आंगनबाड़ी में अंडा परोसने का विरोध...
इससे बच्चों में मांसहारी प्रवृत्ति पैदा होगी : शाकाहार समाज
इंदौर l मप्र सरकार ने प्रदेश के गरीब बच्चों को कुपोषित होने से बचाने और उन्हें मजबूत बनाने के उद्देश्य से आंगनबाड़ियों में अंडा वितरित करने की योजना बनाई है, जिसे जल्द ही लागू किए जाने की भी योजना है। सरकार के इस फैसले का राजनीतिक विरोध तो पहले से ही हो रहा है।
अब इसका सामाजिक विरोध भी शुरू हो गया है। मंगलवार को इसके विरोध में समग्र शाकाहार जैन समाज के साथ 50 संगठनों ने संभागायुक्त को ज्ञापन सौंपकर अंडा वितरण नहीं किए जाने की मांग की। समग्र शाकाहार जैन समाज के प्रकाश जैन का कहना है कि हमने ज्ञापन के माध्यम से मांग की है कि मप्र में आंगनबाड़ियों में अंडा वितरित नहीं किया जाए।
यह देश की संस्कृति से हटकर है और इससे बच्चों में बचपन से ही मांसहारी प्रवृत्ति पैदा होगी, जो समाज और पर्यावरण के लिए उचित नहीं है। ऐसे में सरकार अंडा वितरण के अपने फैसले को वापस ले। जैन के अनुसार हमने अंडे के दुष्परिणाम के साथ ही अन्य किन वस्तुओं में विटामिन की मात्रा भरपूर है, इसका भी ब्यौरा ज्ञापन में उल्लेखित किया है।
उन्होंने बताया कि इंदौर महानगर की करीब 50 संस्थाओं ने प्रोटीन के नाम पर सरकार की अंडा परोसने की तैयारी को लेकर विरोध किया। मुख्यमंत्री के नाम कमिश्नर को सौंपे ज्ञापन में हमने लिखा है कि मप्र की आंगनबाड़ियों में कई बच्चे शाकाहारी हैं। यहां अंडा वितरण से उनके धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचेगी। इस कारण परिजन अपने बच्चों को आंगनबाड़ियों में भेजना बंद कर सकते हैं।
0 Comments