जिले में डेंगू नियंत्रण के प्रयास निरंतर जारी…
बच्चों ने ली अपने घर तथा आसपडोस को लार्वा मुक्त करने व डेंगू को नियंत्रित करने की शपथ
ग्वालियर। मुख्या चिकित्सा एवं स्वास्थय अधिकारी डा. मनीष शर्मा के निर्देशन में जिला स्वास्थ्य समिति व एम्बेड परियोजना के संयुक्त तत्वाधान में शहर में डेंगू नियंत्रण हेतु चौतरफा प्रयास किये जा रहे हैं जिसके तहत आज 22 सितम्बर 2021 से, शा. उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के छात्र–छात्राओं एवं स्टाफ को डेंगू से बचाव व रोकथाम संबंधी विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गयी |
कार्यक्रम के प्रथम दिवस में जिला मलेरिया अधिकारी डा. नीलम सक्सेना व जिला समन्वयक एम्बेड परियोजना फेमिली हेल्थ इंडिया द्वारा शा. कन्या उ. मा. विद्यालय रेल्वे कालोनी एवं पद्मा विद्यालय की 262 छात्राओं के समक्ष मच्छर के लार्वा का प्रदर्शन कर उसे नष्ट करने के तरीकों को विस्तार से समझाया गया | शहर में डेंगू नियंत्रण कार्यक्रम में जन सहभागिता सुनिश्चित करने हेतु आयोजित इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों के दौरान विद्यालय स्टाफ के साथ छात्राओं को पोस्टर, गीत, नारे व प्रदर्शन के माध्यम से बताया गया कि डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनियाँ, जीका, फाइलेरिया, एवं जे.ई बुखार ये सभी बीमारियाँ अलग अलग प्रजाति के मच्छरों के कटाने से ही एक व्यक्ति से दूसरे में फैलती हैं इसलिए इन सभी बीमारियों से बचने के लिए हमें मच्छरों से बचना जरूरी हैं। बरसात के मौसम में बढ़ती मच्छरों की पैदाइश से बढ़ते डेंगू के खतरों को नियंत्रित करने हेतु पानी जमा होने से रोकें, हमेशा मच्छरदानी का उपयोग करें, शरीर को ढँक कर रखें, मच्छर रोधी विकर्षक जैसे क्रीम, अगरबत्ती आदि का उपयोग करें |
कार्यक्रम के अंत में सभी छात्राओं व स्टाफ द्वारा अपने अपने घर तथा आसपास के 10- 10 घरों में लार्वा सर्वे व विनिष्टीकरण की कार्यवाही कर लोगों को समझाइश देने का संकल्प लिया और स्कूल प्रांगण में लार्वा सर्वे कर विनिष्टीकरण की प्रक्रिया एम्बेड टीम के साथ गड्डों में दवा डाल कर की | उक्त कार्यक्रम में प्राचार्य रीना दुबे व अशोक श्रीवास्तव का विशेष योगदान रहा |
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