग बेखौफ होकर न्याय हासिल कर सकें। इसके लिए जिला पुलिस ने नवीन पहल की है। आपरेशन विश्वास शुरू किया गया है। इसके तहत पहले दिन 13 पीडि़तों को चिन्हित किया गया था। इनके घर संपर्क करने के लिए एएसपी व सीएसपी रैंक के अधिकारियों को सादा लिबास में इनके घर भेजा गया। अधिकारियों ने पीडि़ता व उनके परिवार के लोगों से चर्चा की।
चर्चा करने के दौरान उनसे पूछा कि कोई राजीनामा करने के लिए डरा-धमका तो नहीं रहा है। या फिर कोई प्रलोभन तो नहीं दे रहा है। पुलिस अधिकारियों ने पीडि़ता व उनके घरवालों को अपना मोबाइल नंबर भी देकर आएं। ताकि कोई परेशानी होने पर सीधे उनसे संपर्क कर मदद ले सकें। एसपी अमित सांघी भी आपरेशन विश्वास के तहत एक नाबालिग पीडि़ता के घर पहुंचे। पीडि़ता के स्वजन ने बताया कि पहले हमें भी मालूम पड़ा था कि आरोपित नाबालिग है। पुलिस ने भी आरोपित को नाबालिग मानकर कार्रवाई की है। अब पीडि़ता के घरवालों को पता चला है कि आरोपित बालिग है। एसपी ने इस मामले संबंधित थाने को नए सिरे से विवेचना कर पता लगाने के लिए निर्देश गिए हैं कि आरोपित बालिग है कि नाबालिग है।
अगर बालिग है तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाए। एएसपी (देहात) जयराज कुबैर भी बिजौली के चिन्हित मामले में पीडि़ता के घर पहुंचे। पीडि़ता के परिजनों ने बताया कि अब तक राहत राशि नहीं मिली है। एएसपी ने संबंधित थाने को राहत राशि दिलवाने में पीडि़ता के परिवार की मदद करने के निर्देश दिए हैं। पीडि़ता को भरोसा दिलाया कि घबराने की आवश्यकता नहीं है। आरोपित के खिलाफ कोर्ट में चालान पेश हो चुका है। आरोपित को सजा दिलवाने के लिए बेखौफ होकर बयान दे।कोई डराता व धमकाता है या फिर प्रलोभन देता है तो इसकी सूचना उन्हें दें। पीडि़ता व उसके परिवार को अपना नंबर भी दिया है।
आपरेशन विश्वास का उद्देश्य है कि पीडि़ता बेखौफ होकर आरोपित को सजा दिलाकर न्याय हासिल कर सकें। पुलिस हर कदम पर उसके साथ है। यही विश्वास दिलाने के लिए यह मुहिम शुरू की है। पहले दिन 13 चिन्हित पीडि़तों के घर पुलिस अधिकारी पहुंचे हैं। पीडि़ता व उसके परिवार से बात की है और अपना मोबाइल नंबर भी देकर आएं। कोई परेशानी होने पर वह उन्हें काल कर मदद मांग सकतीं हैं - अमित सांघी, एसपी
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